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कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस-JDS के 16 विधायकों के इस्तीफे के बीच सियासी हलचल लगातार जारी है. इस दौरान कांग्रेस ने बागी विधायकों को मनाने की कोशिशें तेज कर दी हैं. इसी क्रम में कांग्रेस के संकटमोचक माने जाने वाले डीके शिवकुमार आज सुबह पार्टी के बागी विधायक एमटीबी नागराज से मिलने उनके घर पहुंचे.
वहीं, आनंद सिंह और रोशन बेग सहित कांग्रेस-जेडीएस के 5 और बागी विधायक अपने इस्तीफे मंजूर ना होने पर विधानसभा स्पीकर के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं.
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल शाम 6 बजे पार्टी विधायक सिद्धारमैया से मुलाकात करेंगे. सिद्धारमैया बेंगलुरु स्थित अपने निवास कावेरी पहुंच गए हैं.
कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष रमेश कुमार ने कहा, ‘मुझे अपनी बेटी को लेने जाना था, इसलिए मैं अपने घर आ गया था. मैंने अपने दफ्तर में बोल दिया है कि विधायकों के इस्तीफे ले लिए जाएं. 11 विधायकों ने इस्तीफे दिए हैं. कल रविवार है, तो छुट्टी है. इसलिए अब मैं सोमवार को देखूंगा.’
कर्नाटक की जेडीएस-कांग्रेस सरकार पर ये संकट ऐसे वक्त में आया है, जब मुख्यमंत्री कुमारस्वामी देश से बाहर हैं. जेडीएस नेताओं ने बताया कि मुख्यमंत्री कुमारस्वामी अमेरिका के दौरे पर हैं, वह रविवार को बेंगलुरू लौट सकते हैं.
जेडीएस-कांग्रेस के 11 विधायकों के इस्तीफा देने पर बीजेपी नेता डीवी सदानंद गौड़ा ने कहा, ‘जेडीएस और कांग्रेस के विधायकों ने इसलिए इस्तीफा दे दिया क्योंकि उन्हें पता है कि विधायक रहते हुए भी वह अपने निर्वाचन क्षेत्र और राज्य के हित में काम नहीं कर पा रहे हैं.’
डीवी सदानंद गौड़ा से जब पूछा गया कि क्या अब कर्नाटक में बीजेपी की सरकार बनेगी. इस पर उन्होंने कहा कि राज्यपाल के पास सर्वोच्च अधिकार है, संवैधानिक जनादेश के अनुसार अगर वह हमें बुलाते हैं, निश्चित रूप से हम सरकार बनाने के लिए तैयार हैं. हम सबसे बड़ी पार्टी हैं, हमारे 105 विधायक हैं.’
224 सदस्यों वाली कर्नाटक विधानसभा में बहुमत के लिए 113 विधायकों का समर्थन होना जरूरी है. अभी कांग्रेस-जेडीएस के कुल 116 और बीजेपी के 105 सदस्य हैं. गठबंधन सरकार को बीएसपी के एक विधायक का समर्थन भी हासिल है.
निर्दलीय विधायक आर शंकर और एच नागेश के समर्थन वापस लेने के बाद अभी गठबंधन के पास बहुमत से 4 ज्यादा यानी 117 विधायकों का समर्थन है.
विधानसभा में विधायकों की कुल संख्या अगर घटकर 207 तक आ जाती है तो बीजेपी सरकार बनाने की स्थिति में आ जाएगी. बीजेपी के 105 विधायक हैं और वह बहुमत हासिल कर लेगी. हालांकि, इसके लिए कांग्रेस और जेडीएस के करीब 16 विधायकों के इस्तीफे होना जरूरी है.
कर्नाटक कांग्रेस से इस्तीफा दे चुके तीन विधायक एस.टी. सोमशेखर, बैराठी बसवराज और मुनिरत्न राजभवन पहुंचे हैं. ये तीनों विधायक चाहते हैं कि कर्नाटक के पूर्व सीएम सिद्धारमैया को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया जाए.
बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस-जेडीएस के विधायक जब इस्तीफा देने के लिए स्पीकर ऑफिस गए, तो वहां मौजूद डीके शिवकुमार ने कुछ विधायकों के इस्तीफा लेटर को फाड़ दिया. येदियुरप्पा ने कहा, ये निंदनीय है.
जेडीएस नेता एच विश्वनाथ ने बताया कि जेडीएस-कांग्रेस सरकार से 14 विधायकों ने अब तक इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने कहा, "हमने इस्तीफा स्वीकार करने के लिए स्पीकर को लेटर लिखा है. हमने कर्नाटक विधानसभा अध्यक्ष को इस्तीफा सौंप दिया है. उन्होंने हमें आश्वासन दिया कि वह 9 जुलाई तक फैसला ले लेंगे. गठबंधन सरकार कर्नाटक के लोगों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी. इसलिए हमने स्वेच्छा से इस्तीफा दिया है. हम किसी भी "ऑपरेशन कमल" से प्रभावित नहीं हैं."
कर्नाटक में जिन जेडीएस-कांग्रेस सरकार के विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंपा है, उन्होंने बेंगलुरु के राजभवन में राज्यपाल वजुभाई वाला से मुलाकात की.
विधायकों के इस्तीफे फाड़ने वाले आरोप पर कर्नाटक के मंत्री डीके शिवकुमार ने कहा, "मुझे ऐसा क्यों नहीं करना चाहिए? उन्हें शिकायत दर्ज कराने दीजिए, अगर वो मुझे सलाखों के पीछे डालना चाहते हैं, तो मैं तैयार हूं. मैंने बहुत बड़ा रिस्क लिया है."
मंत्री शिवकुमार ने कहा, विधायक छोटी-छोटी कहानियां सुना रहे हैं. ये कोई इस्तीफे देने वाली बात नहीं है. यह हम सभी के लिए हैरानी की बात है.
कांग्रेस जेडीएस चीफ एचके कुमारस्वामी ने कहा, "विधायकों ने स्पीकर ऑफिस में अपना इस्तीफा रखा है. वह सही समय आने पर फैसला लेंगे. फिलहाल अभी हमारी सरकार सेफ है. वो हमारे पास वापस आएंगे, कोई कहीं नहीं जाएगा."
जेडी(एस) नेता और पूर्व पीएम एचडी देवगौड़ा ने विधायकों के इस्तीफा देने के मामले में कुछ भी प्रतिक्रिया देने से मना कर दिया. उन्होंने कहा, "मैं इस मामले पर कुछ भी नहीं कहूंगा. मैंने किसी से भी कुछ नहीं कहा है. मैं सिर्फ निगम चुनाव के लिए खुद को तैयार करने के लिए अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं की बैठक आयोजित कर रहा हूं."
बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा ने कहा, मुझे और मेरी पार्टी को दूसरे दलों के घटनाक्रमों से कोई लेना-देना नहीं है. मैंने मीडिया के माध्यम से सुना कि कांग्रेस-जेडीएस विधायकों ने अपनी कर्नाटक विधानसभा सीटों से इस्तीफा दे दिया है. मैं स्पष्ट रूप से दोहरा रहा हूं कि बीजेपी का इस मुद्दे पर कुछ नहीं कहना है.
उन्होंने ये भी कहा, “हम कर्नाटक में राजनीतिक घटनाक्रम को करीबी से देख रहे हैं. मैं एक बात कह सकता हूं कि लोग चुनाव के लिए तैयार नहीं हैं. चुनाव सरकारी खजाने पर बोझ है. अगर ऐसी स्थिति पैदा होती है तो हम निश्चित रूप से नई सरकार बनाएंगे.”
कांग्रेस नेता बीसी पाटिल ने बताया है कि जेडीएस-कांग्रेस से इस्तीफा दे चुके विधायक एक स्पेशल फ्लाइट से गोवा जा रहे हैं. बता दें, बीसी पाटिल भी कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार के खिलाफ इस्तीफा दे चुके 11 विधायकों में शामिल हैं. वहीं कांग्रेस के सीनियर नेता केसी वेणुगोपाल इस सियासी संकट के बीच बेंगलुरु पहुंच गए हैं.
जेडीए-कांग्रेस के कुछ विधायकों का इस्तीफा देने के बाद कर्नाटक कांग्रेस प्रभारी केसी वेणुगोपाल ने सीएलपी नेता सिद्धारमैया, केपीसीसी के कार्यकारी अध्यक्ष ईश्वर खांडरे, डीके शिवकुमार, डीके सुरेश और दूसरे नेताओं के साथ बैठक की.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "कांग्रेस छोड़ने के इच्छुक कई विधायक लंबे समय से पार्टी से जुड़े हुए हैं. मुझे विश्वास है कि वो हमारे साथ जुड़े रहेंगे और पार्टी का समर्थन करेंगे. मैं बेंगलुरु जा रहा हूं. मैं वहां की जमीनी स्थिति देखने के बाद मामले पर टिप्पणी करूंगा."
पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक के बाद कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कर्नाटक में बीजेपी पर खरीद फरोख्त का आरोप लगाया. सुरजेवाला ने कहा, "देश में आया राम, गया राम यानी कि खरीद फरोख्त की राजनीति का एक नया सिंबल अब उभर गया है. इसकी फॉर्म है MODI- Mischievously Orchestrated Defections in India."
उन्होंने कहा, “बीजेपी चुनी हुई प्रजातांत्रिक सरकारों को गिराने का काम कर रही है. इसका सबसे ताजा उदाहरण कर्नाटक है.”
कर्नाटक के मंत्री और कांग्रेस नेता जमीर अहमद ने कहा, विधायक वापस आएंगे. वो कहां जाएंगे? उनके इस्तीफे अभी तक स्वीकार नहीं किए गए हैं.
कर्नाटक के 10 कांग्रेस-जेडीएस विधायक अब मुंबई पहुंच चुके हैं. बताया जा रहा है कि कुल 10 विधायक मुंबई के सोफिटेल होटल में ठहरे हैं. बता दें कि शनिवार को कर्नाटक के 11 कांग्रेस और 3 जेडीएस विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था.
बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा ने कहा, मैं फिलहाल टुमकुर जा रहा हूं और शाम 4 बजे लौटूंगा. आप राजनीतिक गतिविधियों के बारे में जानते हैं. इंतजार कीजिए और देखिए. मुझे कुमारस्वामी और सिद्धारमैया ने जो कहा उसका जवाब नहीं देना है. मेरा इससे कोई मतलब नहीं है.
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने उन्हें कर्नाटक का सीएम बनाने को लेकर कहा, मुझे नहीं पता. मैं चाहता हूं कि ये गठबंधन की सरकार आगे भी चले. हम चाहते हैं कि सब कुछ काफी आसानी से हो. ये सब मीडिया में हमारे बीच दरार डालने की कोशिश करने के लिए फैलाया जा रहा है.
खड़गे ने रामलिंगा रेड्डी की नाराजगी पर कहा, रेड्डी जी कांग्रेस के एस सीनियर नेता हैं. वह लंबे समय से बेंगलुरू में कांग्रेस का कामकाज संभाल रहे हैं. देखते हैं कि उनकी क्या शिकायतें हैं और हम क्या कर सकते हैं.
कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने बेंगलुरु में कहा, मैं 5-6 विधायकों के टच में हूं. मैं जानकारी साझा नहीं कर सकता हूं. सभी पार्टी के प्रति वफादार हैं. सभी से यही उम्मीद की जाती है कि वो पार्टी के लिए वफादार रहें.
कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस सरकार पर गहराए संकट के बीच कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार आज जेडीएस नेता एचडी देवगौड़ा से मुलाकात करेंगे. देवगौड़ा के घर पर ये बैठक होगी.
कर्नाटक कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने बीजेपी पर सरकार गिराने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, यह साफ दिख रहा है कि जो कुछ भी हो रहा है उसके पीछे बीजेपी है. यह ऑपरेशन कमल है. लेकिन सब कुछ ठीक है, चिंता करने की बात नहीं है. सरकार को किसी भी तरह का खतरा नहीं है.
बेंगलुरु में कांग्रेस ऑफिस के बाहर कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. सभी कार्यकर्ताओं ने बागी विधायकों से अपना इस्तीफा वापस लेने की मांग की. बता दें कि हाल ही में कांग्रेस के 11 विधायकों ने पार्टी छोड़ने का ऐलान किया है.
कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस सरकार पर मंडराते खतरे के बीच कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने जेडीएस नेता एचडी देवगौड़ा से मुलाकात की. देवगौड़ा के घर पर हुई इस बैठक में मौजूदा हालात पर चर्चा की गई.
कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी अमेरिका दौरे से दिल्ली लौट आए हैं. शाम तक बेंगलुरु पहुंचकर राज्य में गठबंधन सरकार पर मंडरा रहे संकट पर पार्टी के विधायकों के साथ मीटिंग करेंगे.
कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी दिल्ली से सीधे बेंगलुरु के लिए रवाना हो गए हैं. वहां शाम 6 बजे जेडीएस की बैठक होनी है.
मुंबई में सोफिटेल होटल के बाहर प्रदर्शन कर रहे महाराष्ट्र युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. इस विरोध प्रदर्शन में महाराष्ट्र युवा कांग्रेस के उपाध्यक्ष सूरज सिंह ठाकुर भी शामिल थे.
बता दें, कर्नाटक की जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन सरकार से इस्तीफा दे चुके विधायक सोफिटेल होटल में ही ठहरे हुए हैं. ये कार्यकर्ता विधायकों से इस्तीफा वापस लेने की मांग कर रहे थे.
बीजेपी नेता मुरलीधर राव ने कहा, कांग्रेस जो कर्नाटक में सियासी संकट के पीछे बीजेपी का हाथ बता रही है, ये बकवास है. ये बेबुनियाद आरोप है. दूसरी पार्टी पर आरोप लगाकरस वो कुछ हासिल नहीं करेंगे.
कांग्रेस ने सभी विधायकों को कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) की मीटिंग में शामिल होने के लिए सर्कुलर जारी किया है. सर्कुलर में कहा गया है कि उन कांग्रेस विधायकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी जो कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) की बैठक में शामिल नहीं होंगे.
CLP नेता सिद्धारमैया के नेतृत्व में 9 जुलाई को रखी गई मीटिंग में कर्नाटक कांग्रेस प्रभारी केसी वेणुगोपाल और कर्नाटक कांग्रेस प्रमुख दिनेश गुंडू राव भी शामिल होंगे.
कर्नाटक मुख्यमंत्री कुमारस्वामी दिल्ली से बेंगलुरु पहुंच चुके हैं. अब थोड़ी देर में सभी जेडीएस विधायकों के साथ मीटिंग करेंगे. ये मीटिंग बेंगलुरु के ताज वेस्ट एंड होटल में होगी.
जेडीएस-कांग्रेस के 10 विधायक जिस चार्टर्ड प्लेन से 6 जुलाई को मुंबई गए थे, वो प्लेन बीजेपी के राज्यसभा मेंबर राजीव चंद्रशेखर से जुड़ी कंपनी का था. कंपनी सूत्रों ने पीटीआई को ये जानकारी दी.
चंद्रशेखर जुपिटर कैपिटल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के संस्थापक और अध्यक्ष हैं. विधायक इसी विमान से मुंबई गए थे. कंपनी अधिकारियों ने ये बात स्वीकारी है. हालांकि उन्होंने ये साफ कहा है कि वो बिजनेस कर रहे थे और जो कोई भी विमान का इस्तेमाल करना चाहता है, वह कर सकता है.
बीजेपी की कर्नाटक यूनिट ने अपने विधायकों के लिए बेंगलुरु के डोड्डाबल्लापुर रोड पर रमाडा होटल में दो दिनों के लिए 30 कमरे बुक किए हैं.
बेंगलुरु में पार्टी मुख्यालय (जेपी भवन) में जेडीएस जीटी देवेगौड़ा ने कहा, “अगर मेरी पार्टी फैसला करती है, तो मैं इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं. मैं बीजेपी में नहीं जा रहा हूं. हमारी गठबंधन सरकार राज्य की भलाई के लिए है.”
जेडीएस नेता जीटी देवेगौड़ा ने ये भी कहा, अगर कॉर्डिनेशन कमेटी ये तय करती है कि सिद्धारमैया को सीएम होना चाहिए, तो हमें कोई आपत्ति नहीं है. कांग्रेस सरकार को बचाने की कोशिश कर रही है. उन्होंने सदस्यों से कहा है कि कुछ सीनियर्स को मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे देना चाहिए और दूसरों के लिए रास्ता बनाना चाहिए.
मुंबई में सोफिटेल होटल के बाहर इस्तीफा दे चुके कर्नाटक कांग्रेस के बागी विधायक एसटी सोमशेखर ने कहा, "हम 13 विधायकों ने स्पीकर को इस्तीफा सौंपा है और राज्यपाल को इसकी जानकारी दी है. हम सब साथ हैं. बेंगलुरु वापस जाने और इस्तीफा वापस लेने का कोई सवाल ही नहीं है."
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "सरकार को संविधान के अनुसार चलना चाहिए. जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन सरकार कर्नाटक में संवैधानिक रूप से चुनी हुई सरकार है. वो (बीजेपी) इसे अस्थिर कर रहे हैं. लगभग 14 राज्यों में, वो न केवल कांग्रेस विधायकों बल्कि क्षेत्रीय पार्टी के सदस्यों पर भी दबाव बना रहे हैं."
खड़गे ने ये भी कहा, "आज भी कुछ विधायक मुंबई गए. वो दबाव में आ गए हैं. साथ ही, केंद्र की मदद से राज्य में बीजेपी एक्टिव हो गई है. इस गठबंधन (जेडीएस-कांग्रेस) सरकार से निपटने के लिए केंद्र में रूलिंग सरकार ने रुचि ली है. वो इस सरकार को गिराने की कोशिश कर रहे हैं."
कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने जेडी(एस) नेता एचडी देवगौड़ा, कर्नाटक के मंत्री, डिप्टी सीएम जी परमेश्वर और अन्य वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के साथ वेस्ट एंड होटल में मीटिंग शुरू कर दी है.
मुंबई में कांग्रेसी विधायक नसीम खान को सोफिटेल होटल के अंदर जाने से रोक दिया गया, जहां कांग्रेस-जेडी(एस) के विधायक ठहरे हुए हैं. खान ने कहा, "बीजेपी नेताओं को अंदर जाने की अनुमति है. वो विधायकों पर दबाव डाल रहे हैं, लेकिन मुझे जाने की अनुमति नहीं है."
मौजूदा स्थिति पर चर्चा करने के लिए कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर ने राज्य में कांग्रेस पार्टी के मंत्रियों को सोमवार को बेंगलुरु में उनके आवास पर नाश्ते के लिए बुलाया है.
कर्नाटक के डिप्टी सीएम जी परमेश्वर ने सरकार पर मंडराते संकट के बीच ब्रेकफास्ट पर विधायकों को बुलाया था. जिसके बाद अब कांग्रेस के कई विधायक उनके घर पहुंचे हैं. यहां ब्रेकफास्ट पर मौजूदा हालात के बारे में चर्चा होगी.
कर्नाटक की कांग्रेस-जेडीएस सरकार की मुसीबत और भी ज्यादा बढ़ चुकी है. अब गठबंधन के एक निर्दलीय विधायक ने भी मंत्रीपद से इस्तीफा दे दिया है. विधायक नागेश ने अपने पद से इस्तीफा दिया है. अब इसके बाद कर्नाटक में सरकार बचाना काफी मुश्किल होगा.
कर्नाटक बीजेपी की नेता शोभा कर्नाडलजे ने कहा है कि सीएम एचडी कुमारस्वामी को अब अपना इस्तीफा दे देना चाहिए. उन्होंने बहुमत खो दिया है. कांग्रेस के कई विधायक इस्तीफा दे चुके हैं. उन्हें अब दूसरी सरकार को मौका देना चाहिए.
कर्नाटक सरकार में अब बड़ा उलटफेर देखने को मिल सकता है. अब कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की इस सरकार में कांग्रेस के सभी मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है. क्विंट सूत्रों के मुताबिक डिप्टी सीएम जी परमेश्वर समेत कांग्रेस के सभी विधायकों ने मंत्री पद छोड़ दिया है.
कर्नाटक सरकार से अपना समर्थन वापस लेने और अपना इस्तीफा सौंपने के बाद निर्दलीय विधायक नागेश मुंबई के लिए रवाना हो चुके हैं. विधायक के लिए स्पेशल फ्लाइट की व्यवस्था की गई है.
कर्नाटक के मंत्री जमीर अहमद खान ने दावा किया है कि इस्तीफा देने वाले विधायकों में से 6-7 विधायक वापस आने वाले हैं. उन्होंने कहा कि आज शाम तक ये विधायक वापस पार्टी ज्वाॉइन करेंगे.
कर्नाटक के सीएम एचडी कुमारस्वामी ने कहा है कि चिंता करने की कोई भी जरूरत नहीं है. मामले को सुलझा लिया गया है. सरकार आगे भी चलती रहेगी.
क्विंट सूत्रों के मुताबिक कर्नाटक सरकार की मुश्किलें और भी ज्यादा बढ़ सकती हैं. 13 विधायकों के बाद कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के 7 और विधायक इस्तीफा दे सकते हैं. जिसके बाद इस्तीफा देने वाले कुल विधायकों की संख्या 20 हो जाएगी. इनके अलावा इस्तीफा देने वाले निर्दलीय विधायक नागेश भी मुंबई पहुंच चुके हैं.
बेंगलुरू में बीजेपी संसदीय पार्टी मीटिंग के बैठक से पहले बीएस येदुरप्पा ने कर्नाटक सीएम के इस्तीफे की मांग की है. येदुरप्पा ने कहा, "कल हमारे कार्यकर्ता विरोध-प्रदर्शन करेंगे. कांग्रेस-जेडीएस ने बहुमत खो दिया है और इसीलिए सीएम को इस्तीफा देना चाहिए."
कर्नाटक सरकार में मंत्री और निर्दलीय विधायक आर शंकर ने इस्तीफा दे दिया है.
कांग्रेस नेता रोशन बेग ने कहा है कि वो पार्टी के व्यवहार से आहत हैं. बेग ने कहा, "मैं विधायक पद से इस्तीफा दे दूंगा और बीजेपी ज्वाइन कर लूंगा."
कर्नाटक के उप-मुख्यमंत्री जी परमेश्वर ने राज्यपाल वजुभाई वाला पर आरोप लगाया कि वह राज्य में विधायकों की खरीद-फरोख्त को बढ़ावा दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि जब विधायक इस्तीफा सौंपने गए थे तो हमारे राज्यपाल को उनसे दो घंटे तक बातचीत करने की कोई जरूरत नहीं थी.
इस्तीफा देने के बाद मुंबई के होटल में ठहरे विधायकों को फिलहाल वहीं रखा जाएगा. हालांकि जगह जरूर बदली जा सकती है. इससे पहले विधायकों को पुणे और गोवा शिफ्ट करने की बात चल रही थी. अब मुंबई में उन्हें सेफ हाउस में रखा गया है.
कांग्रेस ने आज भी लोकसभा में कर्नाटक मुद्दे को लेकर स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है. सदन में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी और सांसद के सुरेश ने कर्नाटक में सियासी संकट पर यह नोटिस दिया है. इससे पहले सोमवार को भी इस मुद्दे को लोकसभा में उठाया गया था.
कर्नाटक बीजेपी नेता शोभा करंदलजे ने कर्नाटक में सरकार बनाने की बात कही है. उन्होंने कहा, अब कांग्रेस-जेडीएस से ज्यादा संख्या हमारे पास है. हम लगभग 107 पर हैं और वो 103 पर पहुंच चुके हैं. मुझे लगता है कि अब राज्यपाल को बीजेपी को बुलाकर सरकार बनाने को कहना चाहिए.
कर्नाटक में सियासी संकट के बीच बैठकों का दौर भी जारी है. अब कांग्रेस के विधायक दल की बैठक जारी है. विधानसभा में यह बैठक चल रही है. मौजूदा हालात पर चर्चा के लिए बैठक बुलाई गई है.
कर्नाटक विधानसभा स्पीकर ने कहा है कि वर्तमान राजनीतिक घटनाक्रम से मेरा कोई भी लेना-देना नहीं है. मैं संविधान के मुताबिक काम करूंगा. अभी तक किसी भी विधायक ने मुझसे मिलने के लिए नहीं कहा है. अगर कोई मुझसे मुलाकात करना चाहे तो मैं अपने ऑफिस में हूं.
कर्नाटक कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने राजनाथ सिंह के लोकसभा में दिए गए बयान को लेकर कहा, राजनाथ सिंह जी ने लोकसभा में कहा कि हमने कुछ नहीं किया. हम इस बारे में कुछ नहीं जानते हैं. ठीक ऐसा ही बीएस येदियुरप्पा ने भी कहा. लेकिन इसके बावजूद उन्होंने हमारे विधायकों को रिसीव करने के लिए अपने पीए को भेजा.
कर्नाटक विधानसभा अध्यक्ष केआर रमेश कुमार ने विधायकों का इस्तीफा स्वीकार करने पर कहा, मेरे पास कुछ नियम हैं, उन्हीं के हिसाब से चलूंगा. इसके बाद ही फैसला लिया जाएगा. कुछ चीजें ऐसी हैं जहां नियम लागू होंगे. उन्होंने कहा, नियम कहते हैं कि अगर इस्तीफा सही है तो उसे स्वीकार किया जा सकता है. बाकी मुझे नहीं पता मैं ज्यादा पढ़ा व्यक्ति नहीं हूं. मुझे देखना होगा.
कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने विधायक दल की बैठक के बाद कहा कि बीजेपी के साथ मिलीभगत करने वाले विधायकों के खिलाफ याचिका दायर की जाएगी और स्पीकर से उन्हें अयोग्य (विधानसभा की सदस्यता से) घोषित करने की मांग करेंगे.
कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि इस वक्त कर्नाटक में जो रहा है उसमें सिर्फ स्टेट बीजेपी विंग ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्तर के नेता भी शामिल हैं. उन्होंने कहा, अमित शाह और पीएम मोदी जैसे नेता भी इसमें शामिल हैं. उन्हीं के निर्देश से सरकार गिराने की कोशिश हो रही है. यह लोकतंत्र के खिलाफ है. ये लोग पैसे और मंत्रीपद का लालच दे रहे हैं.
कांग्रेस नेता रोशन बेग ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है. इससे पहले उन्होंने कहा था कि वो पार्टी के व्यवहार से आहत हैं. बेग ने कहा था, "मैं विधायक पद से इस्तीफा दे दूंगा और बीजेपी ज्वाइन कर लूंगा." रोशन बेग 7 बार विधायक रह चुके हैं.
कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले 10 विधायकों में से एक एसटी सोमशेखर ने कहा कि कुल 10 विधायकों ने स्पीकर और गवर्नर को अपना इस्तीफा दिया है. हम अभी तक कांग्रेस पार्टी में हैं. लेकिन विधायक पद से इस्तीफा दे चुके हैं. हमें कोई मंत्रीपद नहीं चाहिए. कर्नाटक के लोग किसी मंत्री सरकार को नहीं चाहती है.
कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस सरकार मुसीबत में है. कई बैठकों के बाद अब कांग्रेस के सीनियर नेता भी बेंगलुरु पहुंच रहे हैं. कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद और बीके हरिप्रसाद आज बेंगलुरु पहुंचेंगे.
कर्नाटक के सीएम एचडी कुमारस्वामी देवनहल्ली स्थित गोल्फशायर क्लब पहुंच चुके हैं. जहां जेडीएस के विधायक मौजूद हैं. कुमारस्वामी एक बार फिर अपने विधायकों के साथ बाचतीत करेंगे.
कर्नाटक के विधानसभा स्पीकर केआर रमेश कुमार ने कहा कि मैंने राज्यपाल को बताया है कि किसी भी बागी विधायक ने मुझसे मुलाकात नहीं की. उन्होंने विश्वास जताते हुए कहा कि मैं संवैधानिक तरीके ही अपनाऊंगा. कुल 13 इस्तीफों में से 8 नियमों के मुताबिक नहीं हुए. मैंने उन्हें पेश होने का वक्त दिया है.
कर्नाटक में कांग्रेस और जेडी(एस) के विधायकों के इस्तीफा देने से 'गठबंधन सरकार के बहुमत खोने के बाद' विपक्ष बीजेपी प्रदेश व्यापी प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के इस्तीफे की मांग कर रही है.
कर्नाटक विधानसभा अध्यक्ष केआर रमेश कुमार ने कांग्रेस और जेडी(एस) के सभी 13 बागी विधायकों के इस्तीफे को स्वीकार करने से इनकार कर दिया. क्योंकि आठ इस्तीफे निर्धारित फॉर्मेट में नहीं थे और पांच पर सफाई की जरूरत थी, ताकि ये सुनिश्चित हो सके कि क्या वो दलबदल विरोधी कानून के अनुसार हैं भी या नहीं.
कुमार ने कहा, "मैंने 12, 15 और 21 जुलाई को दोनों दलों के सभी विधायकों को मुझसे मिलने के लिए बुलाया है, क्योंकि उनके इस्तीफे दोषपूर्ण हैं और स्पष्टीकरण कानून विरोधी धारा 202 के तहत कानून के अनुसार नहीं हैं."
इस्तीफा देने वाले 13 विधायकों में से 10 कांग्रेस और तीन जेडीएस के हैं. जांच करने पर केवल पांच इस्तीफे उचित फॉर्मेट में पाए गए.
बेंगलुरु में कांग्रेस नेताओं की मीटिंग चल रही है. के सी वेणुगोपाल, गुलाम नबी आजाद, सिद्धारमैया, दिनेश गुंडू राव, मल्लिकार्जुन खड़गे, ईश्वर खंद्रे और जमीर अहमद समेत कई कांग्रेसी नेता मीटिंग में शामिल हैं.
कर्नाटक कांग्रेस के नेता जमीर अहमद ने कहा, बीजेपी ने हमारे विधायकों को किडनेप कर लिया है और उन्हें बंदूक की नोक पर रख रखा है. उनके मोबाइल फोन जब्त कर लिए गए हैं. उन्हें अपने परिवार के सदस्यों से बात करने की भी अनुमति नहीं है. अगर उन्हें छोड़ा जाए, तो विधायक हमारे पास लौट आएंगे. हर विधायक पर 4-5 लोग नजर रखे हुए हैं.
बेंगलुरु में कांग्रेस नेताओं की बैठक के बाद गुलाम नबी आजाद ने कहा, “भारत सरकार एक के बाद एक राज्यों में राज्यपालों के जरिए विपक्ष की सरकारों को गिरा रही है. अरुणाचल प्रदेश से लेकर कर्नाटक तक, राज्यपाल दलबदलुओं के साथ हैं और कांग्रेस छोड़ने में उनकी मदद करते हैं. हम देश से इस लोकतंत्र को बचाने की अपील करते हैं.”
उन्होंने ये भी कहा, जिस तरह से राष्ट्रपति शासन और राज्यपाल शासन लगाया जा रहा है, उससे पूरा देश नाराज है. इस तरह से देश में लोकतंत्र खत्म हो रहा है.
कर्नाटक कांग्रेस-जेडीएस के 10 बागी विधायकों ने मुंबई के पुलिस कमिश्नर को एक खत लिखा है, जिसमें कहा गया है, "हम मुंबई में होटल रेनेसां, पवई में रह रहे हैं. हमने सुना है कि एचडी कुमारस्वामी और डीके शिवकुमार होटल में आने वाले हैं. हमें खतरा महसूस हो रहा है. हम उनसे मिलना नहीं चाहते. उन्हें होटल परिसर में आने की इजाजत मत दीजिये."
मुंबई में पवई के होटल रेनेसां के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है, जहां कर्नाटक कांग्रेस और जेडीएस के 10 बागी विधायक रह रहे हैं. होटल के बाहर महाराष्ट्र स्टेट रिजर्व पुलिस फोर्स और दंगा नियंत्रण पुलिस तैनात हैं. विधायकों ने मुंबई के पुलिस कमिश्नर को एक खत लिखा है, जिसमें कहा गया है, "हमने सुना है कि सीएम और डीके शिवकुमार होटल में आएंगे, हमें खतरा महसूस हो रहा है. उन्हें यहां मत आने दीजिए."
जेडीएस के बागी विधायक नारायण गौड़ा ने कहा, “हॉर्स ट्रेडिंग के आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है. हम यहां पैसों के लिए नहीं आए हैं और कोई भी हमें पैसे नहीं दे रहा है. हमने उन्हें अपनी समस्याएं सौ बार बताईं, लेकिन उन्होंने नहीं सुनी, कुछ मंत्री सिर्फ मजे ले रहे थे.”
कर्नाटक के मंत्री डीके शिवकुमार मुंबई पहुंच चुके हैं. शिवकुमार यहां विधायकों से मिलने पहुंचे हैं. लेकिन विधायकों ने सुरक्षा की मांग करते हुए मुलाकात से इनकार कर दिया है. इस पर डीके शिवकुमार ने कहा, मुंबई पुलिस को अपनी ड्यूटी करने दीजिए. हम अपने दोस्तों से मिलने आए हैं. हम राजनीति में साथ पैदा हुए, हम राजनीति में साथ ही मरेंगे. वो हमारी पार्टी के आदमी हैं. इसीलिए हम उनसे मिलने आए हैं.
कर्नाटक के मंत्री डीके शिवकुमार मुंबई के रेनेसां होटल पहुंच चुके हैं. उन्होंने कहा, मैंने इस होटल में एक कमरा बुक किया है. मेरे दोस्त भी यहां हैं. अभी कुछ छोटी-मोटी दिक्कतें हैं, जिन्हें सुलझा लिया जाएगा. हम तुरंत अलग नहीं होने वाले हैं. शिवकुमार ने कहा, खतरे की कोई भी बात नहीं है, हम एक दूसरे की इज्जत और प्यार करते हैं.
कर्नाटक के मंत्री डीके शिवकुमार के मुंबई होटल पहुंचते ही उन्हें पुलिस ने रोक लिया. मुंबई पुलिस ने उन्हें होटल के गेट से दूर कर दिया. बता दें कि इस होटल में कांग्रेस-जेडीएस के 10 बागी विधायक ठहरे हैं, जिनसे मुलाकात करने डीके शिवकुमार यहां पहुंचे हैं.
कर्नाटक बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा ने कहा है कि उन्होंने अब विधानसभा के बाहर धरने पर बैठने का फैसला लिया है. उन्होंने कहा कि वो इसके बाद विधानसभा स्पीकर और राज्यपाल से भी मुलाकात करेंगे.
कांग्रेस-जेडीएस के बागी विधायक अब विधानसभा स्पीकर के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकते हैं. विधायकों का आरोप है कि अध्यक्ष जानबूझकर हमारा इस्तीफा स्वीकार नहीं कर रहे हैं और मामले को टाल रहे हैं. विधायकों के कहा कि विधानसभा अध्यक्ष अपने संवैधानिक कर्तव्य से भाग रहे हैं.
कर्नाटक के मंत्री डीके शिवकुमार की मुंबई के होटल में की गई बुकिंग रद्द कर दी गई है. शिवकुमार ने मुंबई के उस होटल में कमरा बुक करवाया था, जिसमें उनकी सरकार के 10 बागी विधायक ठहरे हैं. होटल ने यह कहते हुए बुकिंग रद्द की है कि होटल में कुछ इमरजेंसी आ गई है.
कर्नाटक मामले को लेकर अब बागी विधायक सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुके हैं. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी देते हुए कहा है कि विधानसभा अध्यक्ष जानबूझकर उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं कर रहे हैं. इस मामले पर अब गुरुवार को सुनवाई हो सकती है.
कर्नाटक के मंत्री डीके शिवकुमार ने कहा है कि वो बिना विधायकों से मिले वापस नहीं जाने वाले हैं. उन्होंने कहा, मुझे पता है कि वो मुझे कॉल करेंगे. उनका दिल टूटा है. मैं लगातार उनसे संपर्क में हूं. दोनों तरफ से दिल धड़क रहे हैं.
कर्नाटक के बागी विधायक बी बसवाराज ने कहा कि हम डीके शिवकुमार का अपमान नहीं करना चाहते हैं. हम उन पर विश्वास करते हैं, लेकिन कुछ कारण हैं जिसके चलते हमने ये फैसला लिया. दोस्ती, प्यार और लगाव एक तरफ है, लेकिन हम उन्हें सम्मान के साथ कहते हैं कि उनसे मुलाकात नहीं कर सकते हैं.
कर्नाटक में जारी सियासी बवाल के बीच अब बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा धरने पर बैठ चुके हैं. येदियुरप्पा बीजेपी नेताओं के साथ बेंगलुरु में विधानसभा भवन के बाहर धरने पर बैठे हैं. उनका आरोप है कि विधानसभा अध्यक्ष जानबूझकर मामले को टाल रहे हैं.
मुंबई के पवई पुलिस स्टेशन के आस-पास अब धारा 144 लागू कर दी गई है. यह 9 जुलाई से लेकर 12 जुलाई तक लागू रहेगी. जिस होटल में कर्नाटक के बागी विधायक ठहरे हैं वो इसी थाना क्षेत्र में आता है. इसलिए कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए धारा 144 लागू की गई है. आस-पास की सभी दुकानों पर इसकी जानकारी के पर्चे चिपका दिए गए हैं.
मुंबई के होटल रेनेसां के बाहर जमा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हटा दिया है. कर्नाटक के मंत्री डीके शिवकुमार के पहुंचने के बाद से ही होटल के गेट पर कार्यकर्ता जमा हुए थे. जिसके बाद मुंबई पुलिस ने उन्हें वहां से हटा दिया है.
बीएस येदियुरप्पा ने राज्यपाल से मुलाकात के बाद कहा, हमने उन्हें कहा है कि स्पीकर को जल्द से जल्द जरूरी एक्शन लेने को कहा जाए. अब कुमारस्वामी के पास मुख्यमंत्री बने रहने का कोई अधिकार नहीं है. उनके पास जरूरी संख्या नहीं है.
मुंबई के रेनसां होटल के बाहर से कर्नाटक के मंत्री डीके शिवकुमार और कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा को हिरासत में लिया गया है. कांग्रेस नेता होटल के बाहर डेरा जमाए हुए थे, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया है. बता दें कि होटल के आस-पास धारा-144 लगा दी गई है.
कर्नाटक विधानसभा अध्यक्ष केआर रमेश कुमार ने कहा, "मैंने कोई इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है. मैं इसे रातों रात स्वीकार नहीं कर सकता. मैंने उन्हें 17 जुलाई तक समय दिया है. मैं सिस्टम के तहत फैसला लूंगा."
कर्नाटक जेडीएस-कांग्रेस सरकार के लिए मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही. 10 जुलाई को कांग्रेस के दो और विधायकों ने इस्तीफा दे दिया. कुल मिलाकर अब तक कर्नाटक गठबंधन सरकार से 15 विधायक इस्तीफा दे चुके हैं. जिनमें कांग्रेस के 12 और जेडीएस के 3 विधायक शामिल है.
कर्नाटक विधानसभा अध्यक्ष केआर रमेश कुमार ने बताया है कि आज दो और विधायकों ने उन्हें अपना इस्तीफा सौंपा है. इनका नाम है- डॉ के सुधाकर और श्री एमटीबी नागराज. इनमें एमटीबी नागराज कर्नाटक सरकार में आवास मंत्री हैं.
कांग्रेस विधायक डॉ के सुधाकर और मंत्री एमटीबी नागराज इस्तीफा देने के बाद बेंगलुरु स्थित राज भवन पहुंच चुके हैं.
कर्नाटक विधानसभा में उस समय हंगामा हो गया, जब कांग्रेस के नेता इस्तीफा दे चुके विधायक के सुधाकर को मंत्री केजे जॉर्ज के रूम में ले गए. वीडियो में विधायकों के बीच धक्का-मुक्की होती देखी जा सकती है.
लोकसभा में कांग्रेस, डीएसके और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) जैसे प्रमुख विपक्षी दलों ने 10 जुलाई को एक बार फिर कर्नाटक में राजनीतिक संकट की स्थिति पर हंगामा किया और सदन से वॉकआउट किया. सदन में शून्य काल के दौरान कांग्रेस ने इस मुद्दे को उठाने का आग्रह किया जिसे लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने अस्वीकार कर दिया. इसके बाद सदन में हंगामा हो गया. कांग्रेस सांसद 'हमें न्याय चाहिए', 'तानाशाही बंद करो' के नारे लगाने लगे.
कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने विधायक के सुधाकर से मुलाकात की, जिन्होंने आज इस्तीफा दे दिया. उनकी मुलकात विधानसभा में मंत्री केजी जॉर्ज के ऑफिस में हुई.
मिलिंद देवड़ा और दूसरे कांग्रेस नेताओं को मुंबई पुलिस ने रिहा कर दिया है. पुलिस कर्नाटक मंत्री शिवकुमार को एयरपोर्ट ले जा रही है. उन्हें जबरन वापस बेंगलुरु भेजा जा रहा है. इस बात का दावा मिलिंद देवड़ा की टीम कर रही है.
कर्नाटक में 2 और विधायक (के सुधाकर और एमटीबी नागराज) के इस्तीफे के बाद कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, केसी वेणुगोपाल, मल्लिकार्जुन खड़गे, जी परमेश्वरा, सिद्धारमैया, दिनेश गुंडू राव, ईश्वर खांडरे और दूसरे नेताओं की मीटिंग चल रही है.
बेंगलुरु में कांग्रेस नेताओें की मीटिंग खत्म हो गई है. सभी नेता मीटिंग से उठकर जा चुके हैं. दिनेश गुंडू राव ने मीडिया से कहा, "जल्द कार्रवाई होगी... ये बैठकें जारी रहने वाली हैं."
बेंगलुरु पुलिस ने 11 से 14 जुलाई तक विधानसभा के आसपास 2 किलोमीटर तक धारा 144 लागू कर दी है.
कांग्रेस नेता सिद्धारमैया के साथ मीटिंग के बाद के सुधाकर ने कहा, "मैं सिद्धारमैया के करीब हूं, वह मेरे करीब हैं, हमने कई मुद्दों पर चर्चा की और उन्होंने मुझे समझाने की कोशिश की. मैंने उन्हें अपने कारण बताए. मैंने अपने निजी कारणों से इस्तीफे दिया है."
मुंबई में ठहरे विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है. जिस पर आज सुनवाई होगी. कांग्रेस-जेडीएस के बागी विधायकों ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी देकर कहा था कि विधानसभा अध्यक्ष जानबूझकर उनके इस्तीफे स्वीकार नहीं कर रहे हैं. विधायकों के कहा कि विधानसभा अध्यक्ष अपने संवैधानिक कर्तव्य से भाग रहे हैं.
कर्नाटक सरकार में मची हलचल को लेकर संसद के बाहर प्रदर्शन शुरू हो चुका है. टीएमसी, समाजवादी पार्टी, एनसीपी, आरजेडी, सीपीआई(एम) जैसे विपक्षी दलों ने संसद के बाहर बीजेपी के खिलाफ प्रदर्शन किया. सभी हाथों में पोस्टर थामे दिखे, जिन पर लिखा है - सरकार गिराना बंद करो.
कर्नाटक के मंत्री और कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने मुंबई से बेंगलुरु पहुंचने के बाद कहा, मुंबई में जिस होटल में मैंने कमरा बुक करवाया था उन्होंने मुझे घंटों तक इंतजार करवाकर बुकिंग कैंसिल कर दी थी. अब मैंने अपने लीगल एडवाइजर से इस मामले में कार्रवाई की बात कही है. मुझे अपने अधिकारों के लिए कोई लीगल एक्शन लेना ही होगा.
कर्नाटक और गोवा में विधायकों के दल-बदल पर बीएसपी चीफ मायावती ने बीजेपी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'बीजेपी एक बार फिर कर्नाटक व गोवा आदि में जिस प्रकार से अपने धनबल व सत्ता का घोर दुरुपयोग करके विधायकों को तोड़ने आदि का काम कर रही है वह देश के लोकतंत्र को कलंकित करने वाला है. वैसे अब समय आ गया है जब दलबदल करने वालों की सदस्यता समाप्त हो जाने वाला सख्त कानून देश में बने'
सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस-जेडीएस के 10 बागी विधायकों की अर्जी पर सुनवाई करते हुए आदेश जारी किया है कि बागी विधायक शाम 6 बजे स्पीकर से मिल सकते हैं और अपना इस्तीफा सौंप सकते हैं. इसके बाद विधानसभा स्पीकर शुक्रवार तक सुप्रीम कोर्ट को अपने फैसले के बारे में बताए. सुप्रीम कोर्ट ने बागी विधायकों की सुरक्षा को लेकर भी आदेश जारी किया है.
कर्नाटक के मंत्री और कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार को अभी भी विधायकों के वापस आने की उम्मीद है. उन्होंने कहा, हमें विश्वास है कि विधायक हमारे साथ हैं. मैं उम्मीद करता हूं कि वो लौटेंगे और अपना इस्तीफा वापस लेंगे.
कर्नाटक में इस्तीफा देने के बाद मुंबई के होटल में ठहरे कांग्रेस-जेडीएस के विधायक बेंगलुरु निकलने से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने आज शाम तक विधायकों को विधानसभा स्पीकर से मिलकर इस्तीफा सौंपने को कहा है. बागी विधायक करीब 2:30 बजे बेंगलुरु रवाना होंगे.
कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष केआर रमेश कुमार ने सुप्रीम कोर्ट से विधायकों के इस्तीफों पर फैसले के लिए और समय की मांग की थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उनकी इस अर्जी पर तुरंत सुनवाई से इनकार कर दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने विधायकों को शाम 6 बजे स्पीकर के सामने पेश होने को कहा है, साथ ही आज ही इस्तीफों पर फैसला लेने का भी आदेश दिया है.
कर्नाटक के बागी विधायक अब मुंबई से बेंगलुरु के लिए रवाना हो चुके हैं. इन सभी बागी विधायकों को मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज एयरपोर्ट पर देखा गया. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने विधायकों को शाम 6 बजे स्पीकर के सामने पेश होने को कहा है, साथ ही आज ही इस्तीफों पर फैसला लेने का भी आदेश दिया है.
कर्नाटक के सीएम एचडी कुमारस्वामी, कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार और दूसरे नेताओं ने बेंगलुरु में विधानसभा में सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण किया. बागी विधायकों को सुप्रीम कोर्ट ने आज शाम 6 बजे कर्नाटक विधानसभा स्पीकर से मिलने और उनको फिर इस्तीफा देने का निर्देश दिया है
कांग्रेस के असंतुष्ट विधायकों ने 11 जुलाई को कहा कि वो सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार विधानसभा अध्यक्ष को नए सिरे से अपना इस्तीफा सौंपेंगे. विधायकों ने इस बात पर जोर दिया कि वो अब भी कांग्रेस में हैं और सिर्फ विधानसभा की सदस्यता से उन्होंने इस्तीफा दिया है. विधायकों ने पूरे प्रकरण में बीजेपी की भूमिका से इंकार किया.
विधायकों ने कहा, ‘‘सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के अनुसार हम बेंगलुरु पहुंचेंगे और माननीय विधानसभा अध्यक्ष से मिलेंगे.’’
अगर 10 विधायकों के इस्तीफे स्वीकार कर लिए जाते हैं तो सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों की संख्या विधानसभा अध्यक्ष को छोड़कर 106 हो जाएगी. फिलहाल बीजेपी को 107 विधायकों का समर्थन हासिल है.
बेंगलुरु विधानसभा में बीजेपी के कुछ सदस्य स्पीकर से मिलने पहुंचे. लेकिन पुलिस ने उन्हें मिलने से रोक दिया. पुलिस ने कहा कि सिर्फ 10 विधायक ही विधानसभा स्पीकर से मिल सकते हैं.
JDS प्रवक्ता रमेश बाबू ने कहा, "मैंने 3 जेडीएस विधायकों के खिलाफ याचिका दायर की है. उनके खिलाफ एंटी डिटेक्शन लॉ के तहत कार्रवाई की मांग की है. आज स्पीकर ऑफिस में दस्तावेज जमा कर दिए हैं."
बता दें, 6 जुलाई को जेडीएस के तीन विधायकों ने विधानसभा कार्यालय को इस्तीफा सौंप दिया था. रमेश बाबू ने इन्हीं तीन विधायकों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कर रहे हैं.
सुप्रीम कोर्ट ने विधायकों को स्पीकर से शाम छह बजे तक मिलने का निर्देश दिया था. लेकिन विधायक स्पीकर के पास पहुंचने में 10 मिनट लेट हो गए, तो विधायक को स्पीकर के चैंबर की ओर भागते हुए देखा गया.
बागी विधायकों से मिलने के बाद कर्नाटक विधानसभा स्पीकर रमेश कुमार ने कहा, “मुझे दुख हुआ जब मैंने कुछ समाचार देखा कि मैं इस प्रक्रिया में देरी कर रहा हूं. राज्यपाल ने मुझे 6 जुलाई को जानकारी दी. मैं तब तक ऑफिस में था और इसके बाद अपने पर्सनल वर्क से चला गया. इससे पहले किसी भी विधायक ने ये जानकारी नहीं दी कि वो मुझसे मिलने आ रहे हैं.”
स्पीकर ने कहा, “8 विधायकों के इस्तीफे निर्धारित फॉर्मेट में नहीं थे. मैं ये देख रहा हूं कि क्या ये इस्तीफे अपनी इच्छा से दिए गए हैं. हम यहां इस्तीफों की स्वैच्छिक और वास्तविकता के बारे में बात नहीं करेंगे.”
कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर रमेश कुमार ने विधायकों के इस्तीफें पर फैसला लेने के लिए समय मांगा है. उन्होंने कहा, "मुझे इन विधायकों के इस्तीफों की वास्तविकता की जांच के लिए रातभर तक का वक्त चाहिए. उसके बाद ही फैसला लिया जा सकेगा. सुप्रीम कोर्ट ने मुझे फैसला लेने के लिए कहा है. मैं वीडियोग्राफी के जरिए सुप्रीम कोर्ट को अपना फैसला भेजूंगा.”
सत्तारूढ़ कांग्रेस और जेडीएस के विधायकों के इस्तीफे की सुगबुगाहट कर्नाटक विधानसभा में गूंजने लगी है. विपक्षी दल बीजेपी ने बहुमत साबित करने की मांग के बीच 10 दिन के सत्र के लिए 12 जुलाई को बैठक बुलाई है.
अब अगर विधानसभा अध्यक्ष सभी इस्तीफों को स्वीकार कर लेंगे तो विधानसभा की प्रभावी ताकत 225 से घटकर 209 हो जाएगी और सत्तारूढ़ गठबंधन 100 पर सिमट जाएगा. इस स्थिति में सत्ता में बने रहने के लिए 105 के जादुई आंकड़े की जरूरत होगी.
कर्नाटक के विधानसभा स्पीकर केआर रमेश ने उन तीन विधायकों को मिलने का समय दिया है, जिनके इस्तीफे सही हैं. कुल पांच विधायकों के इस्तीफों को निर्धारित प्रारूप के अनुसार सही माना गया है. इनमें से ही तीन विधायकों को शाम 4 बजे मुलाकात के लिए बुलाया गया है.
पिछले कुछ दिनों से चल रहे राजनीतिक भूचाल के बीच अब कर्नाटक विधानसभा सत्र आज से शुरू होने जा रहा है. इसके लिए सभी विधायकों को सदन में मौजूद रहने के लिए व्हिप जारी किया गया है. बागी विधायकों के घर के बाहर भी व्हिप चिपका दिया गया है.
कर्नाटक विधानसभा स्पीकर के लिए सीनियर वकील अभिषेक मनु सिंघवी और देवदत्त कामत फिलहाल दूसरी कोर्ट में बहस कर रहे हैं. कुछ ही देर में सुप्रीम कोर्ट इस मामले में सुनवाई करेगा.
सीनियर एडवोकेट मुकुल रोहतगी सुप्रीम कोर्ट में बागी विधायकों की तरफ से बहस कर रहे हैं. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में कहा, विधानसभा स्पीकर विरोधाभास वाले बयान दे रहे हैं और फैसले की बजाय प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं.
सरकार पर गहराए संकट के बीच शुरु हुए कर्नाटक विधानसभा सत्र में विधायक पहुंच रहे हैं. बीजेपी और कांग्रेस-जेडीएस ने अपने सभी विधायकों के लिए व्हिप जारी किया है.
विधायकों की पैरवी कर रहे वकील रोहतगी ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि इस्तीफे सिर्फ एक लाइन में लिखे गए हैं. इन्हें पढ़ने के लिए कितना वक्त चाहिए. उन्होंने कहा कि स्पीकर ने सुप्रीम कोर्ट के उस आदेश का पालन नहीं किया है, जिसमें उन्हें कल फैसला लेने को कहा गया था. ऐसा करके वो कोर्ट की अवमानना करेंगे.
स्पीकर की तरफ से अभिषेक मनु सिंघवी ने सुप्रीम कोर्ट में कहा, सभी 10 विधायकों के सामने एंटी डिफेक्शन लॉ के तहत अयोग्यता की तलवार लटक रही है. स्पीकर को इस्तीफों को लेकर फैसला लेना होगा.
सिंघवी ने कोर्ट को बताया कि स्पीकर ने कभी भी ऐसा नहीं कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन नहीं करेंगे. ये फैलाया जा रहा है कि स्पीकर ने कोर्ट के फैसले को मानने से इनकार कर दिया है.
सिंघवी ने कोर्ट को आर्टिकल 190(3)(b) का जिक्र करते हुए बताया कि स्पीकर को ये देखने का अधिकार है कि विधायकों ने सही तरीके से इस्तीफा दिया है या नहीं. अगर उन्हें लगता है कि ऐसा नहीं हुआ, तो वो उनका इस्तीफा नामंजूर कर सकते हैं.
सीनियर एडवोकेट राजीव धवन ने कर्नाटक के सीएम कुमारस्वामी की तरफ से कोर्ट में कहा, बागी विधायक ये साबित करने में नाकाम रहे हैं कि उन्होंने किस आधार पर ये याचिका दायर की है. मौलिक अधिकारों का उल्लंघन नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि विधायकों का दावा है कि उन्होंने कुशासन, घोटाले और गतिरोध के चलते अपना इस्तीफा दिया है. लेकिन इनमें से ही कुछ विधायकों के नाम इन घोटालों में शामिल हैं.
एडवोकेट धवन ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के किहोतो होलोहन मामले के मुताबिक, कोर्ट सिर्फ स्पीकर के फैसले के बाद इसका रिव्यू कर सकता है. लेकिन कोर्ट स्पीकर को फैसला लेने का समय और कैसे काम करना है ये नहीं बता सकता है.
सुप्रीम कोर्ट ने कर्नाटक के मुद्दे पर 16 जुलाई तक सुनवाई टाल दी है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा, तथ्यों के अभाव के चलते इस मामले पर विचार के लिए कोर्ट को और समय चाहिए. अब इस मामले को लेकर 16 जुलाई को फिर सुनवाई होगी. तब तक यथास्थिति बनी रहेगी.
कर्नाटक विधानसभा सत्र के पहले दिन सीएम एचडी कुमारस्वामी ने सदन में बहुमत साबित करने के लिए समय मांगा. उन्होंने स्पीकर से कहा कि इस सत्र में सभी घटनाक्रम के बीच मैं आपसे बहुमत साबित करने की इजाजत और समय मांगना चाहता हूं.
कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने शुक्रवार को कहा कि जनता दल (सेकुलर)-कांग्रेस की गठबंधन सरकार के पास विधानसभा में बहुमत है और वह विश्वास मत साबित करने के लिए पूरी तरह तैयार है.
विधानसभा के 10 दिवसीय मॉनसून सत्र के शुरू होने के साथ ही कुमारस्वामी ने राज्य विधानसभा के अध्यक्ष के.आर. रमेश कुमार से कहा, "मेरी सरकार के पास बहुमत है, मैं विश्वास मत साबित करने के लिए तैयार हूं. मेरा आप से निवेदन है कि इस बाबत एक तिथि और समय तय करें."
मुंबई के उपनगरीय इलाके पवई स्थित रेनेसॉ होटल में ठहरे JDS-कांग्रेस के बागी विधायक आज साईं बाबा के दर्शन करने शिरडी जा सकते हैं. बता दें कि 12 जुलाई को इन विधायकों में से 4-4 विधायकों के 2 ग्रुप ने मुंबई के प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर में जाकर भगवान गणेश की पूजा की थी.
बेंगलुरु: कर्नाटक सरकार में मंत्री और कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार आज सुबह कांग्रेस के बागी विधायक एमटीबी नागराज के घर पहुंचे. इस दौरान शिवकुमार ने नागराज से उनके विधायक पद से इस्तीफे पर फिर से विचार करने को कहा.
कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार के साथ मुलाकात के बाद पार्टी के बागी विधायक नागराज बोले, ''परिस्थिति ऐसी थी कि हमने इस्तीफा दे दिया था. मगर अब डीके शिवकुमार और दूसरे लोग यहां आए और उन्होंने हमसे इस्तीफा वापस लेने का अनुरोध किया. मैं के. सुधाकर राव से बात करूंगा और देखूंगा कि क्या किया जा सकता है. आखिरकार बात यह है कि मैंने कांग्रेस में दशकों बिताए हैं.''
कांग्रेस के बागी विधायक एमटीबी नागराज से मिलने के बाद बोले डी शिवकुमार, ''हमें साथ जीना चाहिए और साथ ही मरना चाहिए क्योंकि हमने पार्टी के लिए 40 साल काम किया है. हर परिवार में उतार-चढ़ाव आते हैं. हमें सबकुछ भूलकर आगे बढ़ना चाहिए. इस बात से खुश हूं कि एमटीबी नागराज ने हमें भरोसा दिलाया है कि वह हमारे साथ ही रहेंगे.''
आनंद सिंह और रोशन बेग सहित कांग्रेस-जेडीएस के 5 और बागी विधायक अपने इस्तीफे मंजूर ना होने पर विधानसभा स्पीकर के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंचे.
कर्नाटक बीजेपी अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा ने कहा, "हमें नो कॉन्फिडेंस मोशन से कोई आपत्ति नहीं है. हम सोमवार तक इंतजार करेंगे. सोमवार को, हम अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने के लिए तैयार हैं."
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ कर्नाटक में राजनीतिक संकट के बीच बेंगलुरु का दौरा करेंगे.
कर्नाटक डिप्टी सीएम जी परमेश्वर ने दावा किया है कि पार्टी के भीतर "मतभेद और असंतोष" है, वो पार्टी के भीतर ही सुलझ जाएगा. बता दें, जी परमेश्वर ने डीके शिवकुमार के साथ शनिवार को बागी विधायक एमटीबी नागराज से मिलने गए थे.
कर्नाटक BJP के अध्यक्ष बी एस येदियुरप्पा ने कहा कि उनकी पार्टी, मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी पर विधानसभा में सोमवार को विश्वास मत हासिल करने के लिए दबाव डालेगी.
कर्नाटक के मुख्यमंत्री रह चुके येदियुरप्पा ने जोर देकर कहा कि कांग्रेस-जनता दल (एस) गठबंधन सरकार बहुमत खो चुकी है और उसका पतन अवश्यसंभावी है.
कर्नाटक के सीएम एचडी कुमारस्वामी ने कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता सिद्धारमैया के बेंगलुरु स्थित आवास पर कांग्रेस के बागी विधायक एमटीबी नागराज से मुलाकात की. इस दौरान कांग्रेस नेता जमीर अहमद खान भी मौजूद रहे.
कर्नाटक कांग्रेस के बागी विधायक एमटीबी नागराज ने अब पार्टी में बने रहने का ही फैसला लिया है. उन्होंने कहा, "मैंने और सुधाकर ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था. सभी नेता मुझे सुबह से कांग्रेस में बने रहने के लिए कह रहे हैं. मैंने पार्टी में बने रहने का फैसला किया है." नागराज ने ये भी कहा कि वो सुधाकर को भी समझाने की कोशिश करेंगे और दोनों अपना इस्तीफा वापस लेंगे.
कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने उम्मीद जताई है कि विश्वास मत के दौरान बागी विधायक कांग्रेस के पक्ष में मतदान करेंगे. शिवकुमार ने कहा,
कर्नाटक बीजेपी अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा ने कहा है कि कुमारस्वामी सरकार के पास बहुमत नहीं है और उन्हें तुरंत इस्तीफा देना चाहिए और उन्हें शक्ति परीक्षण का सामना करना चाहिए.
कांग्रेस ने एक और बागी विधायक रामलिंगा रेड्डी को वापस पार्टी में लाने के लिए मनाने की कोशिश तेज कर दी है. रेड्डी के बारे में कहा जा रहा है कि उन्होंने चुप्पी साध रखी है.
कर्नाटक के बागी कांग्रेस विधायक एसटी सोमशेखर ने दावा किया है कि विधायक इस्तीफा नहीं वापस लेंगे. सोमशेखर ने कहा, "के सुधाकर दिल्ली में हैं और वो भी हमें सपोर्ट कर रहे हैं."
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Published: 06 Jul 2019,04:23 PM IST