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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की कैसरगंज (Kaiserganj) लोकसभा सीट से बीजेपी ने सांसद बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) का टिकट काट दिया है. पार्टी ने उनकी जगह उनके बेटे करण भूषण सिंह (Karan Bhushan Singh) को अपना उम्मीदवार बनाया है. गुरुवार, 2 मई को बीजेपी ने यूपी की दो सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान किया. रायबरेली सीट से दिनेश प्रताप सिंह को टिकट मिला है.
करीब एक दशक तक भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष रहे बृजभूषण पर साल 2023 में छह महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया जैसे शीर्ष भारतीय पहलवानों ने बृज भूषण के खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर पर भारी विरोध प्रदर्शन किया था.
इन आरोपों की वजह से माना जा रहा था कि इस बार कैसरगंज से पार्टी नए चेहरे पर दांव खेल सकती है. बीजेपी नहीं चाहती है कि इन आरोपों की वजह से उसके चुनाव अभियान पर असर पड़े. हालांकि, पार्टी जानती है कि बृजभूषण शरण सिंह का क्षेत्र में कितना राजनीतिक दबदबा है. ऐसे में उनकी जगह उनके बेटे को चुना है.
बता दें कि बृजभूषण शरण सिंह दो बार गोंडा, एक बार बहराइच और कैसरगंज लोकसभा सीट से लगातार तीन बार के सांसद हैं. वो समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ और जीत चुके हैं. कैसरगंज सीट से अपना पहला चुनाव बृजभूषण सिंह ने एसपी के टिकट पर ही जीता था.
करण, बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के छोटे बेटे हैं. वह डबल ट्रैप शूटिंग के नेशनल खिलाड़ी रह चुके हैं. करण भूषण सिंह वर्तमान में उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ के अध्यक्ष हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, करण ने डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय से बीबीए और एलएलबी की डिग्री हासिल की है. साथ ही ऑस्ट्रेलिया से बिजनेस मैनेजमेंट का डिप्लोमा भी किया है. वह सहकारी ग्राम विकास बैंक (नवाबगंज, गोण्डा) के अध्यक्ष भी हैं. यह उनका पहला चुनाव है.
जानकारी के मुताबिक करण भूषण शुक्रवार, 3 मई को कैसरगंज से अपना नामांकन दाखिल कर सकते हैं. कैसरगंज में लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में 20 मई को मतदान होगा.
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