advertisement
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) आम आदमी पार्टी (AAP) के नेताओं की उस एक लंबी लिस्ट में शामिल हो गए हैं, जिन्हें केंद्रीय जांच एजेंसियों और केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा संचालित दिल्ली पुलिस ने कथित मनी लॉन्ड्रिंग, टैक्स चोरी, यहां तक कि फिजिकल अटैक से जुड़े मामलों में निशाना बनाया है.
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने शुक्रवार, 19 अगस्त को दिल्ली की आबकारी नीति के सिलसिले में मनीष सिसोदिया के आवास और 20 अन्य ठिकानों पर छापेमारी की, जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) और आप के बीच "प्रतिशोध की राजनीति" को लेकर एक जुबानी जंग छिड़ गई है.
मनीष सिसोदिया सहित आम आदमी पार्टी के यह कुछ ऐसे नेता हैं, जो केंद्रीय एजेंसियों की जांच के घेरे में हैं:
अरविंद केजरीवाल: कप्तान, दिल्ली के सीएम और आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल, राष्ट्रीय राजधानी में उनकी पार्टी के सत्ता में आने के बाद से कई मामलों में आरोपी हैं.
अरविंद केजरीवाल 2018 में तत्कालीन मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ मारपीट के एक मामले में आरोपियों में से एक थे. इस मामले में मनीष सिसोदिया और आप के अन्य नेताओं को भी आरोपित किया गया था. हालांकि, एक ट्रायल कोर्ट ने केजरीवाल और सिसोदिया को बरी कर दिया था, जिन्हें बाद में अक्टूबर 2018 में नौ अन्य विधायकों के साथ जमानत दे दी गई थी.
दिसंबर 2015 में, दिल्ली में आप के सत्ता में आने के कुछ महीने बाद, सीबीआई ने केजरीवाल के तत्कालीन प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार के खिलाफ जांच के सिलसिले में उनके कार्यालय की तलाशी ली थी. बाद में जुलाई 2016 में, केंद्रीय एजेंसी ने दिल्ली और उत्तर प्रदेश में राजेंद्र कुमार से जुड़े कई ठिकानों की तलाशी ली और एक फर्म को कथित रूप से अनुचित लाभ प्रदान करने के आरोप में उन्हें गिरफ्तार किया था.
दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल के भतीजे विनय बंसल को एंटी करप्शन ब्रांच ने 2018 में लोक निर्माण विभाग में एक कथित घोटाले में गिरफ्तार किया था. विनय बंसल की कथित तौर पर एक कंपनी में 50 प्रतिशत हिस्सेदारी थी, जिसके बारे में आरोप था कि वह दिल्ली में एक जल निकासी व्यवस्था के निर्माण के दौरान वित्तीय अनियमितताओं में शामिल थी.
मनीष सिसोदिया: दिल्ली के डिप्टी सीएम के खिलाफ शुक्रवार को सीबीआई की छापेमारी केंद्रीय एजेंसी के साथ उनका पहला रन-इन नहीं है.
सीबीआई ने जून 2017 में दिल्ली के मथुरा रोड स्थित उनके आवास पर 'टॉक टू एके (अरविंद केजरीवाल)' नामक आप अभियान में कथित अनियमितताओं को लेकर सिसोदिया का बयान दर्ज किया था, जो गोवा और पंजाब में विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले हुआ था.
कार्यक्रम यह था कि केजरीवाल बिजली,पानी जैसे मुद्दों पर जनता के सवालों के जवाब देंगे. अभियान में कथित वित्तीय अनियमितताओं के आरोप भी लगे थे.
सत्येंद्र जैन : दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में न्यायिक हिरासत में हैं.
सत्येंद्र जैन को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मई 2022 में प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया था. ईडी ने उन पर उनके और उनके परिवार के नियंत्रण वाली पांच शैल कंपनियों के जरिए कथित हवाला लेनदेन का आरोप लगाया था.
ईडी की जांच से पता चला था कि 2015-16 की अवधि के दौरान, सत्येंद्र जैन के स्वामित्व और नियंत्रण वाली कंपनियों को "हवाला मार्ग" के माध्यम से कोलकाता स्थित एंट्री ऑपरेटरों को कैश ट्रांसफर के बदले मुखौटा कंपनियों से लगभग 4.81 करोड़ रुपये की आवास प्रविष्टियां प्राप्त हुईं थी.
कथित अस्पताल घोटाला: बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने इस साल जून में शहर में सात अस्पतालों के निर्माण में कथित घोटाले को लेकर दिल्ली सरकार पर निशाना साधा था. उपराज्यपाल ने मामले की जांच के लिए मनोज तिवारी की शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो को भेज दी थी. हालांकि, आप ने आरोपों को निराधार बताया था.
कैलाश गहलोत: दिल्ली के मंत्री और आप नेता कैलाश गहलोत का नाम एक कथित टैक्स चोरी के मामले में आया था, जिसके संबंध में आयकर विभाग ने अक्टूबर 2018 में दिल्ली और गुरुग्राम में उनसे जुड़े परिसरों की तलाशी ली थी. एजेंसी ने आरोप लगाया था कि गहलोत करोड़ों की टैक्स चोरी में शामिल थे.
2021 में, केंद्र ने दिल्ली परिवहन विभाग द्वारा 1,000 बसों की खरीद में एक कथित घोटाले की जांच के लिए सीबीआई को हरी झंडी भी दी थी, जिसका नेतृत्व कैलाश गहलोत कर रहे थे.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)
Published: 20 Aug 2022,10:04 PM IST