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बिहार की राजनीति में सियासी उठापटक के बीच बीजेपी ने नीतीश कुमार को समर्थन देने की बात कही है. राज्य बीजेपी के अध्यक्ष नित्यानंद राय ने कहा है कि उनकी पार्टी नीतीश कुमार को समर्थन दे सकती है.
नित्यानंद राय के मुताबिक कहा बिहार का विकास जरूरी है. उन्होंने कहा कि अगर नीतीश महागठबंधन से अलग होते हैं और राज्य की सरकार पर कोई संकट आता है तो हम बाहर से समर्थन के लिए तैयार हैं.
लालू प्रसाद पर पड़े छापों के बारे में चर्चा करने के लिए नीतीश कुमार ने भी गठबंधन के विधायकों की मीटिंग बुलाई है. इस बैठक में लालू यादव शामिल नहीं होंगे. उनकी पार्टी की ओर से इसमें जयप्रकाश यादव आएंगे. इस बैठक में उपराष्ट्रपति पद को लेकर भी चर्चा होनी है.
लालू के ऊपर सीबीआई के रेड के पूरे प्रकरण पर अभी तक नीतीश कुमार ने चुप्पी साध रखी है. हालांकि, सोमवार को ही जेडीयू नेता शरद पवार ने लालू के समर्थन में बात की है. उन्होंने सीबीआई कार्रवाई को महागठबंधन को कमजोर करने की साजिश करार दिया.
लालू प्रसाद और उनके परिवार पर सीबीआई की ताबड़तोड़ कार्रवाई के बाद, सोमवार को आरजेडी के विधायक दल की मीटिंग हुई. ये मीटिंग लालू प्रसाद यादव के घर पर रखी गई थी. मीटिंग में तय हुआ कि तेजस्वी यादव इस्तीफा नहीं देंगे. मीटिंग में लालू प्रसाद और डिप्टी सीएम तेजस्वी ने हिस्सा नहीं लिया.
इसमें आरजेडी के सभी नेताओं को 27 अगस्त को होने वाली पार्टी की रैली को सफल बनाने के लिए पूरी मेहनत करने का आदेश दिया गया. साथ ही बीजेपी-आरएसएस के खिलाफ लड़ने का ऐलान किया गया.
बैठक के बाद आरजेडी नेता जगदानंद ने कहा कि देश में ‘नफरत का माहौल है. इसमें बीजेपी और आरएसएस की भूमिका है. सरकार के खिलाफ आवाज उठाने पर सजा हो रही है.’ उन्होंने बताया कि सीबीआई छापों पर नीतीश कुमार ने लालू यादव से बातचीत की है.
आरजेडी ने सीबीआई कार्रवाई को महागठबंधन को रोकने के लिए बीजेपी की साजिश करार दिया. वहीं बैठक शुरू होने के पहले आरजेडी विधायक अरुण यादव ने तेजस्वी यादव को सीएम पद का उम्मीदवार बताया. वहीं, बिहार सरकार में मंत्री विजय प्रकाश ने कहा कि तेजस्वी यादव को इस्तीफा देने की जरूरत नहीं है.
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