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मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) सुशील चंद्रा (Sushil Chandra) ने गुरुवार को कहा कि लखनऊ दौरे के दौरान उनसे मिलने वाले सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने विधानसभा चुनाव सभी कोविड -19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए समय पर कराए जाने की मांग की है. यह इस बात का संकेत है कि चुनावी राज्यों में चुनाव स्थगित नहीं होंगे.
सुशील चंद्रा ने बताया कि हमने राजनीतिक पार्टियों के साथ बैठक की थी. राजनीतिक दलों की मांग है कि समय पर चुनाव कराया जाए. रैलियों में नफरती भाषण और रैलियों में हो रही भीड़ पर भी कुछ दलों ने चिंता जताई है. पोलिंग बूथ पर पर्याप्त संख्या में महिला बूथकर्मी की भी मांग की गई है.
80 साल से अधिक आयु वाले मतदाता, कोरोना संक्रमित मतदाता और दिव्यांग मतदाताओं को घर पर ही वोट डालने की सुविधा प्रदान की जाएगी. 2017 के मतदान का प्रतिशत 61% था, जो लोकसभा चुनाव के समय में घटकर 59% हो गया था. वोटिंग % घटना चिंता का विषय है.
उन्होंने कहा कि चुनाव ड्यूटी पर तैनात सभी कर्मियों का पूर्ण टीकाकरण किया जाएगा, जबकि मतदान केंद्रों पर थर्मल स्कैनर, मास्क, सैनिटाइजर उपलब्ध रहेंगे. उन्होंने कहा, "हमने अधिकारियों से बात की है और उन्हें टीकाकरण को तेज करने के लिए कहा है ताकि चुनाव के समय तक योग्य आबादी का टीकाकरण हो सके."
चुनाव आयोग इस बार हर विधानसभा क्षेत्र में 10 मॉडल बूथ भी बनाएगा.
चंद्रा ने कहा कि उन्होंने पुलिस अधिकारियों के साथ कानून-व्यवस्था की स्थिति के बारे में चर्चा की और उनसे मतदाताओं, विशेषकर महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा। मतदान केंद्रों पर अतिरिक्त महिला पुलिसकर्मी तैनात की जाएंगी.
उन्होंने कहा, "हमने अन्य एजेंसियों से यह भी सुनिश्चित करने को कहा है कि चुनाव के दौरान पैसे और शराब या किसी अन्य मुफ्त चीजों का वितरण न हो.
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Published: 30 Dec 2021,01:07 PM IST