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कर्नाटक में बीएस. येदियुरप्पा (B S Yediyurappa) की विदाई के बाद अब नए सीएम को लेकर मंथन जारी है. विधायक दल की बैठक बुलाई गई है. जिसके बाद कुछ ही देर में नए मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लग जाएगी. लेकिन बीजेपी पर इससे पहले लिंगायत समुदाय का भारी दबाव है.
येदियुरप्पा के इस्तीफे के बाद लिंगायत संत डिंगलेश्वर ने कहा था कि "येदियुरप्पा के आंसू से बीजेपी कर्नाटक में बह जाएगी". ऐसे में बीजेपी के लिए गैर लिंगायत का चुनाव करना काफी मुश्किल हो सकता है.
क्विंट को सूत्रों के हवाले से मिली खबर के मुताबिक अगले मुख्यमंत्री के रूप में बास्वाराजा बोम्मई सबसे बड़े दावेदार हैं. वरिष्ठ बीजेपी नेता बसवराज बोम्मई कर्नाटक के पूर्व गृह,कानून और संसदीय कार्य मंत्री हैं.
कर्नाटक की आबादी में 17% हिस्सेदारी रखने वाले लिंगायत समुदाय राजनीतिक रूप से प्रभावशाली है और 1990 के दशक से ही बीजेपी का समर्थक रहा है. बीएस येदियुरप्पा मुख्यमंत्री के रूप में लिंगायत समुदाय के साथ बीजेपी के कनेक्शन रहे हैं.
बीजेपी विधायक दल की बैठक में दो केंद्रीय मंत्री-धर्मेंद्र प्रधान और जी. किशन रेड्डी को हाईकमान ने पर्यवेक्षक नियुक्त किया है. दोनों मंत्री बेंगलुरु पहुंचे, जहां उन्होंने कर्नाटक बीजेपी प्रभारी अजय सिंह के साथ बैठक में हिस्सा लिया.
"कर्नाटक का अगला सीएम कौन होगा" के सवाल पर पार्टी सांसद और निवर्तमान मुख्यमंत्री येदियुरप्पा के बेटे राघवेंद्र ने कहा कि इस बारे में अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी .
27 जुलाई को राज्य के राजस्व मंत्री आर. अशोक ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी अगले 48 घंटे के भीतर मुख्यमंत्री पद के लिए नाम की घोषणा करेगी. बेंगलुरु में पत्रकारों से बात करते हुए और अशोक ने कहा कि बीजेपी की राज्य इकाई ,पार्टी आलाकमान द्वारा लिए गए निर्णय का पालन करेगी.
येदियुरप्पा के नेतृत्व वाली कैबिनेट में वरिष्ठ बीजेपी नेता और कर्नाटक के पूर्व गृह, कानून और संसदीय कार्य मंत्री बसवराज बोम्मई ने भी 27 जुलाई को बेंगलुरु में बताया कि नए मुख्यमंत्री की नियुक्ति की प्रक्रिया जल्द ही पूरी हो जाएगी.
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Published: 27 Jul 2021,07:54 PM IST