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कोरोना वायरस को लेकर लगाए गए लॉकडाउन में प्रवासी मजदूर पिसते जा रहे हैं. हर दूसरे दिन सड़कों पर मजदूरों के पैदल चलने और कुचले जाने की खबरें सामने आ रही हैं. अब केंद्र सरकार ने गुरुवार को अपने मेगा पैकेज से प्रवासी मजदूरों को राहत देने के लिए कई ऐलान किए हैं. जिसे लेकर बीजेपी नेताओं में एक बार फिर बधाईयों का सिलसिला चल पड़ा है, वहीं विपक्षी नेता इसे पुरानी योजनाओं को ही नए तरीके से पेश करना बता रहे हैं और मजदूरों के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की जा रही है.
प्रवासी मजूदरों के लिए वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के ऐलानों के बाद कांग्रेस की तरफ से रिएक्शन आया. कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनाते ने कहा,
कांग्रेस के अलावा सीपीआई (एम) नेता सीताराम येचुरी ने भी केंद्र सरकार की इस योजना को लेकर ट्वीट किया. उन्होंने लोन स्कीम को लेकर कहा कि ये सभी काफी पुरानी हैं, इनमें कुछ नया नहीं हैं. येचुरी ने लिखा,
"जो हमें पैकेज से मिला वो सिर्फ लोन स्कीम हैं, कोई राहत नहीं. इनमें से ज्यादातर पुरानी हैं. इसीलिए ये पुरानी योजनाओं की एक री-पैकेजिंग है. ये अपमान है."
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी मजूदरों का जिक्र किया. हालांकि उन्होंने सरकार के इस पैकेज को लेकर कुछ नहीं कहा. अखिलेश ने सवाल पूछा कि "क्या वंदे भारत मिशन के तहत हवाई जहाज में गरीब मजदूरों को नहीं लाया जा सकता है?"
वित्तमंत्री की ब्रीफिंग के बाद सरकार की तरफ से भी कई रिएक्शन आए, जिनमें इन योजनाओं की जमकर तारीफ की गई. पीएम मोदी ने भी वित्तमंत्री के ऐलान के बाद कहा कि इससे हमारे किसानों और प्रवासी मजदूरों को खासतौर पर फायदा होगा. पीएम ने कहा कि इससे फूड सिक्यॉरिटी बढ़ेगी और किसानों के साथ-साथ रेहड़ी-पटरी वालों को पैसा मिलेगा.
पीएम मोदी के अलावा बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी समेत कई नेताओं ने वित्त मंत्री के इन ऐलानों को प्रवासी मजदूरों और गरीबों के लिए काफी फायदेमंद बताया. साथ ही सरकार की जमकर तारीफ भी की.
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Published: 14 May 2020,09:08 PM IST