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इस्तीफा देने के करीब 16 घंटे बाद ही नीतीश कुमार एक बार फिर से बिहार के सीएम बन चुके हैं. फर्क केवल इतना है कि वे अपने पुराने दोस्त बीजेपी के साथ मिलकर सरकार चलाएंगे. उप मुख्यमंत्री की कुर्सी पर इस बार सुशील मोदी हैं, जिन पर तेजस्वी यादव जैसा कोई आरोप नहीं है.
बिहार की सत्ता में मची इस हलचल को सियासी पंडित भी बड़े अचरज के साथ देख रहे हैं. हम आगे बेहद कम शब्दों में, प्वाइंट वाइज ये बता रहे हैं कि नमो-नीतीश की नई जोड़ी से बिहार में किस पार्टी को कितना फायदा होगा, कितना नुकसान.
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Published: 27 Jul 2017,12:29 PM IST