Home News Politics FM से कांग्रेस का सवाल-क्या रियल्टी में मंदी के लिए OYO जिम्मेदार?
FM से कांग्रेस का सवाल-क्या रियल्टी में मंदी के लिए OYO जिम्मेदार?
अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि वित्त मंत्री का बयान अर्थव्यवस्था और देश पर गंभीर मजाक है
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कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी
(फोटोः PTI)
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कांग्रेस पार्टी ने ऑटो सेक्टर में मंदी को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. कांग्रेस ने कहा है कि ऑटो सेक्टर में मंदी के लिए ‘ओला-उबर’ को जिम्मेदार ठहराना वित्त मंत्री की अपरिपक्वता दर्शाता है.
कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने बुधवार को पार्टी मुख्यालय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने प्रतिक्रिया देते हुए कहा पीएम मोदी को वित्त मंत्री के बयान के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए.
ये हैरानी की बात है कि भारत की वित्त मंत्री देश को नया अर्थशास्त्र सिखा रही हैं, जिसमें बताया गया है कि ऑटो सेक्टर की मंदी के लिए ओला-उबर जिम्मेदार हैं.वित्त मंत्री का ये बयान उनकी अक्षमता, अपरिपक्वता और अनुभवहीनता दिखाता है.
अभिषेक मनु सिंघवी, कांग्रेस नेता
अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि वित्त मंत्री का बयान अर्थव्यवस्था और देश पर गंभीर मजाक है. क्योंकि जीडीपी में गिरावट इस सरकार के लिए सामान्य बात है
उन्होंने कहा, ‘मुझे यकीन है कि वित्त मंत्री ऐसा नहीं करेंगी, जो उनको वास्तव में करना चाहिए. इसलिए मैं मोदी जी से ही उनकी इस टिप्पणी को वापस लेने और राष्ट्र से उनके लिए माफी मांगने का अनुरोध कर सकता हूं.’
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वित्त मंत्री पर कांग्रेस का कटाक्ष
अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि सभी को पता है कि ओला-उबर कई सालों से इस देश में हैं. सभी को पता है कि कुछ समय से मंदी चल रही है. लेकिन ऑटो सेक्टर में मंदी के लिए वित्त मंत्री की ओर से ओला-उबर को जिम्मेदार ठहराया जाना हास्यास्पद है.
सिंघवी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि अगर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का लॉजिक लगाएंगे तो जिन क्षेत्रों में मंदी है, उन पर कुछ इस तरह के जवाब आएंगे.
रिएलस्टेट में मंदी के लिए मिलेनियल्स जिम्मेदार हैं, क्योंकि वो किराए के घरों में रहना पसंद कर रहे हैं.
अगर वित्त मंत्री के तर्क को माना जाए तो पारिवारिक व्यवसायों के विकास के कारण बेरोजगारी बढ़ रही है और इसलिए ही, 2012-13 के मुकाबले 2017-18 में 90 लाख श्रमिक कम हो गए
भेल में गिरावट इसलिए आई, क्योंकि मिलेनियल्स पानी पुरी पसंद कर रहे हैं.
बेरोजगारी इसलिए बढ़ी है, क्योंकि मिलेनियल्स नेटफ्लिक्स देख रहे हैं.
अगर वित्त मंत्री का तर्क सही है तो, गृहिणियों का ज्यादा खर्च करना और फिजूलखर्ची वित्तीय घाटे के लिए समान रूप से जिम्मेदार है
इसी तरह वित्त मंत्री के तर्क के आधार पर गिरते रुपये के लिए यूएसए का विकास और वृद्धि जिम्मेदार है. इसमें सरकार/एनडीए या अर्थव्यवस्था की गलती नहीं है, बल्कि यूएसए की गलती है
अगर वित्त मंत्री के तर्क को सच मान लिया जाए तो, क्रेडिट रेटिंग एजेंसियां बेईमान हैं और वो भारत को खराब रेटिंग कर रही हैं. यह हमारी गलती नहीं है. हमारी आर्थिक स्थिति मजबूत है
वित्त मंत्री के हास्यास्पद तर्क के अनुसार तो, हमारा निर्यात इसलिए नीचे जा रहा हैं, क्योंकि स्वदेशी की बात करने वाले इसके लिए जिम्मेदार हैं. हमारे निर्यात में कोई गड़बड़ नहीं है
वित्त मंत्री के तर्क के हिसाब से गिरती जीडीपी के लिए वार्षिक बजट और आर्थिक सर्वेक्षण का मसौदा तैयार करने वाले वित्त मंत्रालय के शोधकर्ता जिम्मेदार हैं. जीडीपी सरकार की गलती नहीं है, बल्कि शोधकर्ता अलग-अलग तरीके इस्तेमाल कर रहे हैं
अब अगर वित्त मंत्री के तर्क को सही माना जाए तो, स्टॉक मार्केट में 17 साल की सबसे बड़ी गिरावट के लिए भूकंप के झटके जिम्मेदार हैं न कि आर्थिक स्थिति
वित्त मंत्री से कांग्रेस के चार सवाल
समाधान के बजाय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की रुचि मजाक उड़ाने में क्यों है?
10 बड़े सेक्टर में मंदी के बावजूद जादू की किस छड़ी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री देश की अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन तक ले जाएंगे
पिछले एक साल से बदहाल ऑटो सेक्टर की बेहतरी के लिए क्या कदम उठाए जाने हैं?
हर मुद्दे पर देश को संबोधित करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन मुद्दों पर मौन क्यों हैं?
बता दें, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को ऑटो सेक्टर में मंदी के लिए ओला-उबर को जिम्मेदार ठहराया था.
सीतारमण ने कहा था कि ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री BS6 स्टैंडर्ड और मिलेनियल्स के माइंड सेट से प्रभावित है. सीतारमण ने कहा कि मिलेनियल आजकल गाड़ी खरीदने की जगह ओला-उबर को तवज्जो दे रहे हैं.