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आंध्र प्रदेश की कैबिनेट भंग हो गई है. सभी मंत्रियों ने बैठक करने के बाद राज्य सचिवालय में सीएम YS जगन मोहन रेड्डी को अपना इस्तीफा सौंप दिया.
जगन मोहन रेड्डी कैबिनेट डिजॉल्व की एक बड़ी वजह कैबिनेट में महिला प्रतिनिधित्व को बढ़ाना भी हो सकती है. 2019 में मेकाथोटी सुचारिता को गृह मंत्री बनाया गया. अभी कैबिनेट में 3 महिला मंत्री हैं.
जगन मोहन रेड्डी की टीम में 5 डिप्टी सीएम है. देश में यह पहला मौका था, जब किसी राज्य में 5 डिप्टी सीएम बनाए गए. कैबिनेट की बात करें तो जगन की कैबिनेट में 11 मंत्री फॉरवर्ड कास्ट के हैं, जिसमें 4 रेड्डी कम्युनिटी से हैं. इसके अलावा 7 बीसी, 5 एससी और एक एसटी और मुस्लिम कम्युनिटी से है. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि जगन नई कैबिनेट में भी इस कॉस्ट कॉम्बिनेशन को संतुलित रखने की कोशिश करेंगे.
आंध्र प्रदेश में जगन की सरकार बने आधे से ज्यादा समय (करीब 3 साल) बीत चुका है. ऐसे में शायद वे अपने विधायकों और मंत्रियों को मैसेज देना चाहते हैं कि अगर जनता के लिए काम नहीं किया जाएगा तो किसी को भी बदला जा सकता है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, वाईएसआरसीपी के सूत्रों का मानना है कि जगन मोहन रेड्डी ने ये कदम अपने मंत्रियों और विधायकों को मैसेज देने के लिए उठाया है कि वह निर्विवाद नेता हैं और पार्टी में असंतोष की कोई गुंजाइश नहीं है. उन्होंने कहा पार्टी के सभी विधायक और मंत्री जानते हैं कि जगन की कड़ी मेहनत की वजह से ही पार्टी को जीत मिली है. मई 2019 में शपथ लेने के दौरान उन्होंने स्पष्ट कर दिया था कि विधायकों और मंत्रियों को अपने पदों को हल्के में नहीं लेना चाहिए.
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Published: 07 Apr 2022,05:37 PM IST