Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019कुदरत का करिश्मा: 6 दिन बर्फ में दबे रहने के बाद भी जिंदा रहा जवान

कुदरत का करिश्मा: 6 दिन बर्फ में दबे रहने के बाद भी जिंदा रहा जवान

सियाचिन में 6 दिन तक बर्फ में दबे रहे लांस नायक हनुमन्थप्पा को जिंदा निकाल लिया गया है. 

द क्विंट
न्यूज
Published:
(फोटोः द क्विंट)
i
(फोटोः द क्विंट)
null

advertisement

सोमवार रात बर्फ से लदे पहाड़ों से एक ऐसी खबर आई, जो नाउम्मीदी के अंधेरों में घिरे लोगों में भी उम्मीद की रोशनी पैदा कर दे.

हुआ कुछ यूं कि - 45 डिग्री सेल्सियस में भारत मां की सेवा कर रहे लांस नायक हनुमन्थप्पा कुछ दिन पहले आए बर्फीला तूफान में 25 फीट नीचे बर्फ में दब गए थे. शुरुआती बचाव अभियान के बाद उन्हें मृत मान लिया गया.

लेकिन कुदरत का करिश्मा देखिए कि छह दिनों तक बर्फ में दबे रहने के बाद भी लांस नायक हनुमन्थप्पा जीवित हैं.

हालांकि हनुमन्थप्पा की हालत गंभीर है. उन्हें दिल्ली के एयरफोर्स स्टेशन अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

सियाचिन में बर्फ में दबे 10 जवानों के लिए चल रहे बचाव अभियान के दौरान लांस नायक हनुमन्थप्पा जिंदा बर्फ से निकाल लिए गए हैं. लेकिन दुर्भाग्य से बाकी 9 जवान अब हमारे साथ नहीं हैं. हनुमन्थप्पा की हालत नाजुक है, लेकिन उनकी जान बचाने की पूरी कोशिश की जा रही है. आप भी हमारे साथ प्रार्थना कीजिए कि लांस नायक जल्द ही अच्छे हो जाएं.
<b>उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हूडा का आधिकारिक बयान</b>


लांस नायक हनुमन्थप्पा के जिंदा बचने की खबर आते ही उनके गांव में जश्न मनना शुरू हो गया है. उनका परिवार भी जल्द से जल्द उन्हें देखने जाना चाहता है.

मैं बहुत खुश हूं और जल्द ही उन्हें देखने जाना चाहती हूं.&nbsp;
<b>लांस नायक की पत्नी</b>
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

पूर्व आर्मी जनरल वीके सिंह ने भी ट्वीट करके इस खबर पर अपनी प्रतिक्रिया दी.

सियाचिन में बचाव अभियान चला रही सेना की टीम ने अन्य 9 जवानों के शवों को भी खोज लिया है. उनके शवों को एवलांच साइट से नीचे लाया जा रहा है.

एक जूनियर कमीशंड ऑफिसर और मद्रास रेजिमेंट के 9 अन्य जवानों की पोस्ट 19,600 फीट की ऊंचाई पर बर्फीला तूफान आने से बर्फ में दब गई थी. एलओसी के पास स्थित इस पोस्ट पर तैनात 10 जवान भी बर्फ में दब गए.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT