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क्षेत्रीय दलों को बनाना चाहिए दूसरा फ्रंट,कांग्रेस अखिल भारतीय पार्टी नहीं: बादल

Akali Dal  2024 लोकसभा चुनाव के लिए क्षेत्रीय पार्टियों का एक फ्रंट चाहती है

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<div class="paragraphs"><p>Akali Dal 2024 चुनाव के लिए क्षेत्रीय पार्टियों का फ्रंट चाहती है</p></div>
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Akali Dal 2024 चुनाव के लिए क्षेत्रीय पार्टियों का फ्रंट चाहती है

(फोटो: फेसबुक)

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बीजेपी की लंबे समय तक सहयोगी रहे शिरोमणि अकाली दल (SAD) 2024 लोकसभा चुनाव के लिए क्षेत्रीय पार्टियों का एक फ्रंट चाहती है. अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल (Sukhbir Singh Badal) ने कहा कि बीजेपी का सामना करने के लिए विपक्षी क्षेत्रीय पार्टियों को साथ आना चाहिए.

बादल ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा, "क्षेत्रीय ताकतों के साथ आने की जरूरत है. क्षेत्रीय ताकतें ज्यादा जमीन से जुड़ी हैं और लोगों की बेहतर समझ रखती हैं. हम कई पार्टियों से बात कर रहे हैं."

"क्षेत्रीय दलों को साथ आना चाहिए और 2024 के चुनावों से पहले एक फ्रंट बनाना चाहिए. मुझे विश्वास है कि 2024 से पहले ये फ्रंट बड़ी ताकत बनकर उभरेगा."
सुखबीर सिंह बादल

सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि इस गठबंधन को तीसरा फ्रंट नहीं बल्कि दूसरा फ्रंट कहा जाएगा क्योंकि कांग्रेस अब अखिल भारतीय पार्टी नहीं रही.

बादल का बयान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की विपक्षी दलों से साथ आने की अपील के बाद आया है. बनर्जी ने TMC कार्यकर्ताओं और नेताओं को संबोधित करते हुए कहा था कि 'अब सभी राज्यों में खेला होगा जब तक बीजेपी को देश से नहीं हटा देते.'

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पंजाब चुनाव पर क्या बोले बादल?

कृषि कानूनों के मुद्दे पर बीजेपी और NDA से दूर होने वाले अकाली दल ने इन्हीं कानूनों को पंजाब विधानसभा चुनाव का प्रमुख मुद्दा बताया.

सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि SAD एक किसान पार्टी है और उनके मुद्दे हमारी विचारधारा का केंद्र हैं. बादल ने कहा, "जो भी होगा और उसकी जो भी कीमत हमें चुकानी पड़े, हम इन कानूनों को पंजाब में लागू नहीं होने देंगे."

बादल ने कहा कि अगर अकाली दल की सरकार बनती है तो किसान आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों के परिवार से एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दी जाएगी.

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