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गुजरात में बीजेपी के एमएलए केतन ईनामदार ने इस्तीफा दे दिया है. बड़ोदरा जिले के सवली सीट से एमएलए ईनामदार ने अपना इस्तीफा विधानभा स्पीकर को भेज दिया है. ईनामदार ने कहा कि सीनियर सरकारी अधिकारी और मंत्री उनकी और उनके विधानसभा क्षेत्र की अनदेखी कर रहे थे इसलिए उन्होंने इस्तीफा देने का फैसला किया. ईनामदार कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं
ईनामदार ने कहा कि बीजेपी में उनकी तरह कई और विधायक भी हताश महसूस कर रहे हैं. इस बीच, कांग्रेस ने उन्हें पार्टी में शामिल होने का न्योता दे दिया है. हालांकि बीजेपी का कहना है वह ईनामदार को समझा-बूझा कर घर वापसी करा लेंगे.
ईनामदार ने पार्टी छोड़ने की वजह बताते हुए कहा
ईनामदार ने पीटीआई से कहा '' लगता है बीजेपी में अब पार्टी विधायकों के मान-सम्मान का खयाल नहीं रखा जा रहा है. मैंने अपना इस्तीफा बीजेपी नेताओं की रवैये की वजह से दिया. पार्टी के नेता और ब्यूरोक्रेट्स मुझे इग्नोर कर रहे थे. एक जन प्रतिनिधि को जो सम्मान मिलना चाहिए थी वो भी मुझे नहीं मिल रहा था.
ईनामदार ने कहा जब भी वह अपने क्षेत्र की समस्या लेकर जाते थे तो न तो तो कोई मंत्री सुनने को तैयार होता था और न ही कोई ब्यूरोक्रेट्स. ऐसे हालातों से परेशान होने के बाद उन्होंने अपना इस्तीफा विधानसभा स्पीकर राजेंद्र त्रिवेदी, सीएम विजय रुपाणी और पार्टी अध्यक्ष जीतू भगनानी को ई-मेल कर दिया.
दूसरी ओर, बीजेपी प्रवक्ता भरत पंड्या ने कहा कि पार्टी नेतृत्व ईनामदार से बात कर मामले को सुलझाने की कोशिश करेगा. जबकि गुजरात असेंबली में विपक्ष के नेता परेश धनानी ने कहा कि इस मामले ने राज्य में बीजेपी की हालत बता दी है. उन्होंने कहा, '' मेरा ईनामदार को ऑफर है. वह चाहें तो कांग्रेस ज्वाइन कर सकते हैं.
ईनामदार 2012 विधानसभा चुनाव में सवली से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर जीते थे. लेकिन बाद में वह बीजेपी में शामिल हो गए थे. 2017 में वह उसी सीट से कांग्रेस उम्मीदवार खमनसिंह चौहान को हरा कर विधानसभा पहुंचे थे.
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