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उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में एबीपी न्यूज के पत्रकार की मौत के मामले में विपक्ष लगातार राज्य सरकार पर हमलावर है. प्रियंका गांधी, अखिलेश यादव दोनों ने ही राज्य सरकार से पूछा है कि जब पत्रकार खुद ही प्रशासन को खतरे से आगाह कर रहे थे तो उनको सुरक्षा क्यों नहीं दी गई. वहीं प्रतापगढ़ से बीजेपी सांसद ने शक जताते हुए जांच की मांग की है.
दरअसल, सुलभ श्रीवास्तव ने अपने मौत के ठीक एक दिन पहले उत्तर प्रदेश पुलिस को लिखा था कि जिले में शराब माफियाओं की उनकी हालिया रिपोर्ट के बाद उन्हें खतरा महसूस हो रहा है. सुरक्षा की मांग करते हुए श्रीवास्तव ने कहा था कि उन्हें सूत्रों ने सूचित किया गया था कि उनकी रिपोर्ट के प्रकाशन के बाद शराब माफिया उनसे नाराज हैं और उन्हें या उनके परिवार को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं.
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा है कि शराब माफियाों के हाथों हत्या की आशंका जताए जाने के बाद भी सुरक्षा क्यों नहीं दी गई ये बताया जाना चाहिए.
प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया है कि राज्य में शराब माफिया उत्पात मचा रहे हैं और राज्य सरकार कुछ नहीं कर रही है.
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने ट्वीट कर कहा है कि यूपी में एबीपी के पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव के निधन पर स्तब्ध हूं.
इस बीच प्रतापगढ़ से बीजेपी सांसद संगम लाल गुप्ता ने सीएम योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी लिखकर कहा है कि अचानक दुर्घटना के बाद शव मिलने से संदेह हुआ है, ऐसे में मामले की जांच होनी चाहिए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.
प्रतापगढ़ पुलिस ने एक बयान में कहा है कि वो अपनी मोटरसाइकिल पर लौट रहे थे. वो एक ईंट भट्टे के पास अपनी मोटरसाइकिल से गिर गए. कुछ मजदूरों ने उन्हें सड़क से उठा लिया और फिर उसके दोस्तों को फोन किया. प्रतापगढ़ पुलिस ने एक बयान में कहा, "उन्हे जिला अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया." पुलिस ने यह भी कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि श्रीवास्तव की बाइक सड़क के किनारे एक हैंडपंप से टकरा गई, जिसके बाद वह गिर गए. पुलिस ने यह भी कहा कि वे मामले में दूसरे एंगल से जांच कर रहे हैं.
अब पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है.
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Published: 14 Jun 2021,03:46 PM IST