मेंबर्स के लिए
lock close icon
Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Politics Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019TMC ने प्रसार भारती के पूर्व CEO जवाहर सरकार को राज्यसभा के लिए किया नामित

TMC ने प्रसार भारती के पूर्व CEO जवाहर सरकार को राज्यसभा के लिए किया नामित

TMC उनके 41 साल के नौकरशाही का उपयोग उच्च सदन में करने की कोशिश करेगी

आईएएनएस
पॉलिटिक्स
Published:
<div class="paragraphs"><p>TMC ने  Jawhar Sircar को राज्यसभा के लिए नामित किया</p></div>
i

TMC ने Jawhar Sircar को राज्यसभा के लिए नामित किया

(फोटो-Jawharsircar.com/Altered by The Quint)

advertisement

तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने एक आश्चर्यजनक घटनाक्रम में भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के सेवानिवृत्त अधिकारी और प्रसार भारती के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) जवाहर सरकार को राज्यसभा के लिए नामित किया है.इस साल की शुरूआत में दिनेश त्रिवेदी द्वारा खाली की गई पश्चिम बंगाल की राज्यसभा सीट के लिए उपचुनाव 9 अगस्त को निर्धारित है.

तृणमूल कांग्रेस ने एक ट्वीट में कहा, "श्री सरकार ने लगभग 42 साल सार्वजनिक सेवा में बिताए और प्रसार भारती के पूर्व सीईओ भी थे.सार्वजनिक सेवा में उनका अमूल्य योगदान हमें अपने देश की और भी बेहतर सेवा करने में मदद करेगा."

सरकार का नामांकन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है. तृणमूल कांग्रेस उनकी बुद्धि और उनके 41 साल के नौकरशाही का उपयोग उच्च सदन में करने की कोशिश करेगी.

शिक्षा से लोक प्रशासन तक, शानदार रहा जवाहर सरकार का करियर

सरकार ने कलकत्ता, प्रेसीडेंसी, कैम्ब्रिज और ससेक्स के विश्वविद्यालयों में अध्ययन किया और इतिहास और समाजशास्त्र में दो मास्टर्स डिग्री प्राप्त की.

सरकार ने कई वर्षों तक पुस्तकों में सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और मानवशास्त्रीय विषयों पर कई लेख प्रकाशित किए हैं, साथ ही प्रसिद्ध राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं और समाचार पत्रों में भी उन्होंने लिखा है.उन्होंने इतिहास, धर्म, समकालीन मामलों और धर्म और नृविज्ञान के बीच के अंतर के विषयों पर कई वार्ताएं भी की हैं.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

कोलकाता की एशियाटिक सोसाइटी (1774 में स्थापित) ने इतिहास और राजनीति के अध्ययन को लोकप्रिय बनाने में उनके योगदान के लिए उन्हें अपना विमान बिहारी मेमोरियल अवार्ड प्रदान किया है.

लोक प्रशासन में भी सरकार का शानदार करियर रहा है.उन्होंने नवंबर 2008 से फरवरी 2012 तक भारत के संस्कृति मंत्रालय का नेतृत्व किया है, जो किसी भी सचिव के लिए सबसे लंबा है.वह भारत के सार्वजनिक प्रसारक, (2012-2016) के सीईओ थे और पारदर्शिता और निष्पक्षता के लिए खड़े हुए थे, जिसके कारण उन्हें समय से पहले इस्तीफा देना पड़ा.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

अनलॉक करने के लिए मेंबर बनें
  • साइट पर सभी पेड कंटेंट का एक्सेस
  • क्विंट पर बिना ऐड के सबकुछ पढ़ें
  • स्पेशल प्रोजेक्ट का सबसे पहला प्रीव्यू
आगे बढ़ें

Published: undefined

Read More
ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT