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राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद कांग्रेस के अध्यक्ष पद को लेकर बनी असमंजस की स्थिति और नेतृत्व संकट आज खत्म हो सकता है. शनिवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक होनी है. ऐसे में माना जा रहा है कि इस बैठक में अध्यक्ष पद पर फैसला लिया जा सकता है.
बता दें, लोकसभा चुनावों में मिली हार की जिम्मेदारी लेते हुए राहुल गांधी ने पार्टी अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद से कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर तमाम तरह की अटकलें जारी थीं.
कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक से एक दिन पहले शुक्रवार को राहुल गांधी ने पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों से कहा कि अगले कुछ दिनों के भीतर नए अध्यक्ष को लेकर फैसला हो जाएगा.
सूत्रों के मुताबिक, पार्टी महासचिवों, प्रदेश अध्यक्षों, विधायक दल के नेताओं, विभाग प्रमुखों और सांसदों की बैठक में गांधी ने कहा कि शनिवार को होने जा रही कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में अध्यक्ष के चयन को लेकर व्यवस्था बन जाएगी और अगले कुछ दिनों के भीतर निर्णय हो जाएगा.
बैठक में मौजूद एक नेता ने बताया-
सूत्रों के मुताबिक नए अध्यक्ष के चयन के फैसले को लेकर शनिवार को CWC की बैठक में विचार-विमर्श होगा और चयन के लिए कोई व्यवस्था बनाई जाएगी.
जानकारी के मुताबिक, शनिवार को होने वाली कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में दो दशकों में पहली बार गांधी परिवार से बाहर के किसी शख्स को पार्टी की कमान मिल सकती है.
सीडब्ल्यूसी की बैठक से एक दिन पहले पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने शुक्रवार को संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) प्रमुख सोनिया गांधी से मुलाकात की. सूत्रों के मुताबिक, अहमद पटेल, एके एंटनी और केसी वेणुगोपाल सोनिया से मिले.
शुक्रवार को यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ मिलकर कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए कुछ नामों पर चर्चा की. बताया जा रहा है पार्टी के नये अध्यक्ष को लेकर मुकुल वासनिक का नाम सबसे आगे है.
बता दें, मुकुल वासनिक कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं. वे एनएसयूआई और युवा कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं. वासनिक सबसे कम उम्र में सांसद बने और अबतक वे चार बार सांसद रह चुके हैं. इसके अलावा वे केंद्र में मंत्री भी रह चुके हैं.
वासनिक के अलावा मल्लिकार्जुन खड़गे, अशोक गहलोत, सुशील कुमार शिंदे समेत कई वरिष्ठ नेताओं के नामों की भी चर्चा है.
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद राहुल गांधी ने पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. उस वक्त उनके इस्तीफे को अस्वीकार करते हुए सीडब्ल्यूसी ने उन्हें पार्टी में आमूलचूल बदलाव के लिए अधिकृत किया था, हालांकि गांधी अपने रुख पर अड़े रहे और स्पष्ट कर दिया कि न तो वह और न ही गांधी परिवार का कोई दूसरा सदस्य इस जिम्मेदारी को संभालेगा.
अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए गांधी ने यह भी कहा था कि कांग्रेस अध्यक्ष नहीं रहते हुए भी वह पार्टी के लिए सक्रिय रूप से काम करते रहेंगे. उनके समर्थन में बहुत सारे नेताओं ने भी इस्तीफा दे दिया था.
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Published: 09 Aug 2019,10:42 PM IST