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मोदी सरकार 2.0 के 100 दिन पूरे होने पर सरकार रिपोर्ट कार्ड जारी कर रही है. उपलब्धियां गिनाईं जा रही हैं, तो दूसरी तरफ कांग्रेस सांसद राहुल गांधी इन 100 दिनों को इकनॉमी के नाश के दिन बता रहे हैं.
राहुल गांधी ने कहा है, "100 दिन में कोई विकास नहीं. लोकतंत्र को लगातार तहस-नहस करने के लिए, आलोचनात्मक मीडिया पर शिकंजा कसने के लिए मोदी सरकार को बधाई. नेतृत्व का गहरा अभाव है, रुकी हुई अर्थव्यवस्था को वापस पटरी पर लाने के लिए मोदी सरकार के पास अच्छी योजनाओं की कमी है.’’
वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी मोदी सरकार पर सुस्त अर्थव्यवस्था को लेकर तंज कसा है. उन्होंने ट्वीट में लिखा, "अर्थव्यवस्था चौपट करके सरकार मौन बैठी है. कंपनियां संकट में हैं. व्यापार ठप हो रहा है. ड्रामे से, छल से, झूठ से, प्रचार से कपट करके, देश की हालत को जन-जन से छुपाया जा रहा है."
इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने कहा है कि केंद्र सरकार से उम्मीद थी कि यह आम आदमी की जिंदगी में राहत लाने वाले कुछ कदम उठाएगी, लेकिन इसके उलट हुआ है. सिब्बल ने पूछा, "प्रधानमंत्री कहते थे कि रुपये की गिरावट होती है तो प्रधानमंत्री की साख की भी गिरावट होती है, तो क्या अब मोदी की साख की भी गिरावट हो रही है?’’
इसके अलावा सिब्बल ने पूछा-
सिब्बल ने केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी को लेकर कहा, ''बीजेपी हमेशा लॉज ऑफ ग्रेविटी के खिलाफ काम करती है. अगर कश्मीर में सामान्य व्यवस्था नहीं है तो ये कहते हैं कि सब नॉर्मल है. जीडीपी ग्रोथ रेट 5 फीसदी पर आ गया तो भी ये कहते हैं कि सब ठीक है, कोई समस्या ही नहीं है. बैंक के NPA बढ़ते जा रहे हैं, ये कहते हैं कि ऐसी कोई समस्या नहीं है, हम उसका सुधार कर देंगे. जो हम सबको दिखता है, वो इनको नहीं दिखता, ये इनकी राजनीति है.''
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Published: 08 Sep 2019,06:01 PM IST