मेंबर्स के लिए
lock close icon
Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Politics Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019दुख है मेरे अलावा किसी भी नेता ने नहीं ली हार की जिम्मेदारीः राहुल

दुख है मेरे अलावा किसी भी नेता ने नहीं ली हार की जिम्मेदारीः राहुल

राहुल ने कहा- कांग्रेस में अब भविष्य 45 साल से कम उम्र के नेताओं का है

क्विंट हिंदी
पॉलिटिक्स
Published:
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी
i
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी
(फोटोः PTI)

advertisement

लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार पर पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी का एक बार फिर दर्द छलका है. राहुल गांधी ने पार्टी की युवा इकाई के कुछ वरिष्ठ पदाधिकारियों से मुलाकात के दौरान कहा है कि उन्हें इस बात का दुख है कि उनके पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश के बाद भी कुछ मुख्यमंत्रियों और वरिष्ठ नेताओं को अपनी जवाबदेही का अहसास नहीं हुआ.

सूत्रों के मुताबिक गांधी ने अपने आवास पर बुधवार को भारतीय युवा कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ पदाधिकारियों से मुलाकात की और इस्तीफे देने के निर्णय पर कायम रहने का अपना रुख दोहराया. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि वह पार्टी प्रमुख नहीं रहते हुए भी सक्रिय भूमिका निभाते रहेंगे.

एक विश्वस्त सूत्र ने बताया-

‘‘राहुल गांधी ने कहा कि वह इस बात से दुखी हैं कि उनके इस्तीफे के बावजूद पार्टी शासित राज्यों के कुछ मुख्यमंत्रियों, महासचिवों, प्रभारियों और वरिष्ठ नेताओं को अपनी जवाबदेही का अहसास नहीं हुआ.’’

बता दें, गांधी की यह टिप्पणी इस मायने में अहम है कि 25 मई को हुई कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में उन्होंने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ को लेकर विशेष रूप से नाराजगी जाहिर की थी.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

सूत्र के मुताबिक गांधी ने यह भी कहा-

‘‘मैं अब अध्यक्ष नहीं रहूंगा...पार्टी में लोकतांत्रिक प्रक्रिया होनी चाहिए. किसी दूसरे को जिम्मेदारी दी जानी चाहिए. मैंने नए अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया से भी खुद को अलग करने का निर्णय लिया हैं. मैं पार्टी में सक्रिय रहूंगा और आपकी (युवाओं) और जनता की लड़ाई लड़ता रहूंगा.’’ 

सूत्र ने कहा, ‘‘राहुल गांधी ने यह भी कहा कि बुजुर्ग नेताओं को अब अपने भविष्य की चिंता नहीं है, बल्कि युवाओं को चिंता है इसलिए अब कांग्रेस में भविष्य 45 साल से कम उम्र के नेताओं का है.’’

बता दें, लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद 25 मई को हुई पार्टी कार्य समिति की बैठक में राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश की थी. हालांकि, कार्य समिति के सदस्यों ने उनकी पेशकश को खारिज करते हुए उन्हें आमूलचूल बदलाव के लिए अधिकृत किया था. इसके बाद से गांधी लगातार इस्तीफे की पेशकश पर अड़े हुए हैं. हालांकि पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने उनसे आग्रह किया है कि वह कांग्रेस का नेतृत्व करते रहें.

(इनपुटः भाषा)

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

अनलॉक करने के लिए मेंबर बनें
  • साइट पर सभी पेड कंटेंट का एक्सेस
  • क्विंट पर बिना ऐड के सबकुछ पढ़ें
  • स्पेशल प्रोजेक्ट का सबसे पहला प्रीव्यू
आगे बढ़ें

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT