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एक साथ कई फ्रंट पर आंतरिक चुनौतियों का का सामना कर रही कांग्रेस (Congress) पार्टी की कार्यसमिति (CWC) की बैठक 16 अक्टूबर को होगी. CWC की इस बैठक में नए अध्यक्ष, "वर्तमान राजनीतिक स्थिति" और अगले साल के राज्य विधानसभा चुनावों जैसे तमाम मुद्दों पर बातचीत होगी.
राज्य सभा सांसद और कांग्रेस जनरल सेक्रेटरी केसी वेणुगोपाल ने ट्वीट करते हुए बताया कि,
पिछले कई महीनों से चली आ रही पंजाब कांग्रेस में आंतरिक कलह सितंबर में अपने चरम पर थी. कांग्रेस को नेतृत्व परिवर्तन के बीच पंजाब में उथल-पुथल का सामना करना पड़ा.
इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और “G-23” में शामिल कपिल सिब्बल ने गांधी परिवार को एक नया लेटर भेजते हुए कहा था कि "कांग्रेस में अभी कोई निर्वाचित अध्यक्ष नहीं है. कौन फैसला कर रहा है? हम नहीं जानते कि पार्टी में कौन निर्णय ले रहा है"
इसी दौरान गुलाम नबी आजाद ने भी सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर कहा था कि जल्द से जल्द कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक बुलाई जानी चाहिए. जिसमें लीडरशिप को लेकर चर्चा हो.
इसके बाद पार्टी कार्यकर्ताओं ने कपिल सिब्बल के घर के बाहर "गेट वेल सून" के तख्तियों के साथ विरोध-प्रदर्शन किया, टमाटर फेंके और उनकी कार को क्षतिग्रस्त कर दिया.
गौरतलब है कि “G-23”" कांग्रेस पार्टी में उन 23 असंतुष्ट नेताओं का समूह है जिन्होंने पिछले साल सोनिया गांधी को लेटर भेजकर पार्टी में व्यापक बदलाव की मांग की थी. उसके बाद से “G-23” के विभिन्न नेताओं ने गांधी परिवार को समय-समय पर याद दिलाया है कि जमीन पर कुछ भी नहीं बदला है और कांग्रेस का पतन जारी है.
कांग्रेस के नए अध्यक्ष के अलावा इस मीटिंग में लखीमपुर हिंसा पर कांग्रेस की आगे की रणनीति पर चर्चा तय मानी जा रही है.
जहां किसानों का आरोप है कि मंत्री का बेटा आशीष मिश्र कार को चला रहा था, वहीं कांग्रेस ने मंत्री को बर्खास्त करने और उनके बेटे की गिरफ्तारी की मांग की है.
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