मेंबर्स के लिए
lock close icon
Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Politics Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019दावत-ए-इफ्तार पर BJP-JDU में दरार, क्या 2020 में अलग-अलग मनेगी ईद?

दावत-ए-इफ्तार पर BJP-JDU में दरार, क्या 2020 में अलग-अलग मनेगी ईद?

क्या 2020 के विधानसभा चुनाव में बिहार में कुछ नया समीकरण दिख सकता है?

शादाब मोइज़ी
पॉलिटिक्स
Updated:
नीतीश कुमार की इफ्तार में रामविलास पासवान
i
नीतीश कुमार की इफ्तार में रामविलास पासवान
(फोटो: PTI)

advertisement

लोकसभा चुनाव के बाद बिहार में राजनीतिक हालात तेजी से बदल रहे हैं. बीजेपी-जेडीयू की दोस्ती में दूरियों की खबरें सामने आ रही हैं. दरअसल, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया. उसी दिन बीजेपी और जेडीयू दोनों ने ही अलग-अलग इफ्तार पार्टी का आयोजन किया. लेकिन न तो बीजेपी के नेता जेडीयू की इफ्तार पार्टी में गए, न ही जेडीयू के नेता ने बीजेपी की इफ्तार पार्टी में शामिल हुए.

ऐसे में अब राजनीतिक गलियारों में ये सवाल तेजी के साथ उठने लगा है कि क्‍या बिहार एनडीए में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है?

नीतीश कुमार की इफ्तार में रामविलास पासवान, जीतनराम मांझी, चिराग पासवान(फोटो: JDU)

इफ्तार में दिखी दरार

रविवार को पटना में इफ्तार पार्टियों का दिन रहा. पहले की तरह जेडीयू ने पटना के हज भवन में इफ्तार पार्टी का आयोजन किया. इस पार्टी में आरजेडी की सहयोगी पार्टी के नेता और बिहार के पूर्व सीएम जीतनराम मांझी से लेकर आरजेडी के बागी और पूर्व सांसद अली अशरफ फातमी भी शामिल हुए.

यही नहीं, एलजेपी के अध्यक्ष रामविलास पासवान और उनके बेटे चिराग पासवान भी नीतीश कुमार की इफ्तार की दावत में शामिल हुए. लेकिन बिहार सरकार में नीतीश कुमार की सहयोगी पार्टी बीजेपी से कोई भी वहां मौजूद नहीं था.

नीतीश कुमार की इफ्तार में पहुंचे रामविलास पासवान(फोटो: PTI)
बात यहीं खत्म नहीं हुई. बीजेपी नेता और उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने भी पटना के राजकीय मदरसा शमशुल हुदा परिसर में इफ्तार का आयोजन किया. लेकिन इनकी इफ्तार पार्टी में भी जेडीयू के कोई नेता मौजूद नहीं रहे.

बीजेपी की इफ्तार में शाहनवाज हुसैन, रविशंकर प्रसाद और एलजेपी के सांसद और रामविलास पासवान के भाई पशुपति पारस शामिल हुए.

बीजेपी की इफ्तार में डिप्टी सीएम सुशील मोदी, रविशंकर प्रसाद, शाहनवाज हुसैन.(फोटो: PTI)

बीजेपी-जेडीयू में सब कुछ ठीक नहीं

अगर हाल की कुछ घटनाओं को देखें, तो ये बात कही जा सकती है कि बीजेपी-जेडीयू, दोनों पार्टियों के बीच 2019 लोकसभा चुनाव के बाद दूरियां आ गई हैं. दूरियों की शुरुआत होती है केंद्र की मोदी सरकार की कैबिनेट में जेडीयू की गैरहाजिरी से.

नीतीश की नाराजगी की शुरुआत

दरअसल, 30 मई 2019 को नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह से पहले नीतीश कुमार ने ऐलान किया था कि उनकी पार्टी से कोई भी मोदी सरकार की केंद्रीय कैबिनेट में शामिल नहीं होगा. नीतीश कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि उन्हें सांकेतिक भागीदारी नहीं चाहिए. उन्होंने कहा था:

“जब मुझे बताया गया कि जेडीयू को एक सीट दी जा रही है, तो मैंने कहा कि इसकी जरूरत नहीं है. लेकिन फिर भी मैं अपनी पार्टी के लोगों से बात करूंगा. मैंने सभी को पूछा और उन सभी ने कहा कि हमें सांकेतिक भागीदारी नहीं चाहिए. हम एक साथ हैं और किसी तरह की कोई नाराजगी नहीं है.”
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

नीतीश की मंत्रिपरिषद में BJP को जगह नहीं

रविवार को नीतीश कुमार की सरकार ने अपनी मंत्रिपरिषद का विस्तार किया. लेकिन इस बार बीजेपी के किसी विधायक को जगह नहीं मिली. नीतीश ने आठ नए मंत्री बनाए, लेकिन सारे JDU से. ऐसे में माना जाने लगा कि नीतीश कुमार ने केंद्र की कैबिनेट में ज्यादा सीटें न मिलने का बदला बिहार में बीजेपी से ले लिया.

लेकिन तब ही बिहार के डिप्टी सीएम और बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर सफाई दी, उन्होंने कहा:

‘’नीतीश कुमार ने खाली पड़े मंत्री पदों को भरने के लिए बीजेपी को प्रस्ताव दिया है. इन पदों को भरने को लेकर बीजेपी भविष्य में फैसला करेगी.’’

अब भले ही जेडीयू और बीजेपी बार बार सब कुछ ठीक होने का दावा कर रहे हों, लेकिन इन दोनों घटनाओं के बाद अब एक-दूसरे के इफ्तार में शामिल न होना दोनों के रिश्ते में कड़वाहट की ओर इशारा तो कर ही रहा है.

अब अगर ये दूरियां इसी तरह बढ़ती रहीं, तो 2020 के विधानसभा चुनाव में बिहार में कुछ नया समीकरण दिख सकता है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

अनलॉक करने के लिए मेंबर बनें
  • साइट पर सभी पेड कंटेंट का एक्सेस
  • क्विंट पर बिना ऐड के सबकुछ पढ़ें
  • स्पेशल प्रोजेक्ट का सबसे पहला प्रीव्यू
आगे बढ़ें

Published: 03 Jun 2019,11:06 AM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT