मेंबर्स के लिए
lock close icon
Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Politics Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019‘पद्मावत’ में भंसाली ने जिसे दिखाया है, वो ये खिलजी नहीं 

‘पद्मावत’ में भंसाली ने जिसे दिखाया है, वो ये खिलजी नहीं 

पद्मावत में अलाउद्दीन खिलजी को एक वहशी और बर्बर शासक के तौर पर दिखाना इतिहास को तोड़ना-मरोड़ना है

क्विंट हिंदी
पॉलिटिक्स
Updated:
संजय लीला भंसाली की फिल्म में अलाउद्दीन खिलजी एक वहशी बादशाह के तौर पर दिखाया गया है, लेकिन इतिहास इसकी गवाही नहीं देता. 
i
संजय लीला भंसाली की फिल्म में अलाउद्दीन खिलजी एक वहशी बादशाह के तौर पर दिखाया गया है, लेकिन इतिहास इसकी गवाही नहीं देता. 
(फोटो : द क्विंट )

advertisement

हिंसा और विरोध के बीच गुरुवार को संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत रिलीज हो गई. फिल्म में रणवीर सिंह खिलजी वंश के शासक अलाउद्दीन खिलजी का रोल अदा कर रहे हैं. फिल्म में खिलजी एक बर्बर और वहशी बादशाह के तौर पर पेश किया गया है. लेकिन इतिहासकारों का कहना है भंसाली ने पर्दे पर जिस खिलजी को दिखाया है वह असल खिलजी से काफी अलग है.

इतिहासकार राना सफवी कहती हैं कि खिलजी को बेहद वहशी बादशाह के तौर पर पेश किया गया है. ऐसा नहीं हो सकता. दिल्ली में उसका सल्तनत पर्सिया से प्रेरणा लेती थी जो दुनिया की पुरानी और सभ्यताओं में एक थी.

सफवी कहती हैं,

अलाउद्दीन खिलजी पर्सिया के तौर-तरीकों और वहां के लोगों की तरह व्यवहार करता था. खान-पान, भोज के आयोजन और पहनने-ओढ़ने में वो सलीकेदार था.  
राना सफवी, इतिहासकार 

खिलजी वहशी नहीं था

जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में विमेन स्टडीज डिपार्टमेंट में एसोसिएट प्रोफेसर अरुणिमा गोपीनाथ कहती हैं महान कवि अमीर खुसरो खिलजी के शासन में ही फले-फूले. खुसरो ने 13वीं सदी में अलाउद्दीन खिलजी के युद्ध अभियानों के बारे में विस्तार से लिखा है. लेकिन खुसरो ने उसे एक वहशी शासक के तौर पर पेश नहीं किया है.

भंसाली की फिल्म पर इतिहास को तोड़ने-मरोड़ने का आरोप लगाया जा रहा है. (फोटो: ट्विटर)
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

सफवी कहती हैं कि संजय लीला भंसाली की फिल्म में अलाउद्दीन खिलजी का जो रूप दिखाया गया है वह बेहद बर्बर और वहशी है. उसे विलेन के तौर पर दिखाया गया है जबकि रतन सिंह को एक नायक के तौर पर पेश किया गया है.

उनके मुताबिक हो सकता है खिलजी क्रूर रहा हो लेकिन वो महिलाओं के पीछे भागने और फिर उसे हासिल करने में नाकाम रहने पर राज्यों पर हमला करने वालों में से नहीं था. वो साम्राज्यवादी और एक अच्छा सैन्य रणनीतिकार था, जो सिर्फ अपने साम्राज्य का विस्तार करना चाहता था. वह मंगोल हमलावरों को कुचल देना चाहता था. इसलिए वो क्रूर तरीके से अपने सैन्य अभियान चलाता था. वह दूसरों के दिल में डर पैदा करना चाहता था.

वह शायद अकेला बादशाह था जो जुमे की नमाज पढ़ने नहीं जाता था. इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के इतिहास विभाग के हीरम चतुर्वेदी का कहना है देश में इस्लामी शासकों को विलेन के तौर पर पेश करना का साफ पैटर्न दिख रहा है. भंसाली की फिल्म में अलाउद्दीन का किरदार इसी कोशिश की एक कड़ी हो सकती है.

इनपुट : पीटीआई

ये भी पढ़ें : देश को 'पद्मावत' पर गर्व होगा : रणवीर सिंह

[ गणतंत्र दिवस से पहले आपके दिमाग में देश को लेकर कई बातें चल रही होंगी. आपके सामने है एक बढ़ि‍या मौका. चुप मत बैठिए, मोबाइल उठाइए और भारत के नाम लिख डालिए एक लेटर. आप अपनी आवाज भी रिकॉर्ड कर सकते हैं. अपनी चिट्ठी lettertoindia@thequint.com पर भेजें. आपकी बात देश तक जरूर पहुंचेगी ]

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

अनलॉक करने के लिए मेंबर बनें
  • साइट पर सभी पेड कंटेंट का एक्सेस
  • क्विंट पर बिना ऐड के सबकुछ पढ़ें
  • स्पेशल प्रोजेक्ट का सबसे पहला प्रीव्यू
आगे बढ़ें

Published: 25 Jan 2018,06:55 PM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT