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उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से निपटने के लिए किए गए प्रबंधन पर विपक्ष के नेताओं ने निशाना साधा है. समाजवादी पार्टी नेता अखिलेश यादव ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर कर कहा है, ''ये है उत्तर प्रदेश में क्वॉरंटीन सेंटर का हाल, पानी नहीं पर झरना बह रहा लगातार.''
वीडियो सामने आने के बाद बरेली के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ईशान प्रताप सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा, ''ये एक निजी मेडिकल कॉलेज, राजश्री मेडिकल कॉलेज का वीडियो है. इस वीडियो के संज्ञान में आते ही उनके प्रबंधन से बात की गई, हमारे भी नोडल अधिकारी वहां पर तैनात हैं, ये पता चला कि कंस्ट्रक्शन एक्टिविटी के कारण वहां पर एक प्लंबिंग फेलियर हो गया था, जिसके कारण एकदम से रेन वॉटर गिरने लगा. वहां जितने भी रोगी भर्ती थे, उन्हें तत्कात वहां से हटाया गया और रिपेयर का काम करा दिया गया''
प्रियंका ने अपने एक ट्वीट में कुछ रिपोर्ट्स का हवाला देते हुए कहा है, ''सीएम साहब और उनके अधिकारियों ने बार-बार पर्याप्त बेड होने और कोरोना से लड़ाई में सब कुछ सही होने का दावा किया है, लेकिन इन खबरों में लखनऊ का हाल देखकर ही समझ जाएंगे कि यूपी सरकार की नाकाफी तैयारियों, लचर व्यवस्था और कमजोरियों पर पर्दा डालने की नीति ने आज बुरा हाल कर दिया है.''
इसके आगे प्रियंका ने कहा है, ''मरीज परेशान हैं, स्वास्थ्यकर्मी परेशान हैं, लेकिन सरकार के मुखिया "सदी का सबसे कमजोर वायरस" जैसे बचकाना बयान देकर जवाबदेही से मुंह फेरे हुए हैं.''
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट पर दिए गए आंकड़ों के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में अब तक COVID-19 के 47036 कन्फर्म्ड केस सामने आ चुके हैं. राज्य में कोरोना वायरस के चलते अब तक 1108 लोगों की जान जा चुकी है.
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Published: 19 Jul 2020,03:12 PM IST