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2019 लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद अब एक के बाद एक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष इस्तीफे की पेशकश कर रहे हैं. उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र के प्रदेश अध्यक्ष के बाद अब तीन और राज्यों झारखंड, पंजाब और असम के प्रदेश अध्यक्षों ने अपने इस्तीफे की पेशकश की है.
कुल मिलाकर 6 राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों ने अपने-अपने राज्य में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए राहुल गांधी को इस्तीफा भेजा है.
इनमें उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर, मध्य प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ, महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अशोक चव्हाण, झारखंड के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार, पंजाब के प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ और असम के प्रदेश अध्यक्ष रिपुन बोरा का नाम शामिल है.
इससे पहले कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी खुद भी इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं. हालांकि कार्यसमिति की बैठक में कांग्रेस के नेताओं ने एक सुर से उनकी इस पेशकश को खारिज कर दिया था.
चुनाव में करारी हार के बाद सिर्फ बड़े नेता ही नहीं, पार्टी के कई दूसरे नेता भी हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन दूसरे नेताओं में कर्नाटक कांग्रेस कैंपेन कमिटी के अध्यक्ष एचके पाटिल, ओडिशा कांग्रेस समिति के अध्यक्ष निरंजन पटनायक, ओडिशा कांग्रेस कैंपेन कमिटी के अध्यक्ष भक्त चरण दास और अमेठी के जिलाध्यक्ष योगेंद्र मिश्र का नाम शामिल है.
2014 के बाद 2019 लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस पार्टी सिर्फ दो डिजिट में ही सिमट गई. 2014 में कांग्रेस ने 44 सीटें हासिल की थी, इस बार पहले से थोड़ा ज्यादा 52 सीटें जीत ली. इसी के साथ उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र जैसे कई राज्यों में भी कांग्रेस को करारी हार झेलनी पड़ी है.
उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, झारखंड में कांग्रेस को सिर्फ 1-1 सीट मिली है. वहीं असम और पंजाब की 13-13 सीटों में 3 और 8 सीटें जीती.
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Published: 27 May 2019,06:32 PM IST