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गोवा (Goa) के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय मनोहर पर्रिकर (Manohar Parrikar) के बेटे उत्पल पर्रिकर को बीजेपी (BJP) की तरफ से विधानसभा चुनाव के लिए टिकट नहीं मिला. दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार, 20 जनवरी को ट्वीट करते हुए लिखा कि गोवा के लोगों को बहुत दुःख होता है कि बीजेपी ने पर्रिकर परिवार के साथ भी यूज एंड थ्रो की नीति अपनाई है.
केजरीवाल ने कहा कि मैंने मनोहर पर्रिकर जी का हमेशा सम्मान किया है. उत्पल जी का आम आदमी पार्टी ज्वाइन करने और पार्टी के टिकट से चुनाव लड़ने के लिए स्वागत है.
बीजेपी नेता देवेन्द्र फणनवीस ने ट्वीट करते हुए गोवा विधानसभा चुनाव के लिए लिस्ट जारी की, जिसके मुताबिक गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, सांकेलिम से चुनाव लड़ेंगे, जबकि डिप्टी सीएम मनोहर अजगांवकर मडगांव से चुनाव लड़ेंगे.
देवेंद्र फडणवीस ने अपने बयान में कहा कि उत्पल पर्रिकर के साथ बातचीत चल रही है, हमें लगता है कि उन्हें सहमत होना चाहिए.
उन्होंने कहा कि उत्पल पर्रिकर, पणजी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे, जो मनोहर पर्रिकर की सीट थी. यह सीट अब मौजूदा विधायक को दी गई है. हमारी पार्टी के लिए, पर्रिकर परिवार हमेशा हमारा परिवार है, लेकिन जिस सीट से उत्पल चुनाव लड़ना चाहते थे उसके लिए हमारे पास पहले से ही एक मौजूदा विधायक हैं और मौजूदा विधायक को छोड़ना सही नहीं होगा. उन्होंने कहा कि हमने उन्हें विकल्प दिया था और इस संबंध में बातचीत हो रही है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक पर्रिकर परिवार के करीबी लोगों ने कहा कि यह उम्मीद नहीं है कि उत्पल किसी दूसरी सीट से चुनाव लड़ने के लिए राजी होंगे क्योंकि यह उनके लिए एक भावनात्मक विषय है. पिछले एक महीने में अमित शाह और जेपी नड्डा समेत पार्टी के कई शीर्ष नेताओं ने उन्हें मनाने की कोशिश की.
बता दें कि मनोहर पर्रिकर के बेटे के लिए आम आदमी पार्टी ही केवल एक विकल्प नहीं है क्योंकि शिवसेना सांसद संजय राउत ने हाल ही में कहा था कि यदि उत्पल निर्दलीय चुनाव लड़ते हैं तो सभी गैर-बीजेपी दलों को उनका सपोर्ट करना चाहिए.
पणजी सीट अतानासियो मोनसेराटे को दी गई है, जो 2019 में कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए थे और उन्होंने मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद उपचुनाव में इस सीट जीत हासिल की थी.
उत्पल पर्रिकर ने कहा कि 1994 से जो बीजेपी नेता उनके पिता के साथ थे, अब उनका समर्थन करते हैं और वो अपने पिता की मृत्यु के बाद पणजी के मतदाताओं से मिलते रहे हैं. उन्होंने कहा कि क्या पार्टी उस सीट से किसी क्रिमिनल बैकग्राउंड वाले कैंडीडेट को टिकट देगी, जिसका प्रतिनिधित्व मनोहर पर्रिकर जी कर रहे थे.
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