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बिहार में शराबबंदी कानून को लेकर राजनीति गरमाई हुई है. विपक्ष जोरदार प्रदर्शन कर रहा है, तेजस्वी की अगुवाई में आरजेडी समेत विपक्ष राज्य सरकार के मंत्री रामसूरत राय पर भी हमलावर है. शनिवार को विपक्षी पार्टी के सदस्यों ने राजभवन तक मार्च किया और राज्यपाल को ज्ञापन भी सौंपा.
तेजस्वी यादव का आरोप है कि मुजफ्फरपुर के बोचहा थाना के जिस स्कूल से शराब बरामद की गई थी, उस स्कूल के संस्थापक मंत्री रामसूरत राय है. व्यवस्थापक और स्कूल के मालिक उनके भाई हैं. तेजस्वी ने कहा कि इस मामले में स्कूल के हेडमासटर अमरेंद्र कुमार को गिरफ्तार किया गया है, जबकि स्कूल में शराब लदे ट्रक आने की सूचना उन्होंने ही बोचहा थाने में दी थी.
विधानसभा की कार्यवाही शनिवार को शुरू होने से पहले ही मंत्री रामसूरत राय के इस्तीफे की मांग को लेकर राजद के सदस्यों ने विधानमंडल परिसर में प्रदर्शन किया. विपक्ष लगातार मंत्री राय के इस्तीफे की मांग पर अड़ा रहा. विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि यह मामला बहुत गंभीर है. उन्होंने कहा कि मंत्री के खिलाफ सभी सबूत है. शराब मामले में गरीबों को गिरफ्तार किया जा रहा है.
उधर, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामसूरत राय का कहना है कि अगर उनके भाई जांच में दोषी पाए जाते हैं तो उन्हें जेल भेजा जाना चाहिए, कार्रवाई होनी चाहिए लेकिन ये गलती उनकी नहीं हैं. इस दौरान वो लालू प्रसाद यादव का जिक्र करके तेजस्वी यादव पर भी बरसे.
सदन में तेजस्वी और उप मुख्यमंत्री तारकिशोर एक-दूसरे के खिलाफ खड़े हो गए. इसके बाद अध्यक्ष ने दो बजे तक के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी. इसके बाद आरजेडी के विधायक नेता विपक्ष को बोलने का पर्याप्त अवसर नहीं देने पर नाराजगी जताते हुए अध्यक्ष कक्ष के बाहर धरने पर बैठे.इसके बाद तेजस्वी यादव के नेतृत्व में विपक्षी सदस्य पैदल ही राजभवन मार्च किया.
नीतीश सरकार में मंत्री मंत्री जीवेश मिश्रा ने मंत्री रामसूरत राय का बचाव करते हुए कहा कि मंत्री रामसूरत राय का उस स्कूल से कोई लेना-देना नहीं है, जहां से शराब की बरामदगी हुई है. मंत्री का 2012 में अपने भाई से रजिस्टर्ड बंटवारा हो चुका है.
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