advertisement
शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के विरोध में धरना जारी है और अब दिल्ली के चुनाव में ये बड़ा मुद्दा बनता दिख रहा है. बीजेपी ने अब शाहीन बाग को राष्ट्रवाद बनाम गैर-राष्ट्रवाद में तब्दील कर दिया है. और अब ऐसे-ऐसे बयान सामने आ रहे हैं, जिसमें 'राष्ट्रवाद' की बात से अलग ''गोली,गाली' जैसी भी बातें होने लगी हैं.
ताजा बयान है बीजेपी सांसद परवेश वर्मा का, जिन्होंने भरी सभा में ये ऐलान कर दिया कि अगर 11 फरवरी को भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनती है तो वह एक घंटे में शाहीन बाग को खाली करा देंगे. परवेश वर्मा इतने ही पर नहीं रुके, उन्होंने ये भी कह डाला- 'जागो नहीं तो शाहीन बाग वाले रेप करेंगे’
ये तो हो गई बीजेपी के सांसद की बात. अब बीजेपी के एक केंद्रीय मंत्री के बोल देखिए. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर दिल्ली के रिठाला में बीजेपी उम्मीदवार मनीष चौधरी के चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे थे. वहां उन्होंने मंच से कह दिया-
‘देश के गद्दारों को...’ जिसके बाद सामने मौजूद बीजेपी समर्थकों ने इस नारे को पूरा करते हुए कहा- ‘गोली मारो सा*** को’ कहा.
इससे पहले दिल्ली के बाबरपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, "EVM का बटन इतने गुस्से में दबाना कि करंट शाहीन बाग के अंदर लगे."
कुल मिलाकर इतना साफ हो गया है कि दिल्ली के चुनाव में शाहीन बाग मुद्दा बन चुका है.
आईएएनएस की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि बीजेपी नेताओ का दावा है कि जनता को वे यह संदेश देने में कामयाब हुए हैं कि शाहीन बाग में प्रदर्शन वे लोग कर रहे हैं, जो इस देश की संसद द्वारा पारित कानून को नहीं मान रहे हैं. प्रदर्शन में शामिल लोग असम को देश से अलग करने सहित राष्ट्र के टुकड़े-टुकड़े करने को लेकर भाषण दे रहे हैं.
दिल्ली बीजेपी का चुनाव प्रचार, प्रबंधन का काम देख रहे एक नेता ने कहा कि "भाजपा ने बहुत सोच समझकर मोर्चा खोला है. पांच फरवरी तक दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा लड़ाई में नंबर वन दिखने लगेगी. राष्ट्रवाद और हिन्दुत्व के मुद्दे पर जो भी दल कोई अन्य आधार बनाकर टकराएगा, उसे नुकसान उठाना पड़ेगा."
बता दें कि शाहीन बाग में सीएए, एनपीआर और एनआरसी को लेकर 15 दिसंबर से विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. जनवरी के दूसरे सप्ताह से देश के अन्य हिस्से में भी शाहीन बाग जैसे प्रदर्शन की खबर आने लगी है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)
Published: undefined