Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019विपक्ष के हंगामे पर ओम बिरला भड़के-'MP संसदीय परंपराओं का कर रहे अपमान'

विपक्ष के हंगामे पर ओम बिरला भड़के-'MP संसदीय परंपराओं का कर रहे अपमान'

Pegasus सहित कई मुद्दों पर लोकसभा में विपक्ष ने हंगामा किया

क्‍व‍िंट हिंदी
न्यूज
Published:
<div class="paragraphs"><p>लोकसभा में हंगामा</p></div>
i

लोकसभा में हंगामा

(फोटो: द क्विंट)

advertisement

लोकसभा में मंगलवार को भी हंगामा जारी रहा. मुद्रास्फीति, कृषि कानून और पेगासस जासूसी विवाद (Pegasus) सहित कई मुद्दों पर विपक्ष के विरोध और नारेबाजी के बाद सदन की कार्यवाही नहीं चल पाई. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Om Birla) ने हंगामा कर रहे सांसदों के पर नाराजगी दिखाई. ओम बिरला ने कहा कि सांसद संसदीय परंपराओं का अपमान कर रहे हैं. हंगामा कर रहे सांसद चाहते ही नहीं है कि मुद्दों पर सार्थक चर्चा हो.

दोपहर 12 बजे सदन के फिर से शुरू होने के तुरंत बाद, उपसभापति भर्तृहरि महताब ने सदन के वेल में आए विपक्षी सदस्यों को अपनी सीटों पर वापस जाने और कार्यवाही में शामिल होने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने मानने से इनकार कर दिया और नारेबाजी करते रहे, उपसभापति ने सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी.

इससे पहले, जब सुबह 11 बजे सदन की बैठक हुई, तो विपक्षी सदस्यों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी और उनमें से कुछ लोग वेल में आ गए, लेकिन अध्यक्ष ओम बिरला ने दोपहर के समय निर्धारित समय के मुताबिक 'प्रश्नकाल' शुरू किया, जिसमें उनमें से कुछ बैनर भी प्रदर्शित कर रहे थे.

जब प्रश्नकाल चल रहा था, तो अध्यक्ष ने फिर से विरोध करने वाले सदस्यों से अपनी-अपनी सीटों पर वापस जाने और कार्यवाही में भाग लेने का आग्रह किया, जो किसान कल्याण पर थी, लेकिन आंदोलनकारी सदस्य अडिग थे और विरोध करते रहे.

इस बीच, प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई), पशुपालन के लिए प्रशिक्षण संस्थान, असम में भारतीय खाद्य निगम के गोदाम और पशु पालन, किसानों को प्रमाणित फल पौधों के वितरण के तहत बीमा दावों के समय पर निपटान पर सदस्यों द्वारा प्रश्न नर्सरी का जवाब संबंधित मंत्रियों ने दिया.

सदन में विपक्ष के विरोध पर प्रतिक्रिया देते हुए वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि यह विपक्ष का असली चेहरा है और उन्हें किसान विरोधी बताया और ऐसा करके वे किसानों के हितों की अनदेखी करते हैं.

लगभग 40 मिनट तक सदन की कार्यवाही के बाद, बिड़ला ने फिर विपक्षी सदस्यों से अपनी सीटों पर वापस जाने की अपील की और उनसे कार्यवाही में भाग लेने का आग्रह किया.

उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष पिछले सात महीनों से किसानों के मुद्दों पर चर्चा नहीं कर रहा है और संसदीय लोकतंत्र की परंपरा के खिलाफ कार्यवाही को बाधित कर रहा है.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: undefined

Read More
ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT