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कर्नाटक में आखिरकार बीजेपी ने राहत की सांस ली है. सरकार बनाने के बाद सीएम येदियुरप्पा ने फ्लोर टेस्ट भी पास कर लिया है. विपक्ष ने फ्लोर टेस्ट का विरोध किया, जिसके बाद येदियुरप्पा के पक्ष में मौखिक वोट डाले गए. विधानसभा में फ्लोर टेस्ट होने के बाद स्पीकर केआर रमेश ने भी अपना इस्तीफा दे दिया.
इससे पहले कर्नाटक विधानसभा में हुए फ्लोर टेस्ट में कांग्रेस-जेडीएस को सिर्फ 99 और बीजेपी को 105 वोट पड़े थे. जिसके बाद कुमारस्वामी सरकार गिर गई.
कर्नाटक में कांग्रेस के दो बागी नेताओं ने विधानसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराए जाने के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी. कांग्रेस के दो बागी नेताओं-रमेश एल जारकिहोली और महेश कुमातहल्ली ने के आर रमेश कुमार के निर्णय के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है.
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने बोर्ड/निगमों से उनके अधिकार वापस ले लिए हैं. एक अधिसूचना में निर्देश दिया गया है कि अगले आदेश तक डिपार्टमेंट सेक्रेटरी इसके इंचार्ज होंगे.
एम लक्ष्मीनारायण को कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा का सलाहकार नियुक्त किया गया है.
कर्नाटक में बीजेपी की सरकार बनने और सीएम येदियुरप्पा के विश्वास मत जीतने के बाद अब स्पीकर केआर रमेश ने अपना इस्तीफा दे दिया है. स्पीकर केआर रमेश ने पूरे कर्नाटक के नाटक में अहम भूमिका अदा की थी. उन्होंने हाल ही में सभी बागी विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया था.
कर्नाटक के सीएम बीएस येदियुरप्पा ने फ्लोर टेस्ट जीत लिया है. उन्होंने विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर राज्य में अपनी सरकार बनाने की आखिरी परीक्षा पास कर ली है.
कर्नाटक कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने विधानसभा में फ्लोर टेस्ट से पहले येदियुरप्पा से कहा, हम उम्मीद करते हैं कि आप राज्य के मुख्यमंत्री रहेंगे, लेकिन इसकी कोई भी गारंटी नहीं है. आप बागियों के साथ हैं. क्या आप एक स्थिर सरकार दे सकते हैं? यह नामुमकिन है. मैं इस फ्लोर टेस्ट का विरोध करता हूं क्योंकि यह सरकार असंवैधानिक तौर पर बनी है.
कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने विधानसभा में कहा कि हमने एचडी कुमारस्वामी के विश्वास मत पर 4 दिन तक चर्चा की. जिसमें मैंने भी हिस्सा लिया था. अब उसके बारे में कुछ नहीं बोलना चाहता. मैं येदियुरप्पा के सीएम बनने का स्वागत करता हूं और चाहता हूं कि वो लोगों के लिए काम करें.
बागी विधायक एसटी सोमशेखर ने उन्हें अयोग्य ठहराए जाने पर कहा, हमें यही आशंका थी. इसके बारे में हमें कुछ नेताओं ने पहले ही बता दिया था. उन्होंने हमें बताया था कि वो हमारे खिलाफ हमें अयोग्य घोषित करने की रणनीति बना रहे हैं. एसटी सोमशेखर ने कहा कि वो जल्द अपने रिटायरमेंट की भी घोषणा कर देंगे.
कांग्रेस के दो अयोग्य घोषित हुए विधायक अब स्पीकर के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे. कांग्रेस के बागी विधायक रमेश जरकिहोली और महेश कुमाथल्ली ने स्पीकर के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चैलेंज करने का फैसला लिया है. उनके अलावा बागी विधायक आर शंकर भी सुप्रीम कोर्ट जाएंगे.
कर्नाटक में कांग्रेस विधायक दल की बैठक अब खत्म हो चुकी है. विधानसभा में कांग्रेस ने यह बैठक बुलाई थी. जिसमें कांग्रेस नेता सिद्धारमैया, कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष दिनेश गुंडू राव, केजे जॉर्ज जैसे बड़े नेता शामिल थे. कर्नाटक विधानसभा में होने वाले फ्लोर टेस्ट से ठीक पहले ये बैठक हुई.
कर्नाटक के नए सीएम बीएस येदियुरप्पा विधानसभा पहुंच चुके हैं. येदियुरप्पा को आज विधानसभा में बहुमत साबित करना है. जिसके बाद ही वो आगे अपनी सरकार चला सकते हैं. हालांकि उन्होंने दावा किया है कि वो बहुमत हासिल कर लेंगे.
कर्नाटक के पांच अयोग्य घोषित हुए विधायक अब मुंबई से बेंगलुरु वापस लौट चुके हैं. पांचों विधायकों को स्पीकर ने अयोग्य घोषित कर दिया था.
बीजेपी विधायक दल की बैठक के बाद कर्नाटक के सीएम बीएस येदियुरप्पा ने कहा, "मैं विधानसभा में कल एक विश्वास प्रस्ताव लाने जा रहा हूं. उसके बाद वित्त विधेयक पेश करुंगा. मुझे उम्मीद है कि कांग्रेस और जेडीएस दोनों इसका समर्थन करेंगे."
कर्नाटक बीजेपी के विधायक रात में बेंगलुरु के चांसरी पवेलियन होटल में ही रुकेंगे, जहां आज विधायक दल की बैठक हुई थी. मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को 29 जुलाई को विधानसभा में बहुमत साबित करना है.
अयोग्य ठहराए गए कांग्रेस विधायक प्रताप गौड़ा पाटिल ने कहा, "कर्नाटक विधानसभा स्पीकर रमेश कुमार की ओर से हमें विधानसभा से अयोग्य ठहराए जाने के बाद मैं सुप्रीम कोर्ट में न्याय दिलाने का आश्वासन देता हूं. परेशान होने की जरूरत नहीं है, जल्द ही हमें सुप्रीम कोर्ट में न्याय मिलेगा."
अयोग्य घोषित किए गए जेडी(एस) के बागी विधायक एएच विश्वनाथ ने कहा कि फैसला 'कानून के खिलाफ' है और वह दूसरे असंतुष्ट विधायक 29 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में जाएंगे. विधानसभा अध्यक्ष रमेश कुमार ने रविवार को दल-बदल निरोधक कानून के तहत 14 और विधायकों को 2023 में वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल खत्म होने तक अयोग्य घोषित कर दिया जिनमें कांग्रेस के 11 और तीन जद (एस) के विधायक शामिल हैं. इससे पहले कुमार ने कांग्रेस के तीन बागी विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया था.
कर्नाटक विधानसभा में विश्वास मत से एक दिन पहले 28 जुलाई को मुख्मयंत्री बी एस येदियुरप्पा ने बहुमत साबित करने का विश्वास जताया. येदियुरप्पा ने कहा, ‘‘सोमवार को सौ फीसदी बहुमत साबित कर दूंगा.’’
उन्होंने ये भी कहा कि पिछली कांग्रेस-जेडी(एस) गठबंधन सरकार के तैयार किए वित्त विधेयक को भी बिना किसी बदलाव के 29 जुलाई को सदन में पेश करेंगे.
कांग्रेस नेता और पूर्व सीएम सिद्धारमैया ने विधायकों को अयोग्य करार दिए जाने पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, "मैं 14 विधायकों को अयोग्य करार दिए जाने के फैसले का स्वागत करता हूं. स्पीकर का ये ईमानदार से लिया गया फैसला देश के उन सभी प्रतिनिधियों के लिए मजबूत संकेत भेजेगा जो बीजेपी के जाल में फंस सकते हैं."
जेडी(एस) ने भी स्पीकर के फैसले का स्वागत किया. जेडीएस ने कहा, "स्पीकर रमेश कुमार ने उन लोगों को सख्त संदेश दिया है, जिन्होंने पैसे के लिए अपने जनादेश का त्याग कर पार्टी के व्हिप का उल्लंघन किया है. हमारी पार्टी उनके फैसले का स्वागत करती है."
विश्वास मत को लेकर कर्नाटक कांग्रेस ने कल (29 जुलाई) अपने विधायकों की मीटिंग बुलाई है. बता दें, कल येदियुरप्पा कर्नाटक विधानसभा में बहुमत साबित कर सकते हैं.
बीजेपी सांसद राजीव चंद्रशेखर ने कहा, ''रमेश कुमार का कांग्रेस और जेडीएस के (बागी) विधायकों को अयोग्य ठहराने का फैसला साफ तौर पर गैरकानूनी और दुर्भावपूर्ण है. यह और कुछ नहीं, बल्कि अपने मास्टर सिद्धारमैया के आदेश पर उन विधायकों से बदला लेने की कोशिश है, जिन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ बगावत की थी.''
कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर केआर रमेश कुमार ने कहा, ''अयोग्य ठहराए गए विधायक 15वीं विधानसभा का कार्यकाल खत्म होने तक चुनाव नहीं लड़ पाएंगे.'' हालांकि कानून के कई जानकार स्पीकर के इस फैसले पर सवाल उठा रहे हैं.
कर्नाटक विधानसभा में विश्वास मत से ठीक एक दिन पहले, 28 जुलाई को विधानसभा स्पीकर रमेश कुमार ने कांग्रेस और जेडीएस के 14 बागी विधायकों को अयोग्य करार दे दिया. अपनी पार्टियों की ओर से व्हिप जारी किए जाने के बावजूद ये विधायक 23 जुलाई को सदन में उपस्थित नहीं हुए थे.
23 जुलाई को जब पूर्व मुख्यमंत्री कुमारस्वामी सदन में विश्वास मत लेकर आए, तब 14 विधायक सदन में उपस्थित होने में फेल रहे, जिस कारण 6 वोटों से कुमारस्वामी की सरकार गिर गई. विधानसभा स्पीकर ने कहा कि विधायकों को अयोग्य ठहराने के कारणों में से एक संविधान की 10वीं अनुसूची है.
कर्नाटक विधानसभा स्पीकर केआर रमेश कुमार ने रोशन बेग, आनंद सिंह, एच विश्वनाथ और एसटी सोमेश्वर सहित कांग्रेस-जेडीएस के 14 बागी विधायकों को विधानसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित किया. इन सभी विधायकों को मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल पूरा होने तक अयोग्य घोषित किया गया है.
जेडीएस नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने कहा है कि बीजेपी को समर्थन देने वाली खबर निराधार है. विधायकों और पार्टी कार्यकर्ताओं को ऐसी अफवाहों पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है, जो सच्चाई से दूर है.
कुमारस्वामी ने कहा, "हम 'जनसेवा' करके पार्टी को आगे बढ़ाएंगे, आम आदमी के लिए हमारी लड़ाई जारी रहेगी."
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सिद्धारमैया ने आज कहा कि कर्नाटक में बीजेपी की सरकार “संवैधानिक या नैतिक रूप से गठित” नहीं की गई है. उन्होंने इस पूरे प्रकरण को “खरीद-फरोख्त की जीत” बताया.
कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धारमैया ने बीजेपी पर सरकार बनाने के लिए राज्यपाल के पद के “दुरुपयोग” का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, ‘‘येदियुरप्पा का बहुमत न होने के बावजूद राज्यपाल के पद का दुरुपयोग कर शपथ लेना अपने आप में संविधान का उल्लंघन है.’’
कर्नाटक सत्तारूढ़ बीजेपी के एक विधायक ने कहा, ‘‘हमारा पहला एजेंडा विश्वास प्रस्ताव को जीतना है और 29 जुलाई को फाइनेंस बिल पारित कराना है. हम इंतजार करेंगे और देखेंगे कि विधानसभा अध्यक्ष अपनी स्वेच्छा से इस्तीफा देते हैं या नहीं.’’
विधायक ने पूछा कि विपक्षी पार्टी से कोई अध्यक्ष कैसे हो सकता है. उन्होंने कहा, ‘‘एक बार जब हम सदन का विश्वास जीत लेते हैं, तो उसके बाद हम अविश्वास प्रस्ताव लाने पर काम करेंगे.’’
कर्नाटक में सत्ता में आने के एक दिन बाद ही बीजेपी विधानसभा अध्यक्ष रमेश कुमार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने पर विचार कर रही है. पार्टी सूत्रों ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि अगर वह (स्पीकर) स्वेच्छा से इस्तीफा नहीं देते हैं, तो पार्टी यह कदम उठा सकती है.
उन्होंने बताया कि कुमार को पद छोड़ने के लिए सरकार की तरफ से साफ संदेश दे दिया गया है, जिसपर परंपरागत रूप से सत्ताधारी पार्टी के सदस्य आसीन होते रहे हैं.
कर्नाटक में कुछ जेडीएस विधायकों ने पार्टी नेता एचडी कुमारस्वामी से बीजेपी सरकार को बाहर से समर्थन देने की बात कही है. इस बात की जानकारी जेडीएस विधायक और पूर्व मंत्री जीटी देवगौड़ा ने दी. इसके साथ ही गौड़ा ने कहा कि समर्थन देने पर आखिरी फैसला कुमारस्वामी ही करेंगे.
कर्नाटक बीजेपी के सामने मंत्रिमंडल का गठन करना भी एक चुनौती है. कैबिनेट में 34 विधायकों को जगह दे सकती है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन पदों के लिए बीजेपी में करीब 60 दावेदार हैं. ऐसे में पार्टी के कई सीनियर नेता नाराज हो सकते हैं. येदियुरप्पा ने कहा है कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के साथ मीटिंग के बाद मंत्रिमंडल पर फैसला लेंगे.
सुप्रीम कोर्ट ने 26 जुलाई को कर्नाटक के मुख्यमंत्री येदियुरप्पा और कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार के खिलाफ नौ साल पुराने भ्रष्टाचार के मामले को फिर से खोले जाने की मांग वाली याचिका पर सुनवाई की सहमति दे दी. जस्टिस अरुण मिश्रा की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा कि वह एनजीओ समाज परिवर्तन समुदाय के लॉकस स्टैंडी (अदालत में जाने के अधिकार) पर निर्णय देगी. एनजीओ मामले में हस्तक्षेप कर रहा है और चाहता है कि कुछ साल पहले बंद हो चुके मामले को फिर से खोला जाए.
येदियुरप्पा की तरफ से पेश होते हुए वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी ने कहा कि एनजीओ अनावश्यक रूप से भ्रष्टाचार मामले को खोलने की कोशिश कर रहा है. इस मामले को कर्नाटक हाईकोर्ट ने दिसंबर 2015 में रद्द कर दिया था.
कांग्रेस और जेडी(एस) ने बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा के शपथ ग्रहण कार्यक्रम का बहिष्कार किया है. कांग्रेस प्रवक्ता रवि गौड़ा ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस से कहा, "हमारी पार्टी के राज्य अध्यक्ष दिनेश गुंडु राव ने हमारे नेताओं, पूर्व मंत्रियों और विधायकों को येदियुरप्पा के शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार करने का निर्देश दिया है. क्योंकि जब उनकी पार्टी के पास विधानसभा में बहुमत नहीं है, तो उन्हें सत्ता संभालने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है."
बता दें, कुमारस्वामी समेत कांग्रेस-जेडीएस के कई नेता येदियुरप्पा के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए.
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वो अमित शाह और दूसरे नेताओं के साथ राज्य मंत्रिमंडल गठन के मामले पर चर्चा करेंगे. येदियुरप्पा ने कहा, "अगर जरूरत पड़ी तो मैं कल दिल्ली जाऊंगा."
कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कैबिनेट बैठक में दो बड़े फैसले लिए हैं. सीएम पद की शपथ लेने के बाद पहली कैबिनिट मीटिंग के बाद येदियुरप्पा ने कहा कि पीएम किसान योजना के तहत दी जाने वाली रकम के अलावा भी राज्य सरकार की ओर से किसानों को 2000 रुपये दिए जाएंगे. इसके अलावा उन्होंने बुनकरों के कर्ज माफ करने का भी ऐलान किया. ये रकम फिलहाल 100 करोड़ रुपये है.
मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद बीएस येदियुरप्पा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वह 29 जुलाई, सोमवार को सुबह 10 बजे बहुमत साबित कर देंगे और इसके बाद वे फाइनेंस बिल पास करेंगे.
बीजेपी नेता और कर्नाटक प्रदेश अध्यक्ष बीएस. येदियुरप्पा ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में चौथी बार शपथ ली है. राज्यपाल वजुभाई वाला ने येदियुरप्पा को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. लेकिन अभी येदियुरप्पा को विधानसभा में बहुमत साबित करना होगा.
बेंगलुरु में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए येदियुरप्पा ने कहा कि वह राज्य के विकास पर चर्चा करने के लिए शाम 7 बजे कैबिनेट बैठक करेंगे.
कर्नाटक के मुख्य सचिव टी.एम. विजयभास्कर ने कार्यवाहक मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के जुलाई में दिए गए सभी आदेशों पर रोक लगाने का आदेश दिया है. उन्होंने इस संबंध में डिप्टी सेक्रेटरी को एक लेटर लिखा है.
कर्नाटक की बीजेपी सांसद शोभा करंदलजे ने कहा कि येदियुरप्पा जीन ने सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है. पार्टी हाई कमान उन्हें पूरा समर्थन देगी. विधानसभा में बहुमत हासिल करने में कोई समस्या नहीं आएगी. अगर बागी विधायक भी बीजेपी में आना चाहें तो हम उनका स्वागत करते हैं.
कर्नाटक के अगले सीएम बीएस येदियुरप्पा को अब 29 जुलाई को बहुमत साबित करना होगा. इसके लिए एक बार फिर विधानसभा में वोटिंग होगी.
बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा ने राज्यपाल से मुलाकात की और सरकार बनाने का दावा पेश किया. उन्होंने राज्यपाल के मुलाकात के बाद कहा कि वो शाम 6 बजे कर्नाटक के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे.
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Published: 26 Jul 2019,11:39 AM IST