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अभिनेता से राजनेता बने कमल हासन ने बीजेपी और हिंदुत्ववादी ताकतों पर निशाना साधते हुए कहा कि राष्ट्रीय ध्वज में भगवा रंग का अपना स्थान है लेकिन इसे तिरंगे पर पूरी तरह से फैलना नहीं चाहिए. 'भगवाकरण' के विरोध की बात करते हुए उन्होंने कहा कि सभी तबके के लोगों को उनका स्थान और सम्मान मिलना चाहिए.
हासन ने बुधवार को अपनी राजनीतिक पार्टी 'मक्काल नीति मय्याम' को लॉन्च किया है. हासन का दावा है कि उनकी पार्टी राजनीति, जाति और धर्म से मुक्त होगी.
कमल हासन ने एक इंटरव्यू में कहा है ‘कुछ लोग कहते हैं कि कमल हासन भगवा की निंदा कर रहे हैं. ये गलत है. भगवा को उसके बलिदान के लिए उसका सही स्थान मिला है, और राष्ट्रीय ध्वज में भी उसका स्थान है.''
दिग्गज अभिनेता ने कहा, ‘ हालांकि, मैं कहता हूं कि भगवा को पूरे ध्वज में नहीं फैलना चाहिए. हमें दूसरों को भी जगह और सम्मान देना चाहिए.’ स्वतंत्रता के लिए लड़ने वाले राष्ट्रीय नेताओं का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि वे सभी एक दूसरे से अलग थे लेकिन समान लक्ष्य के लिए साथ खड़े हुए. उन्होंने कहा कि इस पाठ को हमें कभी नहीं भूलना चाहिए.
उन्होंने कहा कि भारतीय लोकतंत्र की सफलता के लिए किसी को भी हमारे संविधान को तैयार करने में भीमराव अंबेडकर और अलाडी कृष्णास्वामी अय्यर के योगदान को नहीं भूलना चाहिए. अपनी मुख्य राजनीतिक विचारधारा पर कमल हासन ने कहा कि वो किसी एक 'वाद' के संकीर्ण दायरे में बंधे नहीं रहना चाहते हैं. कमल ने कहा, "सभी 'वाद' सामाजिक सुधार के लिए हैं और यह भी नहीं कहा जा सकता कि सभी सफल हुए. इस पर सहमति नहीं जताई सकती कि दुनिया के एक कोने में लिखी गई किताब पूरी दुनिया के लिए उपयुक्त होगी."
कमल हासन ने ये भी कहा वह यहां पास ही अपने साथी अभिनेता रजनीकांत से गुपचुप तरीके से मिले हैं और उन्हें अपनी पार्टी को आगे ले जाने की योजना के बारे में बताया है. कमल ने कहा कि हम दोनों अपने राजनीतिक करियर में गौरव को बनाए रखने और अब आम हो रही उग्र राजनीति में शामिल नहीं होने के लिए सहमत हुए हैं.
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