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कर्नाटक में सियासी संकट जारी है. 19 जुलाई को कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर ने सत्र की कार्यवाही 22 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दी. अब फ्लोर टेस्ट पर वोटिंग सोमवार को ही संभव है.
कर्नाटक विधानसभा में कांग्रेस-जेडीएस सरकार के सामने बहुमत साबित करने की चुनौती है. फ्लोर टेस्ट में अगर कुमारस्वामी सरकार बहुमत साबित नहीं कर पाती है तो सरकार गिरना तय है. वहीं बीजेपी अपने सभी विधायकों के साथ विधानसभा में मौजूद है. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद यह तय हो चुका है कि बागी विधायक फ्लोर टेस्ट में हिस्सा लेने के लिए बाध्य नहीं हैं.
22 जुलाई को फ्लोर टेस्ट से पहले 21 जुलाई को सिद्धारमैया ने बेंगलुरु के ताज होटल में कांग्रेस विधायक दल (CLP) की बैठक बुलाई है. बता दें, एच डी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली कर्नाटक की गठबंधन सरकार को लेकर 22 जुलाई को फैसला होना है. इसी के तहत कांग्रेस और जेडीएस रणनीति बनाने में लगे हुए हैं.
वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला पर राज्य के वर्तमान राजनीतिक घटनाक्रमों में अपनी शक्तियों और अधिकारों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है. नारायणसामी ने कहा कि राज्यपाल बिना किसी औचित्य के कर्नाटक के मुख्यमंत्री के अधिकारों और शक्तियों में दखल दे रहे हैं. इसके अलावा नारायणसामी ने बीजेपी पर राज्य में कथित तौर पर अशांति फैलाने का आरोप लगाते हुए पार्टी की आलोचना की.
येदियुरप्पा बोले, ‘‘कुमारस्वामी सरकार के लिए सोमवार आखिरी दिन होगा, न तो उनके पास संख्या है और न ही वो दूसरों को सरकार बनाने दे रहे हैं. हमारे पास 106 विधायक हैं. सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा है कि जो विधायक मुंबई में हैं उनको विधानसभा सत्र में जाने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता.’’
कर्नाटक विधानसभा का सत्र 22 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दिया गया है. अब फ्लोर टेस्ट सोमवार 22 जुलाई को हो सकता है.
येदियुरप्पा ने विधानसभा में कहा, "हम आपका सम्मान करते हैं, सभापति महोदय. गवर्नर ने दूसरे लेटर में कहा गया था कि 19 जुलाई को वोटिंग खत्म हो जाना चाहिए. हमारे पक्ष के लोग देर रात तक शांति से बैठेंगे. जितना समय लग रहा है, लगने दो. इसका मतलब ये होगा कि हम गवर्नर के निर्देश का सम्मान करते हैं."
कर्नाटक के उप-मुख्यमंत्री जी परमेश्वर ने कहा, "हमने 2 प्रमुख मुद्दों पर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है. पार्टियों को व्हिप जारी करने का अधिकार है और कोर्ट हमें इस अधिकार से दूर नहीं कर सकता है.”
उन्होंने ये भी कहा कि जब सदन में कार्यवाही चल रही होती है, तो गवर्नर विश्वास मत के लिए दिशा-निर्देश या समय-सीमा जारी नहीं कर सकता है.
कर्नाटक विधानसभा स्पीकर रमेश कुमार ने कहा, "मैं सुप्रीम कोर्ट, लोगों और सदन को सूचित करना हूं. किसी भी विधायक ने मुझे सुरक्षा देने के लिए नहीं लिखा है और मुझे नहीं पता कि क्या उन्होंने सरकार को लिखा है. अगर उन्होंने किसी भी सदस्य को सूचित किया है कि वो सुरक्षा कारणों से सदन से दूर रहे हैं तो वो लोगों को भ्रमित कर रहे हैं."
बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि पार्टी आधी रात तक फ्लोर टेस्ट बहस के लिए बैठने को तैयार है ताकि कार्यवाही आज ही खत्म हो जाए. उन्होंने कहा, “हम आपका सम्मान करते हैं, स्पीकर महोदय. राज्यपाल के दूसरे लेटर में कहा गया है कि वोटिंग आज ही खत्म हो जानी चाहिए. मैं आपसे और हमारे लोगों से देर रात तक शांति से बैठने की अपील करता हूं."
विधानसभा स्पीकर के पूछने पर सीएम कुमारस्वामी ने कहा कि वो सोमवार 22 जुलाई तक फ्लोर टेस्ट कर सकते हैं. उन्होंने कहा, "क्योंकि विधायक किसी काम से बिजी हैं, इसलिए हम फ्लोर टेस्ट सोमवार तक कर सकते हैं." इस बीच, बीजेपी ने कहा कि अगर फिर से देरी हुई तो फ्लोर टेस्ट अपनी उपयोगिता खो देगा.
बीजेपी नेता सुरेश कुमार ने कहा, "विश्वास मत ने पवित्रता खो दी है. अगर कार्यवाही को और ज्यादा देर किया जाता है, तो ये योग्यता और पवित्रता खो देगा."
कर्नाटक विधानसभा स्पीकर रमेश कुमार ने गठबंधन सरकार से पूछा है कि उन्हें फ्लोर टेस्ट के लिए कितना समय चाहिए. उन्होंने कहा, "मैं मामले को लंबा खींचने का दोषी नहीं हो सकता. आप मुझे बताएं कि आपको और कितना समय चाहिए?"
कांग्रेस के बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने भी सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है. कुमारस्वामी ने राज्यपाल के उस लेटर को चुनौती दी है जिसमें उन्हें 19 जुलाई दोपहर 1.30 बजे तक फ्लोर टेस्ट करने के लिए कहा था.
राज्यपाल की ओर से जारी की गई दूसरी चिट्टी का जवाब देते हुए सीएम कुमारस्वामी ने विधानसभा में कहा, "राज्यपाल के प्रति मेरे मन में सम्मान है. लेकिन गवर्नर के दूसरे लव लेटर ने मुझे आहत किया है. उन्हें सिर्फ 10 दिन पहले ही विधायकों के खरीद फरोख्त के बारे में पता चला?"
कुमारस्वामी ने विधानसभा अध्यक्ष से कहा, "मैं आप पर (स्पीकर) फ्लोर टेस्ट पर फैसला छोड़ता हूं. ये दिल्ली से कंट्रोल नहीं होना चाहिए. मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि राज्यपाल की ओर से भेजे गए लेटर से मेरी रक्षा कीजिए."
कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला ने मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी को एक बार फिर लेटर लिखकर कहा है कि वो आज शाम 6 बजे से पहले बहुमत साबित करें. बता दें, इससे पहले 18 जुलाई को भी राज्यपाल ने कुमारस्वामी को लेटर लिखकर आज दोपहर 1:30 बजे तक बहुमत साबित करने के लिए कहा था. लेकिन विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा पूरी होने से पहले स्पीकर ने फ्लोर टेस्ट से इनकार कर दिया.
कर्नाटक कांग्रेस ने एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश गुंडू राव ने याचिका में दावा किया कि कोर्ट के पिछले आदेश से उनकी पार्टी के अधिकार का हनन हुआ है. उन्होंने कहा कि पार्टी को व्हिप जारी करने का अधिकार है, ऐसे में विधायकों को इसका पालन करना चाहिए. दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में बागी विधायकों को व्हिप से छूट दी थी.
कर्नाटक कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने विश्वास मत पर चर्चा के दौरान विधानसभा में कहा, अभी तक चर्चा खत्म नहीं हुई है. 20 सदस्यों ने चर्चा में हिस्सा नहीं लिया है. मुझे नहीं लगता है कि ये चर्चा आज खत्म हो पाएगी. यह सोमवार तक चलेगी.
कर्नाटक सीएम एचडी कुमारस्वामी ने विश्वास मत पर चर्चा के दौरान कहा, मैंने आपके सभी जिलों को फंड रिलीज किया. लेकिन आप लोग (बीजेपी) कहते हैं कि मैं सिर्फ दो-तीन जिलों का ही सीएम हूं. इसीलिए मैं कहता हूं कि कोई जल्दबाजी नहीं है. इस पर चर्चा करते हैं. आप लोग लोकतंत्र को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं.
कर्नाटक सीएम कुमारस्वामी ने कहा कि बीजेपी उनके भाई और मंत्री रेवन्ना पर काले जादू का आरोप लगा रही है. उन्होंने कहा, उन्होंने मेरे भाई पर नींबू लाने का आरोप लगाया. बीजेपी हिंदू धर्म में विश्वास करती है, फिर भी उन पर आरोप लगा रही है. वह अपने साथ नींबू लाए और मंदिर गए. लेकिन इन लोगों ने उन पर काला जादू करने का आरोप लगाया. क्या काले जादू से सरकार को बचाया जा सकता है?
कर्नाटक विधानसभा में राज्यपाल के आदेश के बाद भी फ्लोर टेस्ट नहीं हुआ. जिसके बाद अब विधानसभा को 3 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है. स्पीकर ने कहा कि बिना चर्चा के फ्लोर टेस्ट नहीं हो सकता है. उन्होंने कहा, राज्यपाल के आदेश पर सीएम को ही फैसला लेना है.
स्पीकर के आर रमेश ने राज्यपाल की डेडलाइन खत्म होने पर कहा है कि जब तक विश्वास मत पर चर्चा पूरी नहीं हो जाती है, तब तक कोई फ्लोर टेस्ट के लिए दबाव नहीं बना सकता है. चर्चा के बाद ही वोटिंग शुरू होगी. स्पीकर ने कहा कि राज्यपाल का आदेश माना जाए या नहीं ये सीएम कुमारस्वामी तय करेंगे. क्योंकि उन्हें ही राज्यपाल ने लेटर लिखा है. इसीलिए फैसला उन्हें लेना है.
कर्नाटक विधानसभा में फ्लोर टेस्ट को लेकर दी गई राज्यपाल की डेडलाइन अब खत्म हो चुकी है. राज्यपाल ने सीएम कुमारस्वामी और स्पीकर से दोपहर 1:30 बजे फ्लोर टेस्ट कराने की बात कही थी. लेकिन अभी तक विधानसभा में फ्लोर टेस्ट नहीं हुआ है.
कर्नाटक विधानसभा स्पीकर रमेश कुमार ने विधानसभा में जानकारी देते हुए कहा, कांग्रेस विधायक श्रीमंत पाटिल ने मुझे एक लेटर लिखा है. जिसमें उन्होंने बताया है कि किसी निजी काम से चेन्नई गए थे, जहां उनकी छाती में दर्द शुरू हुआ. जिसके बाद उन्हें डॉक्टरों ने मुंबई जाने की सलाह दी. इसीलिए वो सदन में हिस्सा नहीं ले सकते हैं. उन्हें बीजेपी ने किडनैप नहीं किया है.
कर्नाटक विधानसभा स्पीकर ने कहा कि जो लोग मुझ पर आरोप लगा रहे हैं उन्हें खुद का रिकॉर्ड देखना चाहिए. जो कोई भी मुझे जानता है उसे पता है कि मैंने दूसरों की तरह लाखों की संपत्ति नहीं दबा रखी है. मेरे पास बिना किसी पक्षपात के फैसला लेने की ताकत है.
कर्नाटक से बीजेपी सांसद शोभा करंदलजे चामुंडेश्वरी देवी मंदिर पहुंची हैं. शोभा बीएस येदियुरप्पा को सीएम बनाने की मन्नत मांगने यहां पहुंची हैं. इसके लिए उन्होंने मंदिर की 1001 सीढ़ियां चढीं.
कर्नाटक के कांग्रेस सांसद नासिर हुसैन ने मौजूदा स्थिति पर कहा, मुझे लगता है कि कांग्रेस को अब सुप्रीम कोर्ट जाना चाहिए. क्योंकि गवर्नर स्पीकर के कामकाज में हस्तक्षेप नहीं कर सकते हैं. उन्हें इसका कोई अधिकार नहीं है. गवर्नर लगातार हस्तक्षेप कर रहे हैं और किसी पार्टी के एजेंट की तरह काम कर रहे हैं.
कर्नाटक के डिप्टी सीएम जी परमेश्वर ने बीजेपी के उन विधायकों से मुलाकात की जिन्होंने पूरी रात विधानसभा में गुजारी. कांग्रेस-जेडीएस सरकार को आज सदन में बहुमत साबित करना है. जिसके लिए राज्यपाल ने 1:30 तक का वक्त दिया है.
पूरी रातभर विधासभा में रहने के बाद बीजेपी विधायक अब मॉर्निंग वॉक पर निकले हैं. बीजेपी विधायकों ने फ्लोर टेस्ट की मांग को लेकर विधानसभा में ही रातभर धरना दिया. कर्नाटक के राज्यपाल ने फ्लोर टेस्ट के लिए आज दोपहर 1:30 बजे तक का वक्त दिया है.
कर्नाटक बीजेपी अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा गुरुवार रात को अपने विधायकों के साथ विधानसभा में सोए. बीजेपी के विधायक रातभर के लिए अपनी फ्लोर टेस्ट के मांग को लेकर धरने पर है.
कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला ने विधानसभा अध्यक्ष रमेश कुमार और मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी को लेटर लिखकर कहा कि वो 19 जुलाई दोपहर 1:30 बजे सदन में बहुमत साबित करें.
बीजेपी प्रदेश प्रमुख बीएस येदियुरप्पा ने कहा, "हम विश्वास प्रस्ताव पर मतदान करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री इसे पेश नहीं कर रहे हैं. उन्होंने खुद इस बात की पुष्टि की है कि उन्होंने सदन और लोगों का विश्वास खो दिया है. आज सदन में कांग्रेस-जेडी(एस) के पास केवल 98 विधायक थे, जबकि हमारे पास 105 थे."
कांग्रेस विधायक श्रीमंत पाटिल ने कहा, "मैं चेन्नई किसी निजी काम की वजह से गया था. वहां मुझे सीने में दर्द हुआ. डॉक्टर की सलाह पर मुंबई आकर अस्पताल में भर्ती हुआ. जैसे ही मैं ठीक हो जाऊंगा, बेंगलुरु जाऊंगा."
कांग्रेस ने अपने विधायक श्रीमंत पाटिल के किडनेप होने की पुलिस से शिकायत की है. कांग्रेस ने शिकायत में लिखा, विश्वास मत से रोकने के लिए बीजेपी विधायक लक्ष्मण सावदी ने उनको किडनेप कर लिया है या गैर-कानूनी तरीके से किसी तरह का प्रतिबंध लगा दिया है.
कर्नाटक विधानसभा आज के लिए स्थगित कर दी गई है. अब 19 जुलाई सुबह 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होगी. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व सीएम येदियुरप्पा समेत पार्टी के सभी विधायक रातभर सदन में ही रहेंगे. उनका कहना है कि जब तक कुमारस्वामी विश्वास मत साबित नहीं करते, तब तक कोई विधायक सदन से बाहर नहीं जाएगा.
कांग्रेस और जेडी(एस) के विधायकों का कर्नाटक विधानसभा में भारी हंगामे के बाद, उपसभापति ने सदन को 10 मिनट के लिए स्थगित कर दिया.
विधानसभा में कर्नाटक कांग्रेस के विधायक एचके पाटिल ने कहा, "संविधान के अनुसार राज्यपाल सत्र की कार्यवाही में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए. मैं राज्यपाल से अनुरोध करता हूं कि वो सत्र की कार्यवाही में हस्तक्षेप न करें."
कर्नाटक बीजेपी चीफ येदियुरप्पा ने विधानसभा में कहा, "भले ही आज आधी रात हो जाए, लेकिन विश्वास मत आज ही होना चाहिए."
बीजेपी डेलिगेशन जगदीश शेट्टार, अरविंद लिंबावली, बसवराज बोम्मई, एसआर विश्वनाथ और एन रविकुमार ने राज्यपाल वजुभाई वाला से मुलाकात की और वोट ऑफ कॉन्फिडेंस को लेकर एक ज्ञापन सौंपा. राज्यपाल ने स्पीकर से दिन के अंत तक विश्वास मत पर विचार करने के लिए भी कहा है.
इसके बाद राज्यपाल वजूभाई वाला ने विधानसभा अध्यक्ष रमेश कुमार से मुख्यमंत्री कुमारस्वामी की ओर से विश्वास मत की प्रक्रिया पूरी करने को कहा.
कर्नाटक कांग्रेस के विधायक श्रीमंत पाटिल को आगे के इलाज के लिए बॉम्बे हॉस्पिटल मेडिकल रिसर्च सेंटर से मुंबई के सेंट जॉर्ज अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है.
कर्नाटक विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही 30 मिनट के लिए स्थगित कर दी है. अब 4.30 बजे के बाद कार्यवाही दोबारा शुरू होने की उम्मीद है.
कर्नाटक विधानसभा स्पीकर ने श्रीमंत पाटिल की ओर भेजी गई चिट्टी पर सवाल उठाके हुए कहा, उन्होंने जो चिट्टी भेजी है, उस पर न तारीख लिखी है, न ही कोई लेटरहेड है, ऐसे में उस कागज पर कैसे भरोसा किया जा सकता है.
अध्यक्ष ने राज्य के गृह मंत्री एमबी पाटिल से कहा कि वो अस्पताल में भर्ती विधायक के परिवार से तुरंत संपर्क करने के लिए कहा है. उन्होंने कहा, "कल तक मुझे विस्तृत रिपोर्ट दें. अगर गृह मंत्री सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर सकते, तो मैं डीजीपी से बात करूंगा."
विधानसभा की कार्यवाही एक बार फिर शुरू हो गई है. कांग्रेस विधायक दिनेश गुंडू राव ने कहा, जिस रिजॉर्ट में विधायक रुके हुए हैं, उसके बराबर में ही अस्पताल है. लेकिन श्रीमंत पाटिल मुंबई में जाकर भर्ती हुए. दिनेश गुंडू ने कहा कि श्रीमंत बिल्कुल ठीक है, इन सबके पीछे बीजेपी है.
कर्नाटक विधानसभा में कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने कहा, "8 विधायक थे, जिन्होंने एक साथ सफर किया था. उनमें से एक विधायक श्रीमंत पाटिल हॉस्पिटल में भर्ती हैं. आखिर ये लोग कहां हैं? मैं अध्यक्ष से अपने विधायकों की सुरक्षा की मांग करता हूं?"
कर्नाटक विधानसभा में आज फ्लोर टेस्ट को लेकर सीएम कुमारस्वामी ने विश्वास मत पेश किया. लेकिन सरकार बचाने का दावा कर रही कांग्रेस-जेडीएस सरकार ने फ्लोर टेस्ट के लिए और समय की मांग की है. जिसके बाद स्पीकर ने विधानसभा को 3 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया.
कर्नाटक विधानसभा में एक तरफ जहां कांग्रेस को बहुमत साबित करना है, वहीं इस बीच बीजेपी के कुछ विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने की खबरें भी सामने आईं. विधानसभा में बीजेपी विधायक बी सिरीरमुलु कांग्रेस नेता डी शिवकुमार के साथ नजर आए. जिसके बाद अटकलें तेज हो चुकी हैं.
कर्नाटक कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने विधानसभा में कहा, एक पूर्व मुख्यमंत्री होने और विपक्ष का नेता होने के बावजूद बीएस येदियुरप्पा देश और कोर्ट को गुमराह कर रहे हैं.
कर्नाटक विधानसभा स्पीकर ने फ्लोर टेस्ट के दौरान कहा कि सदन सुप्रीम कोर्ट के आदेश को सबसे अहम मानता है. मैं सभी कांग्रेस विधायकों से कहना चाहता हूं कि हमारी किसी भी प्रक्रिया में हिस्सा लेने के लिए आप बाध्य नहीं हैं. इसमें मेरी कोई भूमिका नहीं है. उन्होंने कहा, अगर किसी सदस्य से नहीं आने का फैसला लिया है तो हमारे अटेंडेंट उसे अटेंडेंस रजिस्टर में साइन नहीं करने देंगे.
कर्नाटक के सीएम कुमारस्वामी ने विधानसभा में विश्वास मत पेश करने के बाद कहा कि मेरा और मेरे मंत्रियों का आत्मसम्मान है. मुझे कुछ सफाई देनी है. इस सरकार को अस्थिर करने की कोशिश आखिर कौन कर रहा है?
कर्नाटक कांग्रेस के एक और विधायक मुंबई पहुंच चुके हैं. प्रकृति रिजॉर्ट से गायब हुए विधायक श्रीमंत पाटिल फिलहाल मुंबई के एक हॉस्पिटल में भर्ती हैं. उन्होंने बताया है कि उनकी छाती में दर्द था, जिसके चलते उन्हें एडमिट होना पड़ा.
कर्नाटक के सीएम एचडी कुमारस्वामी के विधानसभा में विश्वास मत पेश किए जाने के बाद बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि इसके लिए वोटिंग एक ही दिन में पूरी हो जानी चाहिए. इस पर कुमारस्वामी ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें इतनी जल्दी क्यों है?
कर्नाटक विधानसभा में फ्लोर टेस्ट के लिए बीएसपी विधायक एन महेश नहीं पहुंचे हैं. विधानसभा में विश्वास मत पेश हो चुका है. अब कुछ ही देर बाद वोटिंग होगी.
एचडी कुमारस्वामी ने विधानसभा में कहा कि मैं यहां इसलिए नहीं आया हूं कि मुझ पर सवाल उठ रहा है मैं गठबंधन की सरकार चला सकता हूं या नहीं. कुछ विधायकों ने स्पीकर की भूमिका को ही खतरे में डाल दिया है.
कर्नाटक विधानसभा में विश्वास मत पेश हो चुका है. जिसके बाद अब उस पर चर्चा होगी. सदन में चर्चा के बाद फ्लोर टेस्ट के लिए वोटिंग की जाएगी. जिसमें कांग्रेस-जेडीए सरकार को बहुमत साबित करना होगा.
कर्नाटक के सीएम एचडी कुमारस्वामी कर्नाटक विधानसभा पहुंच चुके हैं. उन्हें आज यहां बहुमत साबित करना है. लेकिन मौजूदा आंकड़ों के मुताबिक उनकी सरकार का बच पाना मुमकिन नहीं लग रहा है.
येदियुरप्पा ने फ्लोर टेस्ट से ठीक पहले कहा कि हमें 101 प्रतिशत भरोसा है. उनके पास 100 से भी कम विधायक हैं, हम कुल 105 हैं. इसमें कोई शक नहीं है कि वो बहुमत साबित करने में नाकामयाब होंगे.
कांग्रेस नेता सिद्धारमैया भी कर्नाटक विधानसभा पहुंच चुके हैं. उनके साथ कुछ विधायक भी मौजूद दिखे. आज कर्नाटक सरकार को सदन में बहुमत साबित करना है.
कर्नाटक विधानसभा में होने वाले फ्लोर टेस्ट के लिए बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा अपने विधायकों के साथ पहुंच चुके हैं. बीजेपी ने दावा किया है कि वो अपने सभी विधायकों के साथ फ्लोर टेस्ट में हिस्सा लेगी
कर्नाटक में संकट से घिरी गठबंधन सरकार को थोड़ी राहत देते हुए कांग्रेस विधायक रामालिंगा रेड्डी ने कहा कि उन्होंने विधानसभा से अपना इस्तीफा वापस लेने का फैसला किया है और वो विधानसभा में रखे जाने वाले विश्वास मत के समर्थन में मतदान करेंगे.
कर्नाटक विधानसभा में आज कुमारस्वामी सरकार की अग्निपरीक्षा है. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद 15 बागी विधायक पहले ही फ्लोर टेस्ट में जाने से इनकार कर चुके हैं. कर्नाटक विधानसभा में आज विश्वास प्रस्ताव रखा जाएगा, जिस पर चर्चा के बाद वोटिंग होगी.
मुंबई के एक होटल में एक न्यूज चैनल से बात करते हुए जेडीएस के बागी विधायक विश्वनाथ ने कहा, "हम 18 जुलाई को विधानसभा में भाग लेने के लिए बेंगलुरु नहीं जा रहे हैं. हमें सत्र से हटने की अनुमति देने के लिए सुप्रीम कोर्ट का धन्यवाद करते हैं. हम अध्यक्ष को इस्तीफा दे चुके हैं और इसके तुरंत स्वीकार होने की उम्मीद कर रहे हैं."
विश्वनाथ ने मौजूदा राजनीतिक संकट के लिए गठबंधन के नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि बागी विधायक तो महज खराब शासन और कुप्रबंधन के कारण राज्य में फैली अराजकता को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं.
कर्नाटक के बागी विधायकों ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है. विधायकों ने कहा कि हम सब एकजुट हैं. हम अपने फैसले पर टिके हैं. विधानसभा में जाने का कोई सवाल ही नहीं उठता है.
बीजेपी नेता जीवीएल नरसिम्हा राव ने कर्नाटक पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर कहा, सुप्रीम कोर्ट को अपने अंतिम फैसले में स्पीकर के लिए फैसला लेने के लिए एक समय अवधि तय करनी होगी. फिर चाहे वो विधानसभा हो या फिर लोकसभा. अगर जरूरत पड़ती है तो हम एक्ट में संशोधन करने को तैयार हैं, जिससे स्पीकर अपनी मनमानी न कर पाए.
कर्नाटक के विधानसभा स्पीकर केआर रमेश कुमार ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कहा कि मैं जो भी फैसला लूंगा वो संविधान, कोर्ट और लोकपाल के खिलाफ नहीं होगा.
कर्नाटक बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कहा, अब सरकार नहीं टिक पाएगी, क्योंकि उनके पास जरूरी नंबर नहीं हैं.
कर्नाटक के बागी विधायकों का पक्ष रख रहे वकील मुकुल रोहतगी ने फैसले के बाद कहा, कल होने वाले फ्लोर टेस्ट के लिए सुप्रीम कोर्ट ने कई अहम चीजें कही हैं. 15 विधायक व्हिप स्वीकार करने के लिए बाध्य नहीं हैं. सभी बागी विधायकों को इस बात की आजादी दी गई है कि वो कल विधासभा में अपनी मर्जी से शामिल हो सकते हैं.
सुप्रीम कोर्ट ने बागी विधायकों की अर्जी पर सुनवाई करते हुए कहा कि विधायकों को कर्नाटक विधानसभा में होने वाले फ्लोर टेस्ट में हिस्सा लेने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता है. कर्नाटक विधानसभा में कल फ्लोर टेस्ट होगा.
कर्नाटक के बागी विधायकों की अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुना दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि स्पीकर पर जल्द फैसला लेने के लिए दबाव नहीं बनाया जा सकता है. स्पीकर नियमों के मुताबिक फैसला ले सकते हैं.
कर्नाटक के बागी विधायकों की अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट बुधवार को सुबह साढ़े 10 बजे फैसला सुनाएगी.
कर्नाटक के बागी विधायकों की याचिका पर सुनवाई के दौरान सीएम कुमारस्वामी का पक्ष रख रहे सीनियर एडवोकेट राजीव धवन ने कहा, जो भी हो रहा है उसके पीछे का मकसद अहम है. 11 लोग एक साथ शिकार कर रहे हैं. जब उन्हें स्पीकर से मिलना चाहिए था, तब वो मुंबई के लिए उड़ गए.
कर्नाटक मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान स्पीकर की तरफ से कहा गया कि वो बुधवार तक विधायकों के इस्तीफे पर फैसला लेंगे. स्पीकर की तरफ से कहा गया कि वो अयोग्य और बाकी इस्तीफों पर अपना फैसला बताएंगे.
सुप्रीम कोर्ट में कर्नाटक मामले पर हो रही सुनवाई के दौरान सीनियर एडवोकेट अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि 11 जुलाई को ही स्पीकर को सभी इस्तीफे मिले. 4 विधायकों ने स्पीकर के सामने पेश हुए बिना ही अपने इस्तीफे सौंप दिए थे. इस पर सीजेआई गोगोई ने कहा कि अगर इस्तीफे के लेटर 6 जुलाई को दे दिए गए थे, तो स्पीकर ने क्या किया?
बागी विधायकों ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि दोपहर 2 बजे तक स्पीकर को इस्तीफों पर फैसला लेने के निर्देश दिए जाएं और अयोग्य इस्तीफों पर वो बाद में भी फैसला ले सकते हैं.
कर्नाटक के बागी विधायक रामलिंगा रेड्डी ने कहा कि मैं डॉक्टर के पास गया था, जिससे मुझे देर हो गई. स्पीकर ऑफिस मुझे कॉल करता है तो मैं आज या कल मिलने जा सकता हूं. इस्तीफे के पीछे अंदरूनी कारण हैं. मुझे फ्लोर टेस्ट के लिए जाना होगा, क्योंकि मेरा इस्तीफा मंजूर नहीं हुआ है.
कर्नाटक मामले पर सुनवाई के दौरान बागी विधायकों के वकील मुकुल रोहतगी ने कहा कि अगर विधायकों का इस्तीफा मंजूर नहीं किया जा सकता है, तो फ्लोर टेस्ट के दौरान उन्हें व्हिप जारी कर विधानसभा में समर्थन के लिए मजबूर किया जा सकता है. इसीलिए स्पीकर को इस्तीफा मंजूर करना ही होगा. इसका दूसरा कोई विकल्प नहीं है.
कर्नाटक के बागी विधायकों की याचिका पर सुनवाई के दौरान उनके वकील मुकुल रोहतगी ने कहा कि अगर कोई विधायक नहीं रहना चाहते हैं, तो कोई उस पर दबाव नहीं बना सकता है. उसका इस्तीफा स्वीकार होना ही चाहिए.
कर्नाटक मामले पर सुनवाई के दौरान बागी विधायकों के वकील रोहतगी ने कोर्ट को बताया कि विधायक उमेश जाधव ने भी इस्तीफा दिया था और स्पीकर ने उसे स्वीकार भी कर लिया था.
बागी विधायकों की तरफ से दलील रख रहे वकील मुकुल रोहतगी ने कोर्ट में कहा, सभी विधायकों ने 10 जुलाई को अपने इस्तीफे सौंप दिए थे. स्पीकर अगर चाहें तो फैसला ले सकते हैं. फिर चाहे वह इस्तीफों को स्वीकार करें या फिर अयोग्य घोषित कर दें.
सुप्रीम कोर्ट में बागी विधायकों की याचिका पर एक बार फिर सुनवाई शुरू हो चुकी है. सुप्रीम कोर्ट इससे पहले भी मामले पर सुनवाई कर चुका है. इस सुनवाई में विधानसभा स्पीकर विधायकों के इस्तीफों पर अपना पक्ष रखेंगे.
मुंबई के एक होटल में रुके हुए कर्नाटक के विधायक मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी की ओर से लाए गए विश्वासमत के प्रस्ताव पर 18 जुलाई होने वाली चर्चा के दौरान अनुपस्थित रह सकते हैं. न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सूत्र के हवाले से बताया कि मुंबई में डेरा डाले हुए कर्नाटक के बागी विधायकों का 18 जुलाई को बेंगलुरू रवाना होने की संभावना नहीं है. उसी दिन कांग्रेस-जेडी(एस) गठबंधन सरकार को विश्वास मत हासिल करना है.
सुप्रीम कोर्ट ने कर्नाटक के और पांच बागी विधायकों की याचिका पर सुनवाई को सहमत हो गया. बागी विधायकों ने यह याचिका विधानसभा अध्यक्ष के.आर.रमेश कुमार के इस्तीफों को स्वीकार नहीं करने फैसले के खिलाफ दी है. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी ने कहा कि वो चल रही सुनवाई में पक्षकार के रूप में शामिल होना चाहते हैं.
इसी तरह की एक याचिका 10 कांग्रेस विधायकों की ओर से पीठ के समक्ष सुनवाई के लिए 16 जुलाई का समय तय किया है.
मुंबई के एक शानदार होटल में ठहरे कर्नाटक के 14 बागी विधायकों ने सोमवार को कांग्रेस के टॉप नेताओं से 'धमकी' की दोबारा शिकायत की है. बीते पांच दिनों में उनकी ओर से ऐसी शिकायत दूसरी बार आई है. पवई पुलिस थाने के वरिष्ठ निरीक्षक को लिखे पत्र में 14 विधायकों ने यह भी कहा है कि उनका मल्लिकार्जुन खड़गे या गुलाम नबी आजाद या महाराष्ट्र और कर्नाटक कांग्रेस के किसी अन्य कांग्रेसी नेता से मिलने का कोई इरादा नहीं था.
उन्होंने पुलिस से गुजारिश की है कि वे कांग्रेस नेताओं को रेनेसां होटल में उन तक पहुंचने से रोकें, जहां वे ठहरे हुए हैं, क्योंकि कांग्रेस नेताओं से उन्हें खतरे की आशंका है.
कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष के.आर. रमेश कुमार ने कहा कि राज्य की जनता दल-(सेकुलर) और कांग्रेस पार्टी के गठबंधन की सरकार को 14 जुलाई को 11 बजे बहुमत साबित करना होगा. कुमार ने सदन की व्यापार सलाहकार बैठक के बाद कहा, "मैंने मुख्यमंत्री को निर्देश दिया है कि वह विधानसभा में गुरुवार (जुलाई 18) को बहुमत साबित करें."
विधानसभा अध्यक्ष के कक्ष में हुई बैठक में मुख्यमंत्री कुमारस्वामी, विधानसभा में कांग्रेस पार्टी के नेता सिद्धारमैया और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता बी.एस. यदियुरप्पा शामिल रहे.
कर्नाटक बीजेपी विधायक सुरेश कुमार ने कहा कि अब सीएम कुमारस्वामी के ऊपर है कि वो साबित करें और बताएं कि बहुमत एंजॉय कर रहे हैं. उन्हें सबसे पहले स्पीकर से बहुमत साबित करने के लिए वक्त मांगना चाहिए, उसके बाद ही कोई दूसरा काम करें. हमारे सभी 105 विधायक एक साथ हैं.
कर्नाटक कांग्रेस के विधायक भी विधानसभा पहुंच चुके हैं. इससे पहले बीजेपी के सभी विधायक यहां पहुंचे थे. अब से कुछ ही देर बाद कांग्रेस-जेडीएस सरकार को सदन में बहुमत साबित करना है.
विधानसभा में फ्लोर टेस्ट की मांग के बाद बीजेपी अपने सभी विधायकों के साथ बेंगलुरु विधानसभा परिसर पहुंच चुकी है. कांग्रेस-जेडीएस सरकार को आज अपना बहुमत साबित करना है.
अगर कर्नाटक विधानसभा में आज फ्लोर टेस्ट होता है तो सीएम एचडी कुमारस्वामी को किसी भी हालत में बहुमत साबित करना होगा. अगर उनकी सरकार से नाराज कुछ विधायक वापस लौटते हैं तो उनके लिए राहत की खबर होगी, लेकिन अगर ऐसा नहीं होता तो सरकार बहुमत साबित करने में कामयाब नहीं होगी. जिसका सीधा फायदा बीजेपी को होगा.
कर्नाटक बीजेपी अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा ने कहा था कि कुमारस्वामी सरकार के पास बहुमत नहीं है और उन्हें तुरंत इस्तीफा देना चाहिए और उन्हें शक्ति परीक्षण का सामना करना चाहिए.
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Published: 15 Jul 2019,11:26 AM IST