advertisement
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने 24 जुलाई को ट्वीट करते हुए कहा कि उपराज्यपाल अनिल बैजल (Anil Baijal) का किसान आंदोलन से संबंधित केसों के लिए दिल्ली सरकार द्वारा चुने गए वकीलों के पैनल को खारिज करने का फैसला" दिल्ली वालों का अपमान है".
सीएम अरविंद केजरीवाल ने लिखा "कैबिनेट फैसलों को इस तरह पलटना दिल्ली वालों का अपमान है. दिल्ली के लोगों ने ऐतिहासिक बहुमत से "आप" सरकार बनाई थी और भाजपा को हराया. भाजपा देश चलाये, "आप" को दिल्ली चलाने दे. आए दिन हर काम में इस तरह की दखल दिल्ली के लोगों का अपमान है. भाजपा जनतंत्र का सम्मान करें".
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार द्वारा चुने गए वकीलों के लिस्ट को खारिज करते हुए उपराज्यपाल अनिल बैजल ने दिल्ली पुलिस द्वारा चुनी गई एक टीम को मंजूरी दे दी है, जो केंद्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार को रिपोर्ट करती है.
19 जुलाई को केजरीवाल कैबिनेट ने यह फैसला लिया था कि दिल्ली सरकार द्वारा चुने गए वकील ही 26 जनवरी को हुई हिंसा तथा अराजकता को लेकर किसानों के खिलाफ दर्ज मामले में दिल्ली पुलिस की तरफ से सरकारी वकील होंगे.
इस पर आपत्ति जताते हुए उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि उपराज्यपाल को यह अधिकार है कि अगर दिल्ली सरकार के फैसले से वो सहमत नहीं हैं तो उसे केंद्र को भेजें, लेकिन यह केवल "असाधारण परिस्थितियों" पर लागू होता है ना कि "हर दूसरे मामले" पर.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)
Published: undefined