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बीएस येदियुरप्पा की एक नई डायरी पर खुलासे का दावा किया जा रहा है. कांग्रेस का आरोप है कि येदियुरप्पा ने बीजेपी के टॉप लीडर्स के लिए 1800 करोड़ रुपये दिए थे. इसके बाद दो साल पहले जारी की गई वो वीडियो क्लिप भी फिर से सुर्खियों में आ गई है. इस वीडियो में बीजेपी के दिवंगत मंत्री अनंत कुमार और येदियुरप्पा कुछ लेनदेन की बातें करते नजर आ रहे हैं.
इस वीडियो के सामने आने के बाद अक्टूबर 2017 में कर्नाटक पुलिस के एंटी करप्शन ब्यूरो ने बीजेपी के स्टेट प्रेसिडेंट बीएस येदयुरप्पा और तत्कालीन केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. वीडियो को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया था. फॉरेंसिक रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हुई कि वीडियो में येदयुरप्पा और अनंत कुमार की आवाज ही थी. इसके बाद ही एसीबी ने बीजेपी के दोनों नेताओं के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की.
फरवरी 2017 में, कर्नाटक कांग्रेस ने एक वीडियो जारी किया था, जिसमें येदियुरप्पा और अनंत कुमार, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उनके सहयोगियों के खिलाफ 2018 के चुनावों तक भ्रष्टाचार के आरोपों को गरम रखने के बारे में चर्चा कर रहे थे.
कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी की लीगल सेल के चेयरमैन सी.एम. धनंजय ने 11 फरवरी को बेंगलुरु साइबर क्राइम पुलिस को दी अपनी शिकायत में कहा था, "वह (येदियुरप्पा) कहते हैं कि उन्होंने हाईकमान को पैसे दिए हैं."
ये संदिग्ध डायरी मार्च 2016 में कर्नाटक कांग्रेस के एमएलसी गोविंद राजू के घर से इनकम टैक्स की रेड के दौरान बरामद हुई थी. इस डायरी के मिलने के एक साल बाद, इसमें 'विवादास्पद जानकारी' होने के चलते हलचल मच गई थी.
बाद में, राजनीतिक गलियारों में इस डायरी पर फिर से चर्चा हुई, क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि डायरी में इस तरह की जानकारी थी कि स्टील फ्लाईओवर के साथ क्या करना है. उस वक्त इस मामले को लेकर खूब हंगामा हुआ था.
बीजेपी ने दावा किया कि इस डायरी में कर्नाटक के तत्कालीन मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को फंसाने वाली जानकारी थी, जिसके मुताबिक, सिद्धारमैया के करीबी कारोबारियों ने स्टील फ्लाईओवर प्रोजेक्ट के लिए कांग्रेस आलाकमान को 1,000 करोड़ रुपये दिए थे.
इस डायरी पर बवाल खड़ा होने के बाद कांग्रेस डैमेज कंट्रोल मोड में चली गई थी. इसके बाद ही कांग्रेस ने कर्नाटक बीजेपी के अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा और केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार का एक वीडियो जारी किया था, जिसमें दोनों पैसे के लेनदेन को लेकर बात कर रहे थे.
इसके बाद कांग्रेस ने एक नई डायरी जारी की. कांग्रेस ने दावा किया कि बीजेपी के कई नेता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को बड़ी रकम दे रहे थे.
डायरी बनाम डायरी का ये मुद्दा तब थम गया, जब कर्नाटक के कानून मंत्री ने सहारा डायरी का मुद्दा उठाया. बाद में इस मामले पर सुनवाई के लिए दाखिल याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया था.
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Published: 22 Mar 2019,07:29 PM IST