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लोकसभा चुनाव नतीजों की समीक्षा करते हुए बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव को लेकर बड़ा बयान दिया है. मायावती ने कहा है कि बीएसपी को समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन करने का कोई फायदा नहीं मिला. मायावती ने दावा किया कि यादव वोट बीएसपी को ट्रांसफर नहीं हुआ. इसलिए अब गठबंधन की समीक्षा की जाएगी.
मायावती ने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी अध्यक्ष यादवों तक का वोट बंटने से नहीं रोक पाए. यादवों ने बीजेपी को वोट किया और यही वजह रही कि अखिलेश यादव अपनी पत्नी को भी चुनाव नहीं जिता पाए. बता दें, अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव कन्नौज लोकसभा सीट से उम्मीदवार थीं.
मायावती ने सोमवार को समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन तोड़ने के संकेत दिए. दिल्ली में उत्तर प्रदेश के पार्टी नेताओं की एक बैठक में मायावती ने कहा कि बीएसपी राज्य में अकेले 11 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव लड़ेगी.
इसका साफ मतलब है कि मायावती समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन जारी रखने के मूड में नहीं हैं. इसके अलावा बीएसपी सामान्य तौर पर उपचुनाव नहीं लड़ती है लेकिन इस बार उसने घोषणा की है कि वह राज्य के उपचुनावों में अपने उम्मीदवार उतारेगी.
पार्टी की बैठक में उन्होंने कहा कि बीएसपी को समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन से कोई फायदा नहीं हुआ है.
मायावती ने लोकसभा चुनाव में पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन पर दुख जताते हुए पार्टी के पदाधिकारियों से ‘गठबंधनों’ पर निर्भर रहने के बजाय अपना संगठन मजबूत करने का निर्देश दिया है. मायावती ने आगामी उपचुनाव भी बीएसपी द्वारा अपने बलबूते लड़ने की बात कह कर भविष्य में गठबंधन नहीं करने का संकेत दिया है.
मायावती ने पार्टी पदाधिकारियों और निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की बैठक में कहा कि बीएसपी को जिन सीटों पर कामयाबी मिली उसमें सिर्फ पार्टी के परंपरागत वोटबैंक का ही योगदान रहा. सूत्रों के अनुसार बीएसपी अध्यक्ष ने लोकसभा चुनाव में एसपी के साथ गठबंधन के बावजूद बीएसपी के पक्ष में यादव वोट ट्रांसफर नहीं होने की भी बात कही है.
उन्होंने विभिन्न राज्यों में विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में किये गये गठबंधन से उम्मीद के मुताबिक परिणाम नहीं मिलने का हवाला देते हुये कहा कि अब बीएसपी अपना संगठन मजबूत कर अपने बलबूते चुनाव लड़ेगी.
बीएसपी चीफ मायावती के आरोपों पर समाजवादी पार्टी के शिकोहाबाद के विधायक हरिओम यादव ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि गठबंधन से मायावती को ही फायदा हुआ है. इससे समाजवादी पार्टी को तो बड़ा नुकसान हुआ है. यादव ने कहा कि अगर गठबंधन नहीं होता तो मायावती का खाता भी नहीं खुलता, जबकि एसपी कम से कम 25 सीटें जीतती.
विधायक ने कहा कि यादवों का वोट बीएसपी को गया लेकिन बीएसपी का वोट बीजेपी को चला गया.
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