मेंबर्स के लिए
lock close icon
Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Politics Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019शाहीन बाग पर जहरीले बयान- ‘गोली मारो’ के बाद ‘मरते क्यों नहीं...’

शाहीन बाग पर जहरीले बयान- ‘गोली मारो’ के बाद ‘मरते क्यों नहीं...’

शाहीन बाग में नागरिकता कानून के विरोध में धरना जारी है और अब दिल्ली के चुनाव में ये बड़ा मुद्दा बनता दिख रहा है.

क्विंट हिंदी
पॉलिटिक्स
Updated:
CAA प्रदर्शन पर जहर जबान- ‘गोली मारो’ के बाद ‘मरते क्यों नहीं...’
i
CAA प्रदर्शन पर जहर जबान- ‘गोली मारो’ के बाद ‘मरते क्यों नहीं...’
(फोटो: Altered By Quint Hindi)

advertisement

शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के विरोध में धरना जारी है और अब दिल्ली के चुनाव में ये बड़ा मुद्दा बनता दिख रहा है. बीजेपी ने अब शाहीन बाग को राष्ट्रवाद बनाम गैर-राष्ट्रवाद में तब्दील कर दिया है. और अब ऐसे-ऐसे बयान सामने आ रहे हैं, जिसमें 'राष्ट्रवाद' की बात से अलग ''गोली,गाली' जैसी भी बातें होने लगी हैं. अब तो एक बीजेपी नेता यहां तक कह दिया है कि शाहीन बाग में लोग लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं तो मरते क्यों नहीं.

शाहीन बाग के प्रदर्शनकारी मर क्यों नहीं रहे: दिलीप घोष

शाहीन बाग में CAA और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पश्चिम बंगाल के बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने विवादित बयान दिया है. दिलीप ने कहा है कि दिल्ली के सर्द मौसम में भी प्रदर्शनकारी शाहीन बाग में प्रदर्शन कर रहे हैं और फिर भी उन्हें कुछ नहीं हो रहा है, वहीं पश्चिम बंगाल में लोग खुदकुशी कर रहे हैं. दिलीप घोष को इस बात से परेशानी है कि शाहीन बाग में कई दिनों से बच्चे और महिलाएं ठंड के मौसम में प्रदर्शन कर रहे हैं, फिर भी वो बीमार नहीं पड़ रहे हैं या मर नहीं रहे हैं.

न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, दिलीप घोष ने कहा कि नोटबंदी के दौरान ये कहा गया कि लोग लाइन में खड़े होने की वजह से मर रहे थे. शाहीन बाग में महिलाएं बच्चों के साथ 4 से 5 डिग्री तापमान में बैठी हैं, लेकिन कोई मर नहीं रहा, क्या उन्होंने अमृत पी लिया है?

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

जागो नहीं तो शाहीन बाग वाले रेप करेंगे: परवेश वर्मा

बीजेपी सांसद परवेश वर्मा का ऐसा ही हेट स्पीच वाला बयान आया था. वर्मा ने भरी सभा में ये ऐलान कर दिया कि अगर 11 फरवरी को भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनती है तो वह एक घंटे में शाहीन बाग को खाली करा देंगे. परवेश वर्मा इतने ही पर नहीं रुके, उन्होंने ये भी कह डाला- 'जागो नहीं तो शाहीन बाग वाले रेप करेंगे’

“वहां पर (शाहीन बाग) लाखों लोग इकट्ठे हो जाते हैं, वो आग कभी भी दिल्ली के घरों तक पहुंच सकती है. हमारे घर में पहुंच सकती है. दिल्ली वालों को सोच समझकर फैसला लेना पड़ेगा. वो आपके घरों में घुसेंगे, आपकी बहनों और बेटियों को उठाएंगे, बलात्कार करेंगे, उनको मारेंगे. इसलिए आज समय है, कल मोदी जी और अमित शाह नहीं आएंगे बचाने. आज अगर दिल्ली के लोग जाग जाएंगे तो अच्छा रहेगा.”
प्रवेश वर्मा, बीजेपी सांसद

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने लगवाए ‘गोली मारो...’ के नारे

ये तो हो गई बीजेपी के सांसद की बात. अब बीजेपी के एक केंद्रीय मंत्री के बोल देखिए. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर दिल्ली के रिठाला में बीजेपी उम्मीदवार मनीष चौधरी के चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे थे. वहां उन्होंने मंच से कह दिया-

‘देश के गद्दारों को...’ जिसके बाद सामने मौजूद बीजेपी समर्थकों ने इस नारे को पूरा करते हुए कहा- ‘गोली मारो सा*** को’ कहा.

EVM का बटन इतने गुस्से में दबाना कि करंट शाहीन बाग में लगे: शाह

इन सबसे पहले दिल्ली के बाबरपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, "EVM का बटन इतने गुस्से में दबाना कि करंट शाहीन बाग के अंदर लगे."

EVM का बटन इतनी जोर से दबाना कि उसके करंट से 8 फरवरी की शाम को ही शाहीन बाग वाले उठकर चले जाएं.
अमित शाह, गृहमंत्री

कुल मिलाकर इतना साफ हो गया है कि दिल्ली के चुनाव में शाहीन बाग मुद्दा बन चुका है.

आईएएनएस की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि बीजेपी नेताओ का दावा है कि जनता को वे यह संदेश देने में कामयाब हुए हैं कि शाहीन बाग में प्रदर्शन वे लोग कर रहे हैं, जो इस देश की संसद द्वारा पारित कानून को नहीं मान रहे हैं. प्रदर्शन में शामिल लोग असम को देश से अलग करने सहित राष्ट्र के टुकड़े-टुकड़े करने को लेकर भाषण दे रहे हैं.

दिल्ली बीजेपी का चुनाव प्रचार, प्रबंधन का काम देख रहे एक नेता ने कहा कि "भाजपा ने बहुत सोच समझकर मोर्चा खोला है. पांच फरवरी तक दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा लड़ाई में नंबर वन दिखने लगेगी. राष्ट्रवाद और हिन्दुत्व के मुद्दे पर जो भी दल कोई अन्य आधार बनाकर टकराएगा, उसे नुकसान उठाना पड़ेगा."

बता दें कि शाहीन बाग में सीएए, एनपीआर और एनआरसी को लेकर 15 दिसंबर से विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. जनवरी के दूसरे सप्ताह से देश के अन्य हिस्से में भी शाहीन बाग जैसे प्रदर्शन की खबर आने लगी है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

अनलॉक करने के लिए मेंबर बनें
  • साइट पर सभी पेड कंटेंट का एक्सेस
  • क्विंट पर बिना ऐड के सबकुछ पढ़ें
  • स्पेशल प्रोजेक्ट का सबसे पहला प्रीव्यू
आगे बढ़ें

Published: 29 Jan 2020,03:53 PM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT