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दिल्ली विधानसभा चुनाव नतीजों के बाद गृहमंत्री अमित शाह ने पहली बार बीजेपी की हार के कारणों पर बयान दिया है. लेकिन इस दौरान वो पार्टी सांसद प्रवेश वर्मा का बचाव करते नजर आए. टाइम्स नाऊ समिट में हिस्सा ले रहे अमित शाह अपनी ही पार्टी के सांसद प्रवेश वर्मा के 'रेप' वाले बयान का बचाव करते दिखे. अमित शाह ने दावा किया कि प्रवेश वर्मा ने ऐसा कोई बयान ही नहीं दिया था.
एक सवाल के जवाब में शाह ने साफ कहा कि 'बहू-बेटियों से बलात्कार की बात किसी ने नहीं की थी'. जबकि 27 जनवरी को एक बयान ने प्रवेश वर्मा ने शाहीन बाग से जु़ड़े एक सवाल पर साफ कहा था कि 'वो आपके घरों में घुसेंगे, आपकी बहन-बेटियों रो उठाएंगे, उनको रेप करेंगे, उनको मारेंगे.'
दरअसल, जब इंटरव्यू ले रही पत्रकार ने उनसे पूछा,
आपकी पार्टी के नेताओं की तरफ से जो बयान आए- देश के गद्दारों को, 8 तारीख को इंडिया-पाकिस्तान का मैच है, पता चल जाएगा इंडिया कौन है पाकिस्तान कौन है, शाहीन बाग में जो प्रदर्शनकारी बैठे हैं वो लोगों के घर में घुसकर बहू-बेटियों का बलात्कार कर देंगे.
अमित शाह ने इसके जवाब में कहा,
ऐसा बयान नहीं दिया किसी ने कि बहू-बेटियों का बलात्कार करेंगे. मगर बाकी सब जो आपने कहा वो भी बयान नहीं देना चाहिए. पार्टी ने भी अपने आपको अलग किया है. ऐसा होता है कि पार्टी और पार्टी के कार्यकर्ता कई स्तर से प्रोसेस से होकर आगे बढ़ते हैं, पार्टी उन्हें आगे बढ़ाती है. हर स्तर के कार्यकर्ता चुनाव के मैदान में होते हैं. कोई कार्यकर्ता कुछ बोल जाता है मगर जनता को मालूम है कि पार्टी कौन है, पार्टी का ऑफिशियल प्रवक्ता होता है, घोषित पार्लियामेंट्री बोर्ड होता है. पार्टी के प्रस्तावित नेता होते हैं. मेरा ऐसा नहीं कहना है कि ये बयान छोटे व्यक्तियों ने दिया. परंतु ये बीजेपी का नजरिया नहीं हो सकता है
अमित शाह भले ही बलात्कार वाले बयान से इनकार कर रहे हो लेकिन 27 जनवरी को बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा ने ऐसा बयान दिया था.
शाहीन बाग पर जब उनसे पत्रकार ने सवाल पूछा तो उन्होंने ये कहा था,
‘’अरविंद केजरीवाल कहते हैं कि वो शाहीन बाग के साथ हैं, मनीष सिसोदिया भी कहते हैं कि वो शाहीन बाग के साथ हैं. दिल्ली की जनता जानती है कि जो आग आज से कुछ साल पहले कश्मीर में लगी थी. जो कश्मीरी पंडित हैं, उनकी बहन-बेटियों के साथ रेप हुआ था. इसके बाद वो आग यूपी में लगती रही, हैदराबाद में लगती रही, केरल में लगती रही. आज वो आग दिल्ली के एक कोने में लग गई है.वहां पर लाखों लोग इकट्ठे हो जाते हैं, वो आग कभी भी दिल्ली के घरों तक पहुंच सकती है. हमारे घर में पहुंच सकती है. दिल्लीवालों को सोच समझकर फैसला लेना पड़ेगा. वो आपके घरों में घुसेंगे, आपकी बहनों और बेटियों को उठाएंगे, उनको रेप करेंगे, उनको मारेंगे. इसलिए आज समय है, कल मोदी जी और अमित शाह नहीं आएंगे बचाने. आज समय है, आज अगर दिल्ली के लोग जाग जाएंगे तो अच्छा रहेगा, वो अपने आप को सुरक्षित आज भी महसूस करते हैं और तब तक सुरक्षित महसूस करेंगे जब तक प्रधानमंत्री मोदी जी हैं, अगर कोई और प्रधानमंत्री बन गया देश का तो देश की जनता अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं करेगी. ”
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