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बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने अजीबोगरीब बयान दिया है. वो लोगों को उसके खाने के तरीके से पहचान लेते हैं कि वो भारतीय है या बंग्लादेशी. वो भी अगर खाना पोहा हो तो बताना और आसान हो जाता है. नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में एक सभा में मध्य प्रदेश बीजेपी के नेता कैलाश विजयवर्गीय ने खुद ये बयान दिया है. उन्होंने कहा, 'मेरे घर में काम कर रहे मजदूरों के पोहा खाने के स्टाइल से मैं समझ गया कि वह बांग्लादेशी हैं.'
गुरुवार को इंदौर शहर में एक कार्यक्रम में कैलाश विजयवर्गीय ने अपने घर पर चल रहे काम का जिक्र करते हुए कहा,
कैलाश विजयवर्गीय ने ये भी कहा कि इस मामले में मैंने अभी तक पुलिस शिकायत नहीं दर्ज कराई है. मैं सिर्फ इस घटना के बारे में आप लोगों को बता कर आगाह करना चाहता हूं."
बता दें कि इससे पहले पीएम मोदी ने कपड़े से पहचान वाला बयान दिया था. पीएम मोदी ने झारखंड में एक चुनावी रैली में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था,
विजयवर्गीय ने यह भी दावा किया कि एक बांग्लादेशी आतंकवादी पिछले डेढ़ साल से उन पर नजर रखे हुए थे. "जब भी मैं बाहर जाता हूं, छह सशस्त्र सुरक्षाकर्मी मेरे साथ रहते हैं. इस देश में क्या हो रहा है? क्या बाहर के लोग आएंगे और आतंक फैलाएंगे?" उन्होंने कहा, "अफवाहों से भ्रमित न हों. सीएए देश के हित में है. यह कानून वास्तविक शरणार्थियों को शरण देगा और उन घुसपैठियों की पहचान करेगा जो देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा हैं."
बता दें कि इससे पहले विजयवर्गीय ने नागरिकता कानून और एनआरसी का निरोध करने वालों और विपक्ष की तुलना ‘कंस’ से की थी. उन्होंने कहा था, ‘CAA, NRC ना हुआ...देवकी का 'आठवां पुत्र' हो गया! पैदा होने से पहले ही 'कंस' को अपना अंत नजर आने लगा.’
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Published: 24 Jan 2020,11:30 AM IST