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मुंबई, 3 मार्च (आईएएनएस)| फिल्म 'परी' की सह-निर्माता प्रेरणा अरोड़ा पाकिस्तान में अपनी फिल्म पर प्रतिबंध लगाए जाने से हैरान हैं। उन्होंने कहा कि बुराई का कोई धर्म नहीं होता। फिल्म को धार्मिक आस्था के खिलाफ बताकर पाकिस्तान में इसे प्रतिबंधित कर दिया गया है।
पाकिस्तान सेंसर बोर्ड के प्रमुख मोबाशिर हसन के मुताबिक, 'सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सेंसर्स' (सीबीएफसी) के पैनल ने अपनी समीक्षा में 'परी' को 'अयोग्य' घोषित किया है क्योंकि यह मौजूदा नियमों और सीबीएफसी के नियम-कायदे के खिलाफ है और इसके कई संवाद और दृश्य धार्मिक, सामाजिक और नैतिक आदर्शो के खिलाफ हैं।
फिल्म की मुख्य अभिनेत्री अनुष्का शर्मा के बैनर क्लीन स्लेट फिल्म्स के साथ मिलकर फिल्म का निर्माण करने वाली क्रिअर्ज एंटरटेनमेंट की प्रेरणा ने कहा, ऐसा लग रहा है कि वे (पाकिस्तान सेंसर बोर्ड) बिना सोचे-समझे फैसला ले रहे हैं। हम इस बात को कैसे स्पष्ट करें कि वे 'परी' को इस्लाम विरोधी क्यों मानते हैं? फिल्म में जिस बुराई को दिखाया गया है, उसका कोई धर्म नहीं है।
उन्होंने कहा, इससे पहले उनके सह-निर्माण में बनी 'पैडमैन' को इस्लाम विरोधी बताते हुए पाकिस्तान में प्रतिबंधित किया गया था। अब 'परी' भी इस्लाम विरोधी है। क्या वे इस्लाम-विरोधी को परिभाषित कर सकते हैं? मुझे इस बात में कोई संदेह नहीं है कि पाकिस्तान को मेरे बैनर की अगली फिल्म 'परमाणु : द स्टोरी ऑफ पोखरण' भी इस्लाम-विरोधी नजर आएगी।
फिल्म 'परमाणु : द स्टोरी ऑफ पोखरण' का सह-निर्माण क्रिअर्ज एंटरटेनमेंट और जॉन अब्राहम द्वारा किया गया है, जो 1998 में पोखरण में किए गए परमाणु परीक्षण पर आधारित है।
(ये खबर सिंडिकेट फीड से ऑटो-पब्लिश की गई है. हेडलाइन को छोड़कर क्विंट हिंदी ने इस खबर में कोई बदलाव नहीं किया है.)
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