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गुजरात में एक बार फिर बीजेपी ने शहरी निकाय चुनावों में बाजी मारी है. पार्टी ने क्लीन स्वीप करते हुए सभी 6 नगर निगमों में जीत हासिल की. लेकिन इन चुनावों में बीजेपी से ज्यादा चर्चा आम आदमी पार्टी की हो रही है. इसकी वजह है कि सूरत में AAP ने 27 सीटों पर कब्जा किया है. जबकि कांग्रेस को यहां एक भी सीट नहीं मिली. आम आदमी पार्टी के तमाम नेता इसे अपनी बड़ी जीत बता रहे हैं. साथ ही अब बताया गया है कि 26 फरवरी को सीएम अरविंद केजरीवाल गुजरात पहुंच रहे हैं.
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने इसे अरविंद केजरीवाल मॉडल की जीत बताया. उन्होंने सूरत के नतीजों को लेकर ट्विटर पर लिखा,
संजय सिंह के अलावा खुद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सूरत में मिली इस जीत को नई राजनीति की शुरुआत बताया. केजरीवाल ने कहा कि,
"नई राजनीति की शुरुआत करने के लिए गुजरात के लोगों को दिल से बधाई."
पार्टी के तमाम नेताओं ने कांग्रेस को शून्य पर पहुंचाने और यहां मुख्य विपक्षी पार्टी बनने को लेकर ट्वीट किए. इतना ही नहीं आम आदमी पार्टी के ट्विटर हैंडल पर तो गुजरात छाया रहा. कभी "ये हमारी पावरी हो रही है" तो कभी "चर्चे तो अपने ही हो रहे हैं..." के साथ वीडियो ट्वीट किए गए. पार्टी के नेताओं ने कहा कि अब जनता समझ चुकी है कि बीजेपी को कांग्रेस नहीं बल्कि आम आदमी पार्टी ही हरा सकती है.
AAP की तैयारियों का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अब सीएम अरविंद केजरीवाल खुद गुजरात पहुंच रहे हैं. पार्टी की तरफ से बताया गया है कि केजरीवाल 26 फरवरी को गुजरात जाएंगे. जहां वो गुजरात में जीत के लिए जनता को धन्यवाद देंगे, पार्टी ने बताया है कि इस दौरान केजरीवाल एक बड़ा रोड शो भी करेंगे.
सूरत में जीत को लेकर कहा जा रहा है कि आम आदमी पार्टी का साथ पाटीदारों ने दिया है. पाटीदार सूरत में व्यापारियों का एक बड़ा हिस्सा हैं, इसीलिए AAP की जीत में उनके वोट का अहम योगदान रहा. क्योंकि सूरत के व्यापारी लगातार जीएसटी को लेकर आवाज उठाते आए हैं और अपनी परेशान सरकार को बताते आए हैं. इसे लेकर उनके गुस्से ने भी आम आदमी पार्टी को फायदा पहुंचाया.
वहीं अगर कांग्रेस की बात करें तो, हमेशा से ये होता आया है कि जो एंटी बीजेपी वोट हैं, वो कांग्रेस को मिलते थे. लेकिन इस बार आम आदमी पार्टी की एंट्री से ये वोट कांग्रेस से छीन लिए गए. कांग्रेस इन एंटी बीजेपी वोटर्स को अपनी तरफ खींचने में नाकाम रही. जिसका सीधा फायदा AAP ने उठाया. अब अगर ऐसा ही आगे आने वाले चुनावों में होता है तो ये कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका होगा. साथ ही कई राज्यों में कदम रखने वाली आम आदमी पार्टी के लिए बड़ा मौका है.
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Published: 24 Feb 2021,09:27 AM IST