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बीजेपी से दोबारा टिकट नहीं मिलने पर विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने रविवार को निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. आहूजा अब राजस्थान में जयपुर के सांगानेर विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे.
2016 में आहूजा तब सुर्खियों में आए थे, जब उन्होंने जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में हर दिन हजारों कंडोम और सैकड़ों इस्तेमाल किए हुए अबॉर्शन इंजेक्शन मिलने की बात कही थी.
आहूजा ने साफ-साफ कहा है कि वह गौरक्षा, राम जन्मभूमि पर राम मंदिर निर्माण और हिंदुत्व के मुद्दों पर चुनाव लड़ेंगे. सोमवार को वो सांगानेर विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल करेंगे. उन्होंने बताया कि बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी को उन्होंने इस्तीफा भेज दिया है.
आहूजा ने कहा, ‘‘पार्टी ने बिना मुझसे पूछे टिकट काट दिया और टिकट काटने का कोई कारण भी नहीं बताया गया. अपने समर्थकों और परिजनों के दबाव में मैंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया और अब सांगानेर विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ूंगा.''
आहूजा अलवर जिले के रामगढ़ से लगातार दो बाद बीजेपी के विधायक रहे हैं. अब वह जयपुर की सांगानेर विधानसभा सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे.
उन्होंने कहा, ‘‘पार्टी की ओर से अलवर के रामगढ़ से दूसरे उम्मीदवार को टिकट दिए जाने के बाद मैंने जयपुर के सांगानेर से टिकट मांगा था, लेकिन पार्टी ने मेरी मांग नहीं मानी, इसलिए मैंने सांगानेर से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने का फैसला किया है.''
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