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हालांकि, इसका मतलब ये नहीं है कि दोनों कोरोना वैक्सीन जल्द ही दवा दुकानों पर मिलने लगेंगी। इन्हें अस्पतालों और क्लीनिकों से ही खरीदना होगा।
भारत बायोटेक की कोवैक्सीन और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोविशील्ड को कोविन प्लेटफॉर्म पर पंजीकरण की कुछ शर्तो और छह महीने के आधार पर सुरक्षा डेटा जमा करने के साथ रेगुलर मार्केट अप्रूवल मिला है।
भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने गुरुवार को दो कोविड-19 टीकों कोवैक्सीन और कोविशील्ड को कुछ शर्तों के साथ विपणन अधिकार को मंजूरी दी है।
केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसी) ने 19 जनवरी 2022 को वयस्क लोगों में शर्तों के साथ नई दवा की अनुमति देने के लिए आपातकालीन स्थितियों में प्रतिबंधित उपयोग से टीकों की स्थिति के उन्नयन (अपग्रेडेशन) की सिफारिश की थी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने एक ट्वीट में कहा, अब कोवैक्सीन और कोविशील्ड के लिए आपातकालीन स्थितियों में प्रतिबंधित उपयोग से वयस्क आबादी में सामान्य नई दवा की अनुमति को कुछ शर्तों के साथ अपग्रेड कर दिया है।
बाद के एक ट्वीट में, स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, शर्तों में कोविन प्लेटफॉर्म पर पंजीकरण सहित प्रोग्रामेटिक सेटिंग्स की आपूर्ति और छह-मासिक आधार पर सुरक्षा डेटा जमा करना जारी रखना शामिल है।
हालांकि, कोविशील्ड और कोवैक्सीन टीके जल्द ही दुकानों में उपलब्ध नहीं होंगे। लोग इन्हें अस्पतालों और क्लीनिकों से ही खरीद सकेंगे। टीकाकरण डेटा हर छह महीने में डीसीजीआई को देना होगा और कोविन एप पर अपडेट करना होगा।
डीसीजीआई की मंजूरी सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन की विषय विशेषज्ञ समिति द्वारा कोविशील्ड और कोवैक्सीन को कुछ शर्तों के अधीन नियमित बाजार मंजूरी देने की सिफारिश के बाद आई है।
भारतीय टीके निर्माता सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) और भारत बायोटेक ने डीसीजीआई को अपने संबंधित कोविड-19 टीकों के लिए नियमित बाजार प्राधिकरण की मांग करते हुए आवेदन जमा किए थे।
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