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बिहार (Bihar) में नई सरकार के गठन के एक हफ्ते बाद मंत्रियों के विभागों का बंटवारा हो गया. शनिवार (3 फरवरी) को राजभवन की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है कि मुख्यमंत्री की सलाह के अनुसार, राज्यपाल के सचिवालय ने मंत्रियों के विभागों का आंवटित कर दिया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर अपने पास गृह विभाग की जिम्मेदारी रखी है, जबकि बीजेपी के दोनों डिप्टी सीएम को 9-9 विभागों का जिम्मा दिया है.
नीतीश कुमार (मुख्यमंत्री, जेडीयू): सामान्य प्रशासन, गृह, मंत्रिमंडल सचिवालय, निगरानी, निर्वाचन के अलावा वो विभाग जो किसी को आवंटित नहीं किए गए.
सम्राट चौधरी (डिप्टी सीएम, बीजेपी): वित्त, वाणिज्य-कर, नगर विकास एवं आवास, स्वास्थ्य, खेल, पंचायती राज, उद्योग, पशु एवं मत्सय संसाधन और विधि.
विजय कुमार सिन्हा (डिप्टी सीएम, बीजेपी): कृषि, पथ निर्माण, राजस्व एवं भूमि सुधार, गन्ना उद्योग, खान एवं भूतत्व, श्रम संसाधन, कला, संस्कृति एवं युवा, लघु जल संसाधन, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण.
विजय कुमार चौधरी (मंत्री, जेडीयू): जल संसाधन, संसदीय कार्य, भवन निर्माण, परिवहन, शिक्षा, सूचना एवं जन-संपर्क.
बिजेंद्र यादव (मंत्री, जेडीयू): उर्जा, योजना एवं विकास, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन, ग्रामीण कार्य, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग.
प्रेम कुमार (मंत्री, बीजेपी): सहकारिता, पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण, आपदा प्रबंधन, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन, पर्यटन.
श्रवण कुमार (मंत्री, जेडीयू): ग्रामीण विकास, समाज कल्याण, खाद्य एवं उपभोक्ता सरंक्षण.
संतोष कुमार 'सुमन' (मंत्री, HAM): सूचना प्रावैधिकी, एससी-एसटी कल्याण विभाग.
सुमित कुमार सिंह (मंत्री, निर्दलीय): विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकि शिक्षा
मंत्रियों के जारी विभागों के बंटवारें में बीजेपी प्रमुख रूप से हावी नजर आ रही है. भारतीय जनता पार्टी के खाते में अधिकतम महत्वपूर्ण और बड़े विभाग गए हैं, जो महागठबंधन की सरकार में आरजेडी के पास थे. जेडीयू-आरजेडी की सरकार में वित्त छोड़कर स्वास्थ्य, खेल, पर्यटन, शिक्षा, पर्थ एवं लोक निर्माण, राजस्व आदि विभाग राजद के हिस्से में गये थे.
वहीं, इस बार भी जेडीयू के खाते में वहीं विभाग आए हैं, जो अमूमन उसके पास होते हैं, जैसे शिक्षा, ग्रामीण विकास, उर्जा, अल्पसंख्यक कल्याण, संसदीय कार्य, सूचना एवं जन-संपर्क, परिवहन आदि. हालांकि, पिछली सरकार में शिक्षा विभाग आरजेडी के पास था जबकि हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) को हर बार की तरह एससी-एसटी विभाग मिला है.
कुल मिलाकर देखें, तो जैसे पिछली बार RJD सरकार में हावी थी, वैसे ही इस बार बीजेपी है, बस उसके एक डिप्टी सीएम थे और बीजेपी के दो हैं. हालांकि, अगले कैबिनेट विस्तार में कुछ नए चेहरों के शामिल होने की संभावना है. जिसमें महिला एवं अल्पसंख्यकों प्रमुख रूप से हो सकते हैं.
बता दें कि पिछले महीने नीतीश कुमार ने "यू टर्न" लेते हुए तीसरी बार RJD का साथ छोड़ एनडीए से हाथ मिला लिया था. नई सरकार का गठन 28 नजवरी को हुआ था, जिसमें कुल सीएम और दो डिप्टी सीएम समेत 9 लोगों ने शपथ ली थी, इसमें जेडीयू से एक सीएम, तीन मंत्री, बीजेपी से दो डिप्टी सीएम, एक मंत्री और HAM से एक और एक निर्दलीय को कैबिनेट में जगह दी गई थी.
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Published: 03 Feb 2024,02:24 PM IST