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सीबीआई डायरेक्टर आलोक वर्मा को रातोंरात छुट्टी पर भेजे जाने के सरकार के फैसले को कांग्रेस ने बेहद शर्मनाक करार दिया है. कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "बीजेपी सरकार ने पिछले 4 साल, 6 महीनों में इतने घोटाले किए हैं कि उनके नेताओं को रात में नींद नहीं आती, इसलिए ऐसी कार्रवाई रात में ही करते हैं."
खड़गे ने कहा कि राफेल डील की जांच के लिए वो मेमोरेंडम लेकर जाने वाले थे, इस बात से पीएम जरूर खुश नहीं होंगे. इस मामले पर खड़गे ने पीएम मोदी को चिट्ठी भी लिखी है.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि अगर कोई विवाद था, तो सरकार को मामला संबंधित कमेटी में लाना चाहिए था.
खड़गे ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, "सीवीसी पर दबाव बनाया गया होगा, तभी सीवीसी ने पहली बार टीवी पर आकर अपनी सफाई दी. सीवीसी कहते हैं कि उन्हें इसका अधिकार है, लेकिन उन्हें अधिकार नहीं है."
खड़गे ने बताया कि वो सीवीसी, सीबीआई समेत कई समितियों का हिस्सा हैं, लेकिन स्थायी सदस्य के तौर पर उन्हें लोकपाल समिति में शामिल नहीं किया गया है.
सीबीआई के डायरेक्टर आलोक वर्मा और और स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना के बीच जारी कलह पर केंद्र सरकार ने दखल दिया है. सीबीआई चीफ आलोक वर्मा और स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना दोनों को छुट्टी पर भेज दिया गया है. आलोक वर्मा की जगह अब एम. नागेश्वर राव को अंतरिम डायरेक्टर नियुक्त किया गया है.
पिछले कुछ दिनों से देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी सीबीआई में नंबर वन और नंबर टू के बीच छिड़ा विवाद सुर्खियों में है. सीबीआई के डायरेक्टर और स्पेशल डायरेक्टर ने एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
सीबीआई ने बीते रविवार को अपने ही स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना के खिलाफ भ्रष्टाचार का केस दर्ज किया. सीबीआई ने अस्थाना के खिलाफ मांस कारोबारी मोईन कुरैशी से जुड़े एक मामले में सतीश बाबू सना से 3 करोड़ रुपये की घूस लेने के आरोप में एफआईआर दर्ज की है.
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