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लखनऊ में योग महोत्सव को संबोधित करने के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी में बीजेपी की ओर से उन्हें सीएम पद के लिए चुने जाने को लेकर पहली बार सार्वजनिक बयान दिए. योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उन्हें सीएम फेस का खुलासा होने के एक दिन पहले ही पता चला था कि सूबे की बागडोर उन्हें संभालनी है. और जब उन्हें जिम्मेदारी संभालने की जानकारी मिली तब उनके पास सिर्फ एक जोड़ी कपड़े ही थे.
उन्होंने कहा कि सूबे में बहुमत मिलने के बाद भी पार्टी को सीएम का चेहरा तय करने में हफ्ते भर का वक्त लगा. क्योंकि पार्टी के पास मनोज सिन्हा और केशव प्रसाद मौर्या जैसे दिग्गज चेहरे थे, जिन पर विचार चल रहा था.
उन्होंने कहा कि लोग साधु-संतों को भीख तक नहीं देते हैं, लेकिन मेरी पार्टी और पीएम मोदी ने मुझे पूरा उत्तर प्रदेश सौंप दिया है.
योग महोत्सव को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि साल 2014 से पहले तक योग को भारत में सांप्रदायिकता के नजरिए से देखा जाता था. लेकिन साल 2014 के बाद पीएम मोदी ने योग को दुनिया तक पहुंचाया.
योगी ने कहा कि शारीरिक व्यायाम फिटनेस देता है लेकिन एक समय के बाद यह शारीरिक और फिर मानसिक रूप से कमजोर कर देता है. लेकिन योग करने वाला व्यक्ति प्रारंभ से अंतिम समय तक स्वस्थ रहता है उन्होंने कहा कि केवल प्राणायाम को योग न मानें, ये किसी जाति, उम्र, लिंग का मोहताज नहीं होता. योग की तमाम क्रियाएं बैठे-बैठे, चलते-चलते ही की जा सकती हैं.
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Published: 29 Mar 2017,07:33 PM IST