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राजभर से मिले ओवैसी, 2022 में साथ लड़ सकते हैं विधानसभा चुनाव 

दिसंबर 2019 में ओमप्रकाश राजभर ने भागीदारी संकल्प मोर्चे का गठन किया था

आईएएनएस
पॉलिटिक्स
Published:
AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी 
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AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी 
(फोटोः PTI)

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आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल की 2022 में यूपी विधानसभा चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद बुधवार को ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर से मुलाकात की. इसके बाद से उत्तर प्रदेश की राजनीति में नए-नए कयास लगाए जा रहे हैं.

ओवैसी अब यूपी में अपने पैर जमाने का प्रयास कर रहे हैं. इसी कोशिश को साकार करने के लिए उन्होंने बुधवार को सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर से लखनऊ में एक होटल में मुलाकात की.

ओम प्रकाश राजभर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व में योगी सरकार के सहयोगी रहे हैं. इस दौरान ओवैसी ने कहा कि मैं नाम बदलने नहीं, दिलों को जीतने आया हूं. राजभर से मुलाकात पर ओवैसी ने कहा कि हम दोनों आप के सामने बैठे हुए हैं. हम एक साथ हैं और राजभर जी के नेतृत्व मे चुनाव लड़ने को तैयार हैं.

सुहेलदेव समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने बताया कि उत्तर प्रदेश के 2022 चुनाव में हमारा 8 दलों का भागीदारी संकल्प मोर्चा है, जिसमें हम संयुक्त मोर्चे के साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे. इसी मोर्चे में ओवैसी भी शामिल हुए हैं. भागीदारी संकल्प मोर्चे में राष्ट्रीय अध्यक्ष जन अधिकार पार्टी के बाबू सिंह कुशवाहा, राष्ट्रीय अध्यक्ष अपना दल कृष्णा पटेल, भारत माता पार्टी रामसागर बिंद, राष्ट्र उदय पार्टी बाबू रामपाल, राष्ट्रीय भागीदारी पार्टी (पी) प्रेमचंद प्रजापति, भारतीय वंचित समाज पार्टी रामकरण कश्यप और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी संकल्प मोर्चे में शामिल हुई है.

बता दें कि दिसंबर 2019 में ओमप्रकाश राजभर ने भागीदारी संकल्प मोर्चे का गठन किया था. तब केवल पांच दल इसमें शामिल थे. माना जा रहा है कि ओवैसी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के अध्यक्ष शिवपाल यादव से भी मिल सकते हैं. यह माना जा रहा है कि ओवैसी का यह दौरा यूपी की राजनीति को नया मोड़ दे सकता है. 
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मंगलवार को आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कर यूपी की राजनीति में एंट्री मारी है. साल 2017 में उत्तर प्रदेश की 34 सीट पर ओवैसी ने अपना प्रत्याशी उतारा था, लेकिन हाल ही में हुए बिहार विधानसभा चुनाव में 5 सीटें जीतने के बाद ओवैसी के हौसले बुलंद हैं. असदुद्दीन ओवैसी अब यूपी की सियासी पिच पर उतरकर किस्मत आजमाने की कवायद में हैं. हाल ही में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के अध्यक्ष शिवपाल यादव ने भी ओवैसी की पार्टी से आगामी विधानसभा चुनाव में गठबंधन के संकेत दिए थे.

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