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कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि आम आदमी पार्टी की ओर से गठबंधन के लिए मना किए जाने के बाद वो अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. हालांकि, अगर AAP सिर्फ दिल्ली में तालमेल करना चाहती है तो वो आज भी तैयार है. पार्टी के दिल्ली प्रभारी पीसी चाको ने ये भी कहा कि जल्द ही दिल्ली की सभी 7 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी जाएगी. इससे पहले 10 अप्रैल को आम आदमी पार्टी की तरफ से संजय सिंह ने कांग्रेस के रुख को अव्यवहारिक बताया था.
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ''हम सहमति बनाने की कोशिश कर रहे थे. हमारी नीति है कि बीजेपी को हराने के लिए अलग-अलग राज्यों में गठबंधन किया जाए. दिल्ली में भी ये सुझाव आया कि AAP के साथ गठबंधन किया जाए और वो (कांग्रेस) तैयार भी है.
चाको ने कहा, ''दिल्ली यूनिट ने AAP के साथ जाने को लेकर चिंता जताई थी. हालांकि, राहुल गांधी ने मुझे जिम्मेदारी दी थी कि मैं अपने नेताओं और आप के साथ बातचीत करूं. संजय सिंह उधर से बात कर रहे थे.''
उन्होंने कहा, ''निगम चुनाव में कांग्रेस और AAP का कुल वोट 47 प्रतिशत था. हम चाहते थे कि AAP 4 और कांग्रेस तीन सीटों पर लड़े. इस पर सहमति भी बन गयी थी. लेकिन AAP की तरफ से ये बात आई कि हरियाणा और कुछ अन्य राज्यों में गठबंधन के लिए बात हो.''उन्होंने कहा, ''दिल्ली की स्थिति और दूसरे राज्यों की स्थिति अलग है. परसों आप की तरफ से बयान आया कि गठबंधन नहीं हो रहा है.''
चाको ने कहा, ''आपका रुख व्यवहारिक नहीं है. इसलिए हमने 7 सीटों पर उम्मीदवारों के नामों पर विचार किया है. उम्मीदवारों की घोषणा एक दो दिन में कर दी जाएगी.'' ये पूछने जाने पर क्या अब दिल्ली में गठबंधन की संभावना पूरी तरह खत्म हो गई है तो उन्होंने कहा, '' हम सिर्फ दिल्ली में गठबंधन के लिए तैयार हैं.''
दिल्ली में अगर पिछले यानी 2014 के लोकसभा चुनावों की बात करें तो बीजेपी ने सभी 7 लोकसभा सीटों पर कब्जा किया था. अगर वोट शेयर की बात की जाए तो बीजेपी का वोट शेयर 46.63 प्रतिशत था. वहीं आम आदमी पार्टी का 33.08 प्रतिशत और कांग्रेस का वोट प्रतिशत 15.2 था.
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Published: 12 Apr 2019,03:47 PM IST