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उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने मंगलवार को अपना चौथा बजट पेश किया. ये यूपी के इतिहास का सबसे बड़ा बजट है. लेकिन यूपी की विपक्षी पार्टियों ने इस बजट को 'छलावा' बताया है. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार के अभी तक के चारों बजट को छल-कपट भरा बताया है. वहीं बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने बजट को जनता की आकांक्षाओं के साथ छलावा बताया है.
अखिलेश यादव ने कहा, "योगी सरकार ने किसान की आय दोगुनी करने की बात कई बार कही. लेकिन असल में एक प्रतिशत भी किसानों की आय नहीं बढ़ी है. योगी सरकार के अभी तक के चारों बजट छल-कपट भरे रहे हैं."
अखिलेश ने बजट पेश होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में गंगा-यमुना की सफाई का मुद्दा भी उठाया. उन्होंने कहा-
अखिलेश ने ये भी कहा कि पहले उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस-वे, मेट्रो, लैपटॉप के लिए जाना जाता था, लेकिन आज यही उत्तर प्रदेश गोली और बोली के लिए जाना जाता है.
योगी सरकार के चौथे बजट पर मायावती ने कहा, "यूपी सरकार का विधानसभा में पेश बजट जनता की आकांक्षाओं के साथ छलावा है. इस बजट से प्रदेश का विकास और यहां की 22 करोड़ जनता का हित संभव नहीं है."
मायावती ने ट्वीट में आगे लिखा, "यूपी सरकार के बजट में जो भी बड़े-बड़े दावे/वादे किए गए हैं वे पिछले अनुभवों के आधार पर काफी खोखले और कागजी ही ज्यादा लगते हैं. केंद्र की तरह यूपी बीजेपी सरकार ऐसे दावे और वादे क्यों करती है जो लोगों को आम तौर पर जमीनी हकीकत से दूर और विश्वास से परे लगते हैं?"
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Published: 18 Feb 2020,04:09 PM IST