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महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के सूत्रों से पता चला है कि सुधार ग्रह का समय पूरा होने के बाद नाबालिग अपराधी को एक साल तक एनजीओ में रखने की खबरें गलत हैं. उन्होंने बताया कि ऐसा कोई प्रावधान नहीं है. दिल्ली सरकार ने भी ऐसी किसी व्यवस्था से इन्कार कर दिया.
दिन की शुरुआत में खबर थी कि इस नाबालिग अपराधी को रिहा नहीं किया जाएगा. खबर थी कि उसे एक साल तक एक एनजीओ में रखा जाएगा, जहां उसे ट्रेनिंग दी जाएगी और उसके चाल-चलन पर नजर रखी जाएगी.
खबर थी कि सुधार ग्रह में 2011 के दिल्ली उच्च न्यायालय बम धमाकों के आरोपी कश्मीरी युवक के साथ रहते हुए वह कट्टरपंथ की ओर मुड़ रहा था.
निर्भया के 5 अपराधियों में सबसे बर्बर करार दिए गए इस नाबालिग की रिहाई का मसला काफी दिनों से चर्चा में रहा है. केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने भरोसा दिलाया था कि कम से कम एक वर्ष तक उस पर नजर रखी जाएगी.
निर्भया के माता पिता लगातार उसकी रिहाई का विरोध कर रहे हैं. उन्होंने दुख जताया कि सरकार ने उन्हें निराश किया है.
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