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बिहार (Bihar) विधानसभा में सोमवार, 12 फरवरी को होने वाले फ्लोर टेस्ट से पहले जनता दल यूनाइटेड (JDU) में सेंधमारी की अटकलें लगाई जा रही हैं. फ्लोर टेस्ट से पहले रविवार, 11 फरवरी की शाम जेडीयू विधायकों की बैठक से कम से कम चार विधायक गायब रहे. हालांकि, अपनी पार्टी के विधायकों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने कहा- "आप लोग घबराइये नहीं, कुछ नहीं होने जा रहा है. संख्या बल हमारे पास है."
बता दें कि 9 फरवरी को ही जेडीयू ने अपने तमाम विधायकों को पटना में मौजूद रहने को कहा था. शनिवार, 10 फरवरी की दोपहर पार्टी ने अपने विधायकों को मंत्री श्रवण कुमार के आवास पर बुलाया था, लेकिन कुछ विधायक बैठक में नहीं पहुंचे थे. शनिवार को इस बैठक के बाद मंत्री श्रवण कुमार ने सफाई दी थी निजी कारणों से विधायक पटना से बाहर हैं. लेकिन 11 फरवरी को मंत्री विजय चौधरी के आवास पर होने वाली बैठक में सारे विधायक मौजूद रहेंगे.
लेकिन फ्लोर टेस्ट की पूर्व संध्या पर यानि रविवार, 11 जनवरी की शाम को मंत्री विजय चौधरी के आवास पर बुलायी गयी बैठक से पार्टी के कम से कम चार विधायक गायब रहे. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, जेडीयू की इस बैठक में विधायक सुदर्शन, बीमा भारती, दिलीप राय और डॉ संजीव कुमार नहीं पहुंचे.
पार्टी के विधायक इस तरह तितर-बितर हुए कि मंत्री श्रवण कुमार आखिर तक उन्हें समेटने की कोशिश करते रहे. लेकिन वे सफल नहीं हो पाये. शाम 5 बजे शुरू होने वाली बैठक में श्रवण कुमार दो विधायकों को अपनी गाड़ी में बिठा कर पहुंचे. इनमें सुधांशु शेखर, अमन भूषण हजारी शामिल थे.
सीएम नीतीश की पार्टी के लिए चिंता की सबसे बड़ी बात ये है कि पार्टी के जो चार विधायक बैठक में शामिल नहीं हुए उनके मोबाइल बंद हैं. पार्टी के विधायक सुदर्शन कुमार का मोबाइल आउट ऑफ नेटवर्क है. वहीं बीमा भारती का मोबाइल भी बंद है. विधायक दिलीप राय और डॉ संजीव का भी मोबाइल बंद है.
राजनीतिक गलियारे में चर्चा ये है कि JDU में सेंधमारी हो गयी है. इसके कारण भी हैं. बरबीघा से विधायक सुदर्शन कुमार काफी पहले से मंत्री अशोक चौधरी से नाराज हैं. उन्होंने नीतीश कुमार से भी शिकायत की थी लेकिन अशोक चौधरी पर कोई असर नहीं पड़ा. सुदर्शन इस मामले को लेकर लंबे अर्से से नाराज हैं.
उधर जेडीयू के एक और विधायक दिलीप राय पर पाला बदलने का शक है. दिलीप राय पहले आरजेडी के ही नेता रहे हैं. वे आरजेडी के विधान पार्षद रह चुके हैं. लेकिन 2020 में पाला बदल कर जेडीयू में आये थे और विधानसभा चुनाव में जेडीयू के टिकट पर विधायक बन गये. लेकिन दिलीप राय की लालू परिवार से नजदीकी जग जाहिर रही है. लिहाजा उन पर शक गहरा रहा है.
बैठक के बाद मंत्री विजय चौधरी ने भी मीडिया से बात की. विजय चौधरी ने कहा कि पार्टी के दो-तीन विधायक बैठक में नहीं पहुंचे लेकिन वे सब इजाजत लेकर गये हैं. उन्होंने अपने बाहर होने की जानकारी पार्टी को पहले ही दे दी थी. वे सब समय पर विधानसभा पहुंच जायेंगे.
वहीं इसी बीच जीतन राम मांझी ने कहा कि NDA में 128 विधायक हैं, और हम जहां तक समझते हैं कि 128 से एक दो और ज्यादा बढ़ेंगे. क्योंकि वर्तमान समय में सभी लोग नरेंद्र भाई मोदी जी के नेतृत्व के कायल हैं.
उन्होंने आगे कहा कि हमारे यहां भी कहा जाता था कि एक विधायक शायद चुप हैं या बदल सकते हैं लेकिन 6 बजे बुलाई गई बैठक में सभी लोग हाजिर हैं. इसी प्रकार बीजेपी, जेडीयू और हमारी (हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा) पार्टी के सभी विधायक विधानसभा में हाजिर होंगे कोई विधायक ईधर- उधर नहीं होगा.
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