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कांग्रेस ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह की संपत्ति के मामले को लेकर सीबीआई जांच की मांग की है. एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि बीजेपी सरकार आने के बाद कथित तौर पर जय शाह की संपत्ति कई गुना बढ़ गई है.
मीडिया रिपोर्ट में लगाए गए इस आरोप को बीजेपी और जय शाह ने खारिज किया है. साथ ही इस रिपोर्ट को गलत, अपमानजनक और मानहानि वाला बताया था.
कांग्रेस की प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, मुझे आश्चर्य होता है कि क्या पीएम हमारे कारोबार के लिए 15 करोड़ रुपए कर्ज हासिल करने के मॉडल को बता पाएंगा. उन्हें इसके बारे में हमें बताने की जरूरत है. उन्होंने आरोप लगाया कि सीबीआई, आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय (ED) जैसी एजेंसियों का इस्तेमाल सरकार विपक्ष को चुप कराने में कर रही है.
प्रियंका ने कहा, ये एजेंसियां आवाज को दबाने का जरिया हो गई हैं. ये एक अहम मामला है और सीबीआई को स्वतंत्र रूप से काम करने की जरूरत है.
चतुर्वेदी ने कहा है कि बीजेपी शुरू में इस तर्क को लेकर आई थी कि जय शाह एक व्यक्तिगत कारोबारी हैं और वो अपना कारोबार चला रहे हैं इसलिए कोई उन्हें निशाने पर नहीं ले सकता है. प्रियंका ने कहा, हमारे पास एक केंद्रीय मंत्री भी हैं जो जय शाह के समर्थन में आए थे और उन्हें आरोपों से बरी कर दिया था.
उन्होंने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार, जय शाह को बचाने का काम कर रही है जो कि सिर्फ एक व्यक्तिगत कारोबारी हैं. प्रवक्ता ने पूछा कि क्या ये हितों के टकराव का मामला नहीं है कि अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता जय शाह का बचाव कर रहे हैं, जिन्हें दरअसल भारतीय संघ का बचाव करना था. उन्होंने दावा करते हुए कहा, दो दिन पहले ऐसी रिपोर्ट आई थी कि तुषार मेहता ने इस मामले को लड़ने के लिए छुट्टी के लिए आवेदन दिया है. क्या ये हितों का टकराव नहीं है.
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने इससे पहले दिल्ली में बताया था कि मेहता इस मामले में शाह का प्रतिनिधित्व करेंगे. उन्होंने बताया था कि बीजेपी प्रमुख अमित शाह के बेटे की तरफ से कोर्ट में पेश होने के लिए मेहता ने कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद की अनुमति मांगी थी, जिसे मंजूरी मिल गई.
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Published: 12 Oct 2017,03:54 PM IST