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पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के नतीजे करीब-करीब सामने आ चुके हैं. इन चुनावी राज्यों- मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना के मुख्यमंत्री अपनी-अपनी सीटें बचाने में कामयाब रहे हैं, जबकि मिजोरम के मुख्यमंत्री लालथनहवला अपनी सीट हार गए.
मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मिजोरम के मुख्यमंत्री अपनी सरकार की दोबारा वापसी कराने में नाकाम हो गए. केवल तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने ही पूर्ण बहुमत से अपनी सरकार की वापसी कराने में सफलता हासिल की.
आइए जानते हैं, पांच राज्यों के मुख्यमंत्रियों का अपनी-अपनी सीट से हार-जीत का चुनावी गणित..
मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान अपनी बुधनी सीट पर भारी मतों से जीते हैं. इसी सीट पर कांग्रेस ने अपने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव को शिवराज के खिलाफ मैदान में उतारा था. शिवराज ने इस सीट पर अरुण को 50,000 से ज्यादा वोटों से हराकर अपनी जीत दर्ज की. लेकिन शिवराज के लिए मध्य प्रदेश में सरकार बनाना बड़ी चुनौती है.
कांग्रेस ने बीजेपी से ज्यादा सीटें हासिल की हैं, पर अभी वह बहुमत से दूर है. ऐसे में शिवराज के लिए सरकार बनाना मुश्किल है.
रमन सिंह ने छत्तीसगढ़ में अपनी राजनांदगांव सीट पर कांग्रेस की उम्मीदवार करुणा शुक्ला को करीब 15,000 वोटों से हराया है. ये लगातार चौथी बार है, जब रमन ने इस सीट पर कब्जा जमाया है. लेकिन वे चौथी बार छत्तीसगढ़ में अपनी सरकार नहीं बना पाए.
15 साल से रमन सिंह राज्य में बीजेपी की कमान संभालते आ रहे हैं. लेकिन इस बार वो बीजेपी को बहुमत नहीं दिला पाए. राज्य में 90 में से कुल 20 फीसदी सीटें भी बीजेपी को नहीं मिली, जबकि कांग्रेस पूर्ण बहुमत (67) के साथ अपनी सरकार बनाने के लिए तैयार है.
मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की तरह राजस्थान में भी बीजेपी को ऐसी ही मात झेलनी पड़ी है. राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे चौथी बार झालरापाटन सीट बचाने में सफल रहीं, लेकिन सरकार नहीं बचा सकीं. उन्होंने कांग्रेस के मानवेंद्र सिंह को 35,000 वोटों से शिकस्त दी है.
राजस्थान में 199 विधानसभा सीटों में से बीजेपी सिर्फ 73 सीट हासिल कर सकी, जबकि कांग्रेस पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने के लिए तैयार है.
पांचों राज्यों में तेलंगाना के टीआरएस प्रमुख और सीएम के. चंद्रशेखर राव ही एकमात्र ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जो अपनी सीट जीतने के साथ-साथ सरकार बनाने में भी सफल हो सकेंगे. तेलंगाना में चंद्रशेखर राव ने कांग्रेस के उम्मीदवार प्रताप रेड्डी को 55,000 से ज्यादा वोटों से मात दी है.
तेलंगाना में विधानसभा चुनाव 2019 में होने थे. लेकिन सीएम ने सितंबर में विधानसभा भंग कर दी थी, जिसके बाद समय से पहले 2018 में ही विधानसभा चुनाव कराए जाने का ऐलान कर दिया गया था.
मिजोरम के मुख्यमंत्री लालथनहवला दो सीटों (चम्फाई दक्षिण, सेरछिप) पर चुनाव लड़े थे. लेकिन दोनों ही सीट पर चुनाव हार गए. इसके साथ ही 10 सालों से मिजोरम की सत्ता संभाल रहे थनहवला को इस बार करारी हार का सामना करना पड़ा है.
थनहवला के नेतृत्व में कांग्रेस ने 2008 और 2013 के विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी. लेकिन इस बार एमएनएफ ने पूर्ण बहुमत से फिर वापसी कर ली है.
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Published: 11 Dec 2018,09:39 PM IST